जमशेदपुर
भद्रावती
दुर्गापुर
बोकारो
पटना
दरभंगा
धनबाद
टाटानगर
चाय
जूट
लौह एवं इस्पात
चीनी
लोहे और तांबे का
लोहे और जस्ते का
लोहे और क्रोमियम का
लोहे और ग्रेफाइट का
क्योंझर से
डाली - राजहारा से
कमानगुण्डी से
मयूरभंज से
रूस
ब्रिटेन
जर्मनी
पोलैण्ड
शोरा
शैल फॉस्फेट (रॉक फॉस्फेट)
कोककारी (कोर्किंग) कोयला
उपर्युक्त सभी
जमशेदपुर, दुर्गापुर, भिलाई
भिलाई, दुर्गापुर, भद्रावती
भिलाई, दुर्गापुर, राउरकेला
कुल्टी - बर्नपुर, विशाखापट्टनम, सेलम
बोकारो
दुर्गापुर
कुल्टी - आसनसोल
भद्रावती
तूतीकोरिन
सलेम
विशाखापट्टनम
मंगलुरू
एल्यूमीनियम उद्योग के कारण
तांबा धातु के कारण
अभ्रक के कारण
इस्पात उद्योग के कारण
टेल्को (TELCO)
बाल्को (BALCO)
नाल्को (NALCO)
हिण्डालको ( HINDALCO)
एल्युमीनियम
सीमेंट
उर्वरक
फेरोमैंगनीज
कांच उद्योग
सीमेंट उद्योग
बीड़ी उद्योग
उपर्युक्त में से कोई नहीं
रेशम
सीमेंट
चमड़ा
जूट
फूलपुर (उ. प्र.) में
हजीरा (गुजरात) में
हल्दिया (पश्चिम बंगाल) में
सीवान (बिहार) में
नांगल
सिंदरी
आलवे
ट्राम्बे
पश्चिम बंगाल के फोर्ट ग्लास्टर में
महाराष्ट्र के मुंबई में
गुजरात के अहमदाबाद में
उत्तर प्रदेश के कानपुर में
बंबई
अहमदाबाद
बड़ौदा
कलकत्ता
लौह-इस्पात उद्योग
वस्त्र उद्योग
पटसन उद्योग
चीनी उद्योग
भोपाल
ग्वालियर
इंदौर
जबलपुर
ये राष्ट्रीय पार्क हैं जो भारत के पहाड़ी स्थानों पर केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा विकसित किए गए हैं।
ये वे स्थान हैं, जहां शोधक कारखाने स्थापित हैं ।
ये वे औद्योगिक केंद्र हैं, जो हीरों, सिन्थेटिक जवाहरातों तथा आभूषणों के निर्माण और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए बनाए गए हैं।
ये वे केंद्र हैं जहां बड़ी ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित होती हैं ।
कर्नाटक
मध्य प्रदेश
उत्तर प्रदेश
पश्चिम बंगाल
जिप्सम
चूना पत्थर
राख
मटियार
पहला
दूसरा
तीसरा
चौथा
1965
1971
1973
1956
गुजरात में
पश्चिम बंगाल में
असम में
तमिलनाडु में
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