NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Our Environment हमारा पर्यावरण
1. निम्नांकित में से कौन-सा एक कृत्रिम पारितंत्र है ?
(a) तालाब
(c) झील
(b) खेत
(d) वन
2. एक आहार - श्रृंखला में, तीसरे पोषी स्तर पर हमेशा कौन होता है ?
(a) माँसाहारी प्राणी
(b) शाकाहारी प्राणी
(c) अपघटक
(d) उत्पादक
उत्तर - (a)
3. एक पारितंत्र में निम्नलिखित में से कौन शामिल होता है ?
(a) सभी जीवधारी
(b) निर्जीव प्राणी
(c) जीवधारी और निर्जीव दोनों
(d) कभी जीवधारी और कभी निर्जीव वस्तुएँ
उत्तर - (c)
4. नीचे दी गई आहार - शृंखला में, मान लीजिए कि चौथे पोषी स्तर पर ऊर्जा की मात्रा 5 kJ है, तो बताइए कि उत्पादक स्तर पर कितनी ऊर्जा उपलब्ध होगी ?
घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → बाज
(a) 5kJ
(b) 50kJ
(c) 500kJ
(d) 5000 kJ
उत्तर - (d)
5. किसी आहार - शृंखला में गैर-जैवनिम्नीकरणीय पीड़कनाशियों का प्रत्येक उच्चतर पोषी स्तर पर बढ़ती हुई मात्रा में एकत्रित होते जाना क्या कहलाता है ?
(a) सुपोषण
(b) प्रदूषण
(c) जैव आवर्धन
(d) एकत्रीकरण
उत्तर - (c)
6. ओजोन परत का घटते जाना किसके कारण होता है?
(a) क्लोरोफ्लूरोकार्बन यौगिक
(b) कार्बन मोनोक्साइड
(c) मीथेन
(d) पीड़कनाशी
उत्तर - (a)
7. वे जीव जो सौर ऊर्जा का प्रयोग करते हुए अकार्बनिक यौगिकों से कार्बोहाइड्रेटों का संश्लेषण कर लेते हैं, निम्नलिखित में से क्या कहलाते हैं हैं ?
(a) अपघटक
(b) उत्पादक
(c) शाकाहारी
(d) माँसाहारी
उत्तर - (b)
8. पारितंत्र में एक पोषी स्तर से अगले पोषी स्तर तक स्थानांतरित होने के लिए उपलब्ध 10% ऊर्जा किस रूप में जाती है ?
(a) ताप ऊर्जा
(b) प्रकाश ऊर्जा
(c) रासायनिक ऊर्जा
(d) यांत्रिक ऊर्जा
उत्तर - (c)
9. किसी उच्चतर पोषी स्तर जीव, जो निम्नतर पोषी स्तर के अंतर्गत आने वाले अनेक प्रकार के जीवों से अपना भरण-पोषण करते हैं, क्या बनाते हैं ?
(a) आहार-जाल
(b) पारिस्थितिक पिरैमिड
(c) पारितंत्र
(d) आहार-शृंखला
उत्तर - (a)
10. एक पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह हमेशा
(a) एक दिशा में होता है (एकदिशिक)
(b) दो दिशाओं में होता है (द्विदिशिक)
(c) अनेक दिशाओं में होता है (बहुदिशिक)
(d) किसी विशिष्ट दिशा में नहीं होता
उत्तर - (a)
11. मानव जब U V किरणों से अत्यधिक प्रभावित हो जाते हैं तब क्या हो सकता है ?
(i) प्रतिरक्षा तंत्र की क्षति
(ii) फेफड़ों की क्षति
(iii) त्वचा का कैंसर
(iv) आमाशय के अल्सर
(a) (i) और (ii)
(b) (ii) और (iv)
(c) (i) और (iii)
(d) (iii) और (iv)
उत्तर - (c)
12. पदार्थों के निम्नलिखित वर्गों में से कौन-से वर्ग/वर्गों में केवल गैर-जैवनिम्नीकरणीय वस्तुएँ शामिल है ?
(i) लकड़ी, कागज, चमड़ा
(ii) पोलीथीन, प्रक्षालक
(iii) प्लास्टिक, प्रक्षालक, घास
(iv) प्लास्टिक, बैकेलाइट, DDT
(a) (iii)
(b) (iv)
(c) (i) और (iii)
(d) (ii) और (iv)
उत्तर - (d)
13. किसी आहार - शृंखला में पोषी स्तरों की संख्या को निम्नलिखित में से कौन सीमित करता है ?
(a) उच्चतम पोषी स्तर पर ऊर्जा में कमी होना
(b) भोजन की उपलब्धता मात्रा में कमी होना
(c) प्रदूषित वायु होना
(d) जल
उत्तर - (a)
14. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(a) सभी हरे पौधे और नीले-हरे शैवाल उत्पादक होते हैं
(b) हरे पौधे अपना भोजन कार्बनिक यौगिकों से प्राप्त करते हैं।
(c) उत्पादक स्वयं अपना भोजन अकार्बनिक यौगिकों से तैयार करते हैं
(d) पौधे सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदल देते हैं
उत्तर - (b)
15. निम्नलिखित में से कौन-सा वर्ग आहार श्रृंखला का संघटक नहीं होता ?
(i) घास, शेर, खरगोश, भेड़िया
(ii) प्लवक, मानव, मछली, टिड्डा
(iii) भेड़िया, घास, साँप, बाघ
(iv) मेंढ़क, साँप, चील, घास, टिड्डा
(a) (i) और (iii)
(b) (iii) और (iv)
(c) (ii) और (iii)
(d) (i) और (iv)
उत्तर - (c)
16. प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया के लिए सभी हरे पौधों द्वारा अवशोषित सौर ऊर्जा की प्रतिशतता लगभग कितनी होती है ?
(a) 1%
(b) 5%
(c) 8%
(d) 10%
उत्तर - (a)
17. दिए गए चित्र में एक पिरैमिड में विभिन्न पोषी स्तर दिखाए गए हैं । बताइए कि किस पोषी स्तर पर सबसे अधिक ऊर्जा उपलब्ध होती है ?
(a) T4
(b) T2
(c) T1
(d) T3
उत्तर - (c)
18. नीचे दी गई आहार श्रृंखला में से यदि हिरन को निकाल दिया जाए तो क्या होगा ?
घास → हिरन → बाघ
(a) बाघ समष्टि में वृद्धि हो जाएगी
(b) घास समष्टि घट जाएगी
(c) बाघ घास खाने लगेंगे
(d) बाघ समष्टि घट जाएगी और घास- समष्टि में वृद्धि हो जाएगी
उत्तर - (d)
19. किसी पारितंत्र में अपघटक
(a) अकार्बनिक पदार्थ को सरलतर रूप में बदल देते हैं
(b) जैव पदार्थ को अकार्बनिक रूप में बदल देते हैं
(c) अकार्बनिक पदार्थों को कार्बनिक यौगिकों में बदल देते हैं
(d) कार्बनिक यौगिकों का अपघटन नहीं करते
उत्तर - (b)
20. यदि मेंढक टिड्डे को खा जाए तो ऊर्जा- स्थानांतरण किस दिशा में होगा ?
(a) उत्पादक से अपघटक की दिशा में
(b) उत्पादक से प्राथमिक उपभोक्ता की दिशा में
(c) प्राथमिक उपभोक्ता से द्वितीयक उपभोक्ता की दिशा में
(d) द्वितीयक उपभोक्ता से प्राथमिक उपभोक्ता की दिशा में
उत्तर - (c)
21. भोजन खाने के पश्चात् प्लास्टिक की जिन प्लेटों को फेंक दिया जाता है उन्हें दोबारा से उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि
(a) ये हल्के पदार्थ की बनी होती है
(b) ये आविषी पदार्थ की बनी होती है
(c) ये जैवनिम्नीकरणीय पदार्थों की बनी होती है
(d) ये गैर-जैवनिम्नीकरणीय पदार्थों की बनी होती है
उत्तर - (d)
1. (b) पारितंत्र (Ecosystem) का जनक आर्थर जॉर्ज टेन्सले को कहा जाता है, श्वेत (फल का मैदान) एक कृत्रिम Ecosystem का उदाहरण है।
- सागर, महासागर, तालाब, झील, वन ये सभी प्राकृतिक पारितंत्र के उदाहरण है।
- Ecosystem में जैविक घटक तथा अजैविक घटक का अध्ययन करते है।
- जैविक घटक के अन्तर्गत, जन्तु, वनस्पति तथा अन्य सजीव आते है।
- अजैविक घटक के अन्तर्गत मिट्टी, हवा, जल, सूर्य प्रकाश आते है।
2. (a) आहार श्रृंखला के अन्तर्गत तीसरा पोषी स्तर का जीव मांसाहारी होता है। जैसे : बाघ, शेर ।
- शाकाहारी प्राणी हमेशा पोषण के लिए वनस्पति पर निर्भर रहते हैं। जैसे : गाय, भैंस, बकरी, हिरण, खरगोश ।
- उत्पादक भोजन का निर्माण खुद करते हैं। जैसे: पेड़, पौधा, शैवाल इत्यादि ।
- अपघटन क्रिया के द्वारा मृत कार्बनिक पदार्थ को जीवाणु तथा कवक अपघटित कर देते हैं।
- आहार श्रृंखला में एक जीव दूसरे जीव पर भोजन के लिए आश्रित होते है।
3. (c) एक पारितंत्र (Ecosystem) के निर्माण में जैविक घटक तथा अजैविक घटक की भूमिका होती है-
- जैविक घटक का निर्माण संसार के सभी जीवों से होता है।
- अजैविक घटक (निर्जीव) का निर्माण हवा, मिट्टी, जल, सूर्य के प्रकाश से होता है।
- पारितंत्र में जैविक घटक तथा अजैविक घटक एक-दूसरे पूरक होते है।
- सभी जैविक घटक मरने के बाद अजैविक घटक में मिल जाते है।
4. (d) घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → बाज
5000 → 500 → 50 → 5
5. (c) आहार श्रृंखला में वैसे पदार्थ जिसका अपघटन न हो जैव अनिम्नकरणीय पदार्थ कहलाता है। जैसे : प्लास्टिक, सीसा, पॉलिथीन, DDT |
- आहार श्रृंखला में वैसा पदार्थ जिसका अपघटन होता हो वैसे पदार्थ को जैव निम्नकरणीय पदार्थ कहते है। जैसे : मृत शरीर, गोबर, चमड़ा, कागज।
- आहार श्रृंखला में जब पीड़कनाशी पदार्थ निम्न पोषी स्तर से उच्च पोषी स्तर पर बढ़ती है, इस क्रिया को जैव आवर्धन कहते है।
- प्रदूषण : जब पर्यावरण में मृत कार्बनिक पदार्थ खुले वातावरण में रहते है, तो वह हमारे वातावरण को प्रदूषित करता है।
- किसी जलाशय को पोषक तत्वों से समृद्ध करना सुपोषण कहलाता है।
6. (a) आजोन परत का क्षरण होने का मुख्य कारण CFC है।
- CFC का निष्कासन रेफ्रिजरेटर, AC से होता है।
- कार्बन मोनो ऑक्साइड (CO) एक जहरीली गैस है ये शरीर में O2 के परिवहन को कम करता है। जिससे व्यक्ति का मौत हो जाता है।
- CH4 एक ग्रीन हाउस गैस है, ये धान के खेत, गोबर इत्यादि में पाया जाता है ।
- पीड़कनाशी का इस्तेमाल कीट तथा पौधे के प्रभावित करने वाले कारकों के लिए किया जाता है। यह एक जैव अनिम्नकरणीय पदार्थ है।
7. (b) अकार्बनिक यौगिकों से कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण उत्पादक के द्वारा होता है।
- उत्पादक (पेड़, पौधा) ये अपने भोजन बनाने के लिए CO2, H2O का उपयोग कर ग्लूकोज का निर्माण करते हैं।
- शाकाहारी प्राणी ऊर्जा के लिए पूर्णतः वनस्पति पर निर्भर रहते हैं।
- मांसाहारी प्राणी ऊर्जा के लिए शाकाहारी प्राणी पर आश्रित रहते हैं।
8. (c) पारितंत्र में एक जीव से दूसरे जीव में ऊर्जा का स्थानांतरण रासायनिक ऊर्जा के रूप में होता है।
- लिन्डे मान (वैज्ञानिक) के अनुसार उत्पादक का 10% ऊर्जा की अगले जीव में आता है।
- प्रकाश ऊर्जा पृथ्वी का सबसे बड़ा ऊर्जा का स्रोत है, इसका उपयोग उत्पादक के द्वारा किया जाता है।
9. (a) उच्च पोषी स्तर के जीव जो निम्न पोषी स्तर के अंतर्गत आने वाले अनेक प्रकार के जीव से अपना भरण पोषण प्राप्त करते हैं। पारिस्थितिक पिरामिड का निर्माण करते हैं ।
- पारितंत्र में जब घास को कीट, कीट को मेढ़क, मेढ़क को सांप, सांप को बाज खाता है, तो आहार श्रृंखला का निर्माण होता है।
- पारिस्थितिक पिरामिड का निर्माण उत्पादक, प्राथमिक उपभोक्ता, द्वितीयक उपभोक्ता तथा तृतीयक उपभोक्ता से बनता है।
- आहार नाल का निर्माण कई आहार श्रृंखला से होता है।
10. (a) पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह एकदिशिक होता है।
- पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह उत्पादक → P.C - S.C, T.C में होता है।
- ऊर्जा का प्रवाह घास उत्पादक → कीट, मेढ़क, सांप
P.C S.C T.C
11. (c) सूर्य की पराबैंगनी किरणें प्रतिरक्षा तंत्र की क्षति तथा त्वचा का कैंसर को जन्म देता है।
- प्रतिरक्षा तंत्र रोग प्रतिरोधी क्षमता से संबंधित है।
- फेफड़ा की क्षति धूमपान करने से होता है। जैसे- सिगरेट, गांजा इत्यादि के सेवन से।
- अमाशय में अल्सर HCl के प्रभाव से होता है।
12. (d) पृथ्वी पर पाए जाने वाले वैसे पदार्थ जो अपघटित न हो जैव अनिम्नकरणीय पदार्थ कहलाते है। जैसे- पॉलिथीन, प्रक्षालक, PVC, प्लास्टिक, सीसा, कीटनाशक DDT |
- पृथ्वी पर जिसका अपघटन हो जाता है, उसे जैव निम्नकरणीय पदार्थ कहते है। जैसे- चमड़ा, गोबर, कागज, लकड़ी, मृत जानवर इत्यादि ।
- पारा, कीटनाशक, सिंगल यूज प्लास्टिक हमारे वातावरण के लिए काफी नुकसानदायक है।
13. (a) किसी आहार श्रृंखला में उच्च पोषी स्तर से ऊर्जा में कमी होती है। अर्थात् Plant का 10% ऊर्जा P.C को मिलेगा।
- ऊर्जा का प्रवाह Plant P.C S.C T.C
1000 ऊर्जा 100% 10% 1%
- ऊर्जा का प्रवाह एकदिशीय होता है।
- लिन्डेमान के द्वारा ऊर्जा का 10% नियम दिया गया।
14. (b) पौधे तथा हरे शैवाल उत्पादक होते हैं, अर्थात् खाना खुद बनाते हैं।
- हरे पौधे अपना भोजन कार्बनिक यौगिकों से प्राप्त नहीं करते हैं।
- उत्पादक अपना भोजन स्वयं CO2 तथा H2O से बनाते हैं।
- पौधे प्रकाश संश्लेषण में सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में बदलकर भोजन का निर्माण करते हैं ।
15. (c) आहार श्रृंखला का संघटक (11) तथा (111) नहीं है।
- आहार श्रृंखला में घास, खरगोश, भेड़िया तथा शेर आते है।
- घास के मैदान में टिड्डा, मेढ़क, सांप तथा चील आएंगे।
- कई आहार श्रृंखला से आहार नाल का निर्माण होता है।
16. (a) प्रकाश संश्लेषण में हरे पौधे सौर ऊर्जा का 1% भाग का उपयोग करते हैं।
- प्रकाश संश्लेषण दिन तथा रात दोनों समय होता है। रात के समय कृत्रिम प्रकाश से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया संभव है।
- प्रकाश संश्लेषण पौधा लाल रंग का उपयोग सबसे ज्यादा करता है।
- प्रकाश संश्लेषण की क्रिया पत्तियों के स्ट्रोमा तथा ग्रेणा में सम्पन्न होती है।
- प्रकाश संश्लेषण के समय परासरण तथा विसरण की क्रिया शुरू होती है।
- प्रकाश संश्लेषण में पौधा CO2 का अवशोषण तथा O2 का उत्सर्जन करता है।
17. (c) पारितंत्र में सबसे अधिक ऊर्जा उत्पादक में होती है। अर्थात् पृथ्वी सबसे ज्यादा उत्पादक होता है। इसलिए पिरामिड का सबसे बड़ा भाग को T1 से सूचित किया गया है।
- उत्पादक से ऊर्जा P.C, S. C तथा T, C में जाता है।
- T1 उत्पादक है इसलिए सबसे ज्यादा ऊर्जा T1 में है। जबकि सबसे कम ऊर्जा T4 में होगा।
18. (d) अगर आहार श्रृंखला में हिरण को निकाल दिया जाए तो बाघ की जनसंख्या घट जाएगी और घास में वृद्धि हो जाएगी।
- सभी शाकाहारी घास पर आश्रित रहते है, और मांसाहारी शाकाहारी पर निर्भर रहते है।
- अगर शाकाहारी प्राणी की जनसंख्या में कमी हो तो वनस्पति में वृद्धि हो जाएगी और मांसाहारी जीव की संख्या घट जाएगी।
19. (b) पारितंत्र (Ecosystem) में अपघटक का मतलब होता है, जैव पदार्थ को अकार्बनिक रूप में बदल देते है।
- जीवाणु कवक मृत कार्बनिक पदार्थ को अकार्बनिक रूप में बदल देते है। अर्थात् जीवाणु कवक अपघटनकर्ता कहलाता है।
- अपघटन क्रिया होने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति में वृद्धि होती है।
- अपघटन क्रिया न होने पर कार्बनिक पदार्थों का चक्रण संभव नहीं है।
20. (c) अगर मेढ़क टिड्डा को खा जाता है, तो ऊर्जा का स्थानांतरण P.C से SC में होगा।
- ऊर्जा का सबसे बड़ा स्रोत सूर्य होता है।
- उत्पादक से ऊर्जा प्राथमिक उपभोक्ता में जाता है, और प्राथमिक उपभोक्ता से द्वितीयक उपभोक्ता में जाता है।
- ऊर्जा का प्रवाह उत्पादक → P.C → S.C → T.C
21. (d) भोजन खाने वाली प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि ये गैर जैवनिम्नकरणीय पदार्थों की बनी होती है।
- जैव निम्नकरणीय पदार्थ का अर्थ होता है, जिसका अपघटन होता है।
- गैर जैवनिम्नकरणीय पदार्थ का अर्थ होता है, जिसका अपघटन नहीं होता है। जैसे- प्लास्टिक, सीसा, DDT, कीटनाशक, पारा, पॉलिथीन ।
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