मस्तिष्क में
मेरुरज्जु में
कंडराओं में
तंत्रिका में
कंडरा / Tendon
वसा ऊतक / Adipose tissue
गर्तिका (एरियोलर) / Areolar
उपास्थि / Cartilage
कंकाल पेशी
हृद पेशी
चिकनी पेशी
ऐच्छिक पेशी
मास्ट कोशिकाएँ
क्षारकरोगी (बेसोफिल)
ऑस्टियोसाइट
उपास्थि अणु
सहचर कोशिकाएँ
फ्लोएम तंतु
फ्लोएम मृदूतक
चालनी नलिकाएँ
सहचर कोशिकाएँ
लाल रुधिर कणिकाएँ
वहिकाएँ
चालनी नलिका कोशिकाएँ
उपत्वचा (क्यूटिकल) / Cuticle
स्टोमेटा / Stomata
लिग्निन / Lignin
सुबेरिन / Suberin
स्थूलकोणोतक / Collenchyma
जाइलम मृदूतक / Xylem parenchyma
मृदूतक (पैरेंकाइमा) / Parenchyma
जाइलम वाहिकाएँ / Xylem vessels
एधा (कैंबियम) / Cambium
शीर्षस्थ विभाज्योतक / Apical meristem
पाश्र्वय विभाज्योतक / Lateral meristem
अंतर्वेशी विभाज्योतक / Intercalary meristem
निचले स्तर पर आ जाएगी / Move downwards
उच्चतर स्तर पर आ जाएगी / Move upwards
उसी स्थान पर बनी रहेगी / Remain at the same position
पार्श्व में पहुँच जाएगी / Move sideways
स्थूलकोणोतक / Collenchyma
दृढ़ोतक / Sclernchyma
मृदूतक / Parenchyma
हरित ऊतक / Chlorenchyma
सेलुलोस / Cellulose
लिपिड / Lipids
सुबेरिन / Suberin
लिग्निन / Lignin
यहाँ के लोगों ने सर्वप्रथम कपास का उत्पादन किया था।
हड़प्पाई लोगों को लोहे का ज्ञान था।
इस सभ्यता के लोग तिल और सरसों का उत्पादन करते थे।
हड़प्पा सभ्यता को कांस्ययुगीन सभ्यता भी कहा जाता है ।
बहरीन
ओमान
बेबीलोनिया
मेसोपोटामिया
बाँट का निर्माण सामान्यतः चर्ट नामक पत्थर से होता था।
बाँट निशानरहित तथा घनाकार होते थे।
इन बाँट का निचला मानदंड दशमलव प्रणाली पर आधारित था।
उपर्युक्त में से कोई नहीं।
हड़प्पाई लोग बैल, भैंस, बकरी और भेड़ पालते थे।
घोड़े के अस्तित्व का संकेत धौलावीरा से मिला है।
कालीबंगा से घोड़े की अस्थि का अवशेष मिला है।
हड़प्पाई लोग कूबड वाले साँड को अप्रिय मानते थे।
मुंडिगाक तथा मालवाड
रंगपुर तथा बनावली
नागेश्वर तथा बालाकोट
राखीगढ़ी तथा कालीबंगन
लोथल से एक गोदी या डॉकयार्ड की खोज
एक मोहर पर जलयान का चित्र
आयातित वस्तुओं की बहुतायत में उपस्थिति
पश्चिमी एशियाई देशों के साथ हड़प्पाकालीन लोगों के वाणिज्यिक संबंध
चोलिस्तान
गणेश्वर
मेहरगढ़
नागेश्वरम
यहाँ का समाज मातृसत्तात्मक था।
यूनीकॉर्न सबसे महत्त्वपूर्ण पशु था।
राखीगढ़ी में मंदिर का साक्ष्य प्राप्त हुआ है।
मोहनजोदड़ो से पुजारी की मूर्ति मिली है।
सुंदर लाल रंग का
सुंदर काला रंग का
सुंदर हरे रंग का
सुंदर पीले रंग का
काँसे की नर्तकी हड़प्पा मूर्तिकला का सर्वश्रेष्ठ नमूना है।
काँसे की नर्तकी की वस्त्र सज्जा उत्कृष्ट है।
कुछ प्रतिमाएँ प्रस्तर की बनी होती थीं।
सेलखड़ी की एक मूर्ति के बाएँ कंधे तथा दाएँ हाथ के नीचे अलंकृत वस्त्र है।
सर मार्टिमर व्हीलर
आरेल स्टाइन
जॉन मार्शल
के यू. आर. कनेडी
कुत्ता
बंदर
गाय
बकरी
मेहरगढ़
हल्लूर
चिराँद
पैच्यमपल्ली
भारत
पाकिस्तान
चिराँद
बांग्लादेश
लोथल
रापेड़
कालीबंगा
धौलावीरा
1921
1925
1927
1940
हड़प्पा
लोथल
मोहनजोदड़ो
कालीबंगा
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