वाष्पोत्सर्जन
चालन
श्वसन
प्रकाश-संश्लेषण
मिश्रित अर्थव्यवस्था
साम्यवादपरक अर्थव्यवस्था
पूँजीवादी अर्थव्यवस्था
केन्द्रीकृत अर्थव्यवस्था
लोकमान्य
लोकनायक
लोकहितवादी
लोकनेता
श्वेत रेशे और कुछ पीत प्रत्यास्थ रेशे
केवल श्वेत रेशे (तंतु)
केवल पीत रेशे
पीत रेशे और पेशी रेशे
वाइवैक्स
पुनरावर्तन
तृतीयक
दुर्दम
लैमार्क
बूफॉन
डार्विन
लिनियस
रबड़ की गेंद संवेग में अधिक परिवर्तन सहती है
धातु की गेंद संवेग में अधिक परिवर्तन सहती है
दोनों ही संवेग में एक-सा परिवर्तन सहती हैं
रबड़ की गेंद का प्रारंभिक संवेग धातु की गेंद की अपेक्षा अधिक होता है
नवप्रस्तरकाल
मध्यपाषाणीकाल
पुरापाषाणीकाल
आद्य ऐतिहासिक (प्रोटो- हिस्टोरिक ) काल
इस पर कोई कार्य नहीं किया जाता
इस पर कोई बल कार्य नहीं करता
इस पर कोई त्वरण उत्पन्न नहीं होता
इसका वेग एकसमान रहता है
सूक्ष्म तरंगें
अवरक्त तरंगें
ध्वनि तरंगें
पराश्रव्य तरंगें
डेटा प्रोसेसर्स
नॉलेज प्रोसेसर्स
डेटा इंटरप्रेटर्स
डेटा कंट्रोलर्स
आवेशित कण हैं
अनावेशित कण हैं
आवेशित तथा अनावेशित दोनों हो सकती हैं
उपर्युक्त में से कोई नहीं
1939 में
1938 में
1940 में
1943 में
यूरिया
यूरिक एसिड (मूत्राम्ल)
लैक्टिक एसिड
ग्लूकोस
8 सितम्बर
18 मार्च
28 मार्च
18 सितम्बर
7
8
5
9
40%
38%
36%
35%
5770 मीटर
5440 मीटर
5550 मीटर
5660 मीटर
गाय - घास
बंदर - केला
खरगोश - गाजर
कुत्ता - भौंकना
FDB
LJI
SQO
ZXV
नई जानकारी को पूर्व जानकारी से जोड़ना सीखने को समृद्ध बनाता है
पूर्व पाठों को दोहराने का यह एक प्रभावी तरीका है
यह शिक्षार्थियों की स्मृति को बढ़ाता जिससे सीखना सुदृढ़ होता है
यह किसी भी कक्षा - अनुदेशन के लिए एक सुविधाजनक शुरुआत है
शब्दों - वाक्यों को शुद्ध रूप से उच्चरित करना
केवल अक्षर पहचान
तेज गति से पढ़ना
संदर्भानुसार अर्थ ग्रहण करना
उसे अक्षरों की पहचान में भ्रम हो जाता है
उसे केवल पठन-अभ्यास की बहुत आवश्यकता है
सुलेखा ध्यान से नहीं पढ़ती
वह अक्षर-पहचान की बजाय अर्थ को समझते हुए पढ़ रही है
एल. एस. वाइगोत्स्की
ईवान पैवलोव
नॉओम चॉम्स्की
जीन पियाजे
केवल पठन-कौशल का अभ्यास होता है
बच्चे ज्यादा गलतियाँ ढूँढ़ना सीख जाते हैं
बच्चों को दूसरों की हस्तलिखित सामग्री को पढ़ने का अवसर और अवलोकन-क्षमता के विकास का अवसर मिलता है
बच्चे दूसरों के विचारों से परिचित होते हैं
लोकगीतों को बढ़ावा देना भाषा-शिक्षण का मुख्य उद्देश्य है
लोकगीत गाए जा सकते हैं
केवल लोकगीतों के माध्यम से पारम्परिक मूल्यों की शिक्षा दी जा सकती है
इससे बच्चे संस्कृतिगत विशेषताओं से परिचित होते हैं
अधिकाधिक पुस्तकों का निर्माण किया जाए
भाषा सिखाने के लिए व्याकरणिक नियमों का और अधिकाधिक प्रयोग होना चाहिए
भाषा परिवेश का निर्माण किया जाए ताकि भाषा-अर्जन की सहज स्थिति बन सके
बच्चों में भाषा सीखने की क्षमता बलपूर्वक विकसित करनी होती है
अपने हाथ-पैर हिलाने में कठिनाई का अनुभव करता है
सामाजिक अंतःक्रिया और संप्रेषण में कठिनाई का अनुभव करता है
अक्सर खाने से मना कर देता है
अपने ही कार्यों में लीन रहता है
भाषिक संरचनाओं की जानकारी पर बल देता है
संदर्भ में भाषा-प्रयोग की कुशलता पर बल देता है
मातृभाषा-प्रयोग का निषेध करता है
'बोलना' कौशल पर बल देता है।
द्विभाषीय विधि
अनुवाद विधि
व्याकरण एवं अनुवाद विधि
प्रत्यक्ष विधि
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