Class 9th & 10th Sanskrit Online Exam Test - Post - 19

Class 9th & 10th Sanskrit Online Exam Test

1. झूठा और धूर्त कौन था?

कर्मचारी
बनिया
पूजारी
छात्र

2. ग्रामप्रमुख कैसा व्यक्ति था ?

न्यायी
उदार
पराक्रमी
सत्यनिष्ठ

3. कंजूस कौन था?

पुजारी
छात्र
कर्मचारी
बनिया

4. कौन-सी भाषा वंदनीय एवं पूजनीय है?

फारसी
उर्दू
संस्कृत
हिन्दी

5. देशगौरवकारिणी भाषा क्या है?

संस्कृत
हिन्दी
बंगाली
उर्दू

6. संस्कृत किसकी वाणी है?

दानव
पशु
पक्षी
देवता

7. सरल भाषा कौन है?

फारसी
उर्दू
संस्कृत
हिन्दी

8. धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष देनेवाली भाषा कौन है?

संस्कृत
हिन्दी
उर्दू
फारसी

9. देश गौरव कारिणी भाषा कौन है?

हिन्दी
संस्कृत
फारसी
अंग्रेजी

10. गाँव में कौन रहता था ?

छात्र
भिखारी
शिक्षक
पंडित

11. कन्या किसकी बेटी थी ?

छात्र
पंडित
शिक्षक
भिखारी

12. कन्या कैसी महत्त्वाकांक्षा वाली लड़की थी?

उच्च
मध्यम
निम्न
कोई नहीं

13. कन्या का विवाह किसके पुत्र से हुआ?

भिखारी
पंडित
राजा
मंत्री

14. हाथी की पीठ पर कौन आया ?

राजा
मंत्री
संन्यासी
भिखारी

15. पंडित कन्या ने अन्ततः किसे पतिरूप में स्वीकार किया?

महादेव को
कुत्ते को
ब्राह्मणपुत्र को
राजा को

16. स्वर्ग से रमणीय देश कौन है?

अमेरिका
रूस
भारत
जापान

17. धर्म गुरु कौन है?

पाकिस्तान
भारत
बंगलादेश
श्रीलंका

18. जगतगुरु कौन है?

भारत
बंगलादेश
पाकिस्तान
श्रीलंका

19. भारतमाता के पैर कौन धो रहा है?

सरोवर
महासागर
हिमालय
सागर

20. शत्रुओं और दूषित हवाओं से देश को कौन बचाता है?

नदी
सागर
हिमालय
पहाड़

21. भारतमाता का पादप्रक्षालन कौन करता है?

सागर
नागर
नदी
गागर

22. विधानचन्द्र राय कौन थे?

समाजसुधारक
अभिनेता
नेता
बंगाल का मुख्यमंत्री, डॉक्टर

23. विधानचन्द्र राय कैसा छात्र था ?

दुष्ट
सत्यवादी
वाचाल
उद्दंड

24. परीक्षा में कौन प्रथम स्थान प्राप्त किया?

विधानचन्द्र राय
श्यामचन्द्र राय
हरिशचन्द्र राय
रामचन्द्र राय

25. विधानचन्द्र पढ़ने में कैसे विद्यार्थी थे?

निम्न
मध्यम
तेज
कोई नहीं

26. भारत रत्न से कौन विभूषित हुये ?

हरिशचन्द्र राय
विधानचन्द्र राय
रामचन्द्र राय
श्यामचन्द्र राय

27. विधानचन्द्र कहाँ के मुख्यमंत्री थे ?

उत्तरप्रदेश
मध्यप्रदेश
बिहार
पं० बंगाल

28. हमलोग किसके समान धनी हैं?

गुरुनानक
गुरु गोविन्द सिंह
महाराणा प्रताप
शिवाजी

29. हमलोग किसके अनुचर हैं?

बकरी
हिरण
सिंह
बाघ

30. जहाँ संगठन है वहाँ-

ताकत
शक्ति
अशक्ति
निर्बल