सही जवाब क्या है ?
क्या आप इसी तरह की स्थिति के बारे में सोच सकते हैं ?
विभिन्न तरीकों से हम इसे कैसे हल कर सकते हैं ?
क्या आप इसका उत्तर जानते हैं ?
थिमैटिक इकाइयाँ, नियमित इकाई परीक्षण, रैंकिंग
व्यक्तिगत अधिगम, क्षमता समूह बनाना, छात्रों की लेबलिंग
परियोजना विधि, क्षमता समूह बनाना, रैंकिंग
करके सीखना, परियोजना विधि, सहयोग से सीखना
स्कूलों की आवश्यकता नहीं है, बच्चे अपने जीवन के अनुभवों से सीख सकते हैं
स्कूलों में शिक्षा सामाजिक और प्राकृतिक दुनिया को प्रतिबिम्बित करे
जीवन सच्चा शिक्षक है
स्कूल शिक्षा को यथासंभव लम्बे समय तक जारी रखना चाहिए
इस सिद्धान्त में विस्तृत परीक्षण प्रक्रियाएँ हैं
यह नैतिक तर्क और कार्यवाही के बीच एक स्पष्ट सम्बन्ध स्थापित करता है
उनका विश्वास है कि बच्चे नैतिक दार्शनिक है
उनके सिद्धान्त ने संज्ञानात्मक परिपक्वता और नैतिक परिपक्वता के बीच एक सहयोग का समर्थन किया है
उस विकासात्मक चरण को, जब बच्चा सीखने की पूरी जिम्मेदारी लेता है
एक संदर्भ को, जिसमें बच्चे सहयोग के सही स्तर के साथ कोई कार्य लगभग स्वयं कर सकते हैं
उस सीखने के बिन्दु को, जब सहयोग वापस लिया जा सकता है
उस चरण को, जब अधिकतम विकास सम्भव है
रूपिम
लेखीम
शब्दिम
स्वनिम
लड़के-लड़कियों को एक साथ अपारम्परिक भूमिकाओं में रखना चाहिए
'अच्छी लड़की', 'अच्छा लड़का' कहकर शिक्षार्थियों के अच्छे कार्य की सराहना करनी चाहिए
कुश्ती में भाग लेने के लिए लड़कियों : को निरुत्साहित करना चाहिए
लड़कों को जोखिम उठाने और निर्भीक बनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए
वैयक्तिक शिक्षार्थियों के मध्य खाई को कम करने के लिए
शिक्षार्थियों के निष्पादन और योग्यताओं को समान करने के लिए
यह समझने के लिए कि क्यों शिक्षार्थी सीखने के योग्य या अयोग्य है
वैयक्तिक शिक्षार्थी को विशिष्ट होने की अनुभूति कराने के लिए
बाल-केन्द्रित पाठ्यचर्या का पालन करना और शिक्षार्थियों को सीखने के अनेक अवसर उपलब्ध कराना
शिक्षार्थियों में वैयक्तिक भिन्नताओं को समाप्त करने के लिए हरसम्भव उपाय करना
धीमी गति से सीखने वाले शिक्षार्थियों को विशेष विद्यालयों में भेजना
सभी शिक्षार्थियों के लिए समान स्तर की पाठ्यचर्या का अनुगमन करना
शिक्षा बोर्ड की जवाबदेही कम कर देता है
सार्वभौमिक राष्ट्रीय मानकों की प्राप्ति में बाधा उत्पन्न करता है
परिचित वातावरण में अधिक सीखने में सभी शिक्षार्थियों की मदद करता है
शिक्षार्थियों और शिक्षकों को अगम्भीर और लापरवाह बनाता है
पहिया - कुर्सी वाले बच्चे हॉल में जाने के लिए अपने समवयस्क साथी बच्चों से मदद ले सकते हैं
शारीरिक रूप से असुविधाग्रस्त बच्चे कक्षा में ही कोई वैकल्पिक गतिविधि कर सकते हैं
मोहन खेल के मैदान में जाने के लिए आप अपनी बैसाखियों का प्रयोग क्यों नहीं करते
पोलियोग्रस्त बच्चे अब एक गाना प्रस्तुत करेंगे
शिक्षार्थियों की क्षमताओं की परवाह किए बिना सभी के अधिगम - परिणामों को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध होता है
शिक्षार्थियों के मध्य अन्तर करता है और विशेष रूप से सक्षम बच्चों के लिए कम चुनौतीपूर्ण उपलब्धि का लक्ष्य निर्धारित करता है
विशेष रूप से योग्य शिक्षार्थियों के अधि गम - परिणामों को सुधारने के लिए विशिष्ट रूप से प्रतिबद्ध होता है
शिक्षार्थियों की निर्योग्यता के अनुसार, उनकी सीखने की आवश्यकताओं को निर्धारित करता है
ऐसे सहयोग की आवश्यकता होती है जो सामान्यतः विद्यालयों द्वारा उपलब्ध नहीं कराए जाते
शिक्षक के बिना अपने अध्ययन को व्यवस्थित कर लेते हैं
अन्य शिक्षार्थियों के लिए अच्छे मॉडल बन सकते हैं
अधिगम - निर्योग्य नहीं हो सकते
एक लम्बे समय के लिए निष्क्रिय रूप से सुनना
निरन्तर गृहकार्य देते रहना
सीखने वाले द्वारा व्यक्तिगत कार्य करना
शिक्षार्थियों को कुछ यह छूट देना कि क्या सीखना है और कैसे सीखना है
शिक्षक एवं पढ़ाए गए के बीच सम्बन्ध
समाज के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया
समाज के मानदण्डों के साथ अनुकूलन
सामाजिक मानदण्डों में परिवर्तन
यूरेनियम
रेडियम
साधारण जल
ग्रैफाइट
चन्द्रगुप्त मौर्य
विक्रमादित्य
हर्षवर्द्धन
कनिष्क
जनरल बफरिंग
जीरो बफरिंग
बफरिंग
डाटा बफरिंग
प्लम पुडिंग सिद्धांत
नाभिकीय सिद्धांत
ऊर्जा के परिमाणीकरण की अवधारणा
इलेक्ट्रॉन की दुहरी प्रकृति
मध्यवृक्क
पश्चवृक्क
आदिवृक्क
प्राक्वृक्क
विटामिन-ई
विटामिन-ए
विटामिन-डी
विटामिन-सी
कैल्शियम नाइट्रेट
कैल्शियम सल्फेट
कैल्शियम कार्बोनेट
कैल्शियम क्लोराइड
10 अगस्त
1 जुलाई
2 अक्टूबर
1 दिसम्बर
शेरशाह
राणा प्रताप
हेमू विक्रमादित्य
रणजीत सिंह
1670 s
1770 s
1870 s
1970 s
योजना टाइगर
पशु प्रजनन
पौध प्रजनन
पौधा संरक्षण
परागण
संघनन
भोजन
वाष्पण
गंगा
सरयू
गोदावरी
कृष्णा
सामाजिक और आर्थिक न्याय के
ब्राह्मणों के रीति-रिवाजों तथा औपचारिकताओं के
विदेशी हमलावरों तथा उनके अचानक हमलों के
राजाओं तथा प्रभावशालियों के नियमों के
सुन्दर मूर्तियों
धर्म और दर्शनशास्त्र
आर्थिक और सामाजिक सुधार
शहर-योजना प्रणाली
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