पंजाब नेशनल बैंक
स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया
रिजर्ब बैंक ऑफ इण्डिया
बैंक ऑफ बड़ौदा
ताम्र
मैंगनीज
कोयला
लौह-अयस्क
उच्चतम न्यायालय
संसद
मंत्री परिषद्
प्रधानमंत्री
पारितंत्र
ऊतक तंत्र
मूल तंत्र
प्ररोह तंत्र
सूक्ति संग्रह
मूसा संहिता
त्रिपिटक
जेंद-अवेस्ता
पुलकेशिन -I
हर्ष
पुलकेशिन - II
खारवेल
चन्द्रगुप्त मौर्य
कृष्ण प्रथम
हर्षवर्धन
समुद्र गुप्त
यूरेनियम
प्लूटोनियम
हाइड्रोजन
हीलियम
प्रोपेन
ब्यूटेन
मीथेन
ईथेन
निम्न पठार
बर्फ से पूरी तरह ढका महाद्वीप
बड़ी बर्फ चादर
बर्फ से ढका उच्च पठार
एम. के. गांधी
रबीन्द्रनाथ टैगोर
एस. राधाकृष्णन
श्री अरबिन्दो
1951 ई०
1947 ई०
1950 ई०
1956 ई०
L- तरंगें
R- तरंगें
P- तरंगें
S- तरंगें
पूँजी परिसंपत्तियों को रोके रखने की तरजीह दिखाना
बॉन्डों और प्रतिभूतियों को रोक रखने की तरजीह प्रदर्शित करना
उपभोग न करना
नकदी को रोके रखने की जनता की इच्छा
अभिनय
संगीत
गायन
बॉक्सिंग
2 से 3 वर्ष तक
जन्म से 1 वर्ष तक
जन्म से 2 वर्ष तक
जन्म से 3 वर्ष तक
सहयोगात्मक अधिगम
समीपस्थ विकास
सहयोग देना
सहभागी अधिगम
वे गतिविधियाँ जिनमें खेल शामिल नहीं होते
बच्चों के लिए हस्तपरक गतिविधियाँ
बच्चों का एक कोने में बैठना
प्रतिबंधित परिवेश में अधिगम
सही दृष्टिकोण वाला
नीतिपरक
लिंग (जेंडर) पक्षपाती
शिक्षाप्रद
निर्देशक की
तालमेल बैठाने वाले की
संप्रेषक और व्याख्याता की
सुगमकर्ता की
बच्चे संचार माध्यमों के साथ प्रत्यक्ष रूप से अंतःक्रिया नहीं कर सकते हैं
संचार माध्यम पदार्थों के विज्ञापन और विक्रय के लिए एक अच्छा माध्यम हैं
समाजीकरण केवल माता-पिता और परिवार के द्वारा किया जाता है
जनसंचार माध्यमों की पहुँच बढ़ रही है और जनसंचार माध्यम अभिवृत्तियों, मूल्यों और विश्वासों को प्रभावित करता है
भौतिक और सामाजिक संसार की जटिल शक्तियाँ
हमारे आस-पास का वातावरण
जैविकीय विशिष्टताएँ या वंशानुक्रम सूचनाएँ
एक व्यक्ति की मूल वृत्ति
यादि करने के लिए शिक्षार्थियों को तथ्य उपलब्ध कराना
विविध प्रकार की अधिगम परिस्थितियों को उपलब्ध करना
निगमनात्मक पद्धति के आधार परि समस्याओं का समाधान करना
कलनविधि (एल्गोरिथ्म) का अधिकतर प्रयोग करना
आकलन शिक्षक के द्वारा नहीं वल्कि किसी वाह्य एजेन्सी के द्वारा कराना चाहिए
आकलन सत्र की समाप्ति पर करना चाहिए
आकलन शिक्षण-अधिगम में अंतर्निहित प्रक्रिया है
आकलन एक शैक्षणिक सत्र में दो बार करना चाहिए -शुरू में और अंत में
अहंवादी चिन्तन
अपसारी चिन्तन
अभिसारी चिन्तन
सांवेगिक चिन्तन
बच्चे जन्म से शैतान होते हैं और उन्हे दंड देकर नियंत्रित किया जाना चाहिए
बच्चे समवयस्कों और वयस्कों के साथ सामाजिक अंतः क्रियाओं के माध्यम से सीखते हैं
बच्चे तब सीखते हैं जब उनके लिए आकर्षक पुरस्कार निर्धारित किए जाएँ
बच्चों के चिंतन को तब समझा जा सकता है जब प्रयोगशाला में पशुओं पर प्रयोग किए जाएँ
अपने शिक्षार्थियों की सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि की जानकारी प्राप्त करे और कक्षा में विविध मतों को प्रोत्साहित करे
कड़े नियम बनाए और जो बच्चे उनका पालन न करें उन्हें दंड दें
वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों का तिरस्कार करे ताकि वे अनुभव करें कि उन्हें अधिक कठोर परिश्रम करना है
उन शिक्षार्थियों का पता लगाए जो अच्छी अंग्रेजी बोल सकते हों और सम्पन्न घरों से हों तथा उन्हें आदर्श के रूप में प्रस्तुत करे
शारीरिक शिक्षा कार्यक्रमों के सिद्धांतों पर
शिक्षण-पद्धतियों के सिद्धांतों पर
विकास एवं वृद्धि के मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों पर
शिक्षण के समाजशास्त्रीय सिद्धांतों पर
मूर्त-संक्रियात्मक अवस्था (07-11 वर्ष)
औपचारिक-संक्रियात्मक अवस्था (11 वर्ष एवं ऊपर)
संवेदी - प्रेरक अवस्था (जन्म- 02 वर्ष)
पूर्व-संक्रियात्मक अवस्था (02-07 वर्ष)
मानसिक विकार
गणितीय विकार
पठन विकार
व्यवहार-सम्बन्धी विकार
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