भारतीय इतिहास - प्राचीन भारत का इतिहास - दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव एवं संगम युग)

भारतीय इतिहास - प्राचीन भारत का इतिहास - दक्षिण भारत (चोल, चालुक्य, पल्लव एवं संगम युग)

1. दक्षिण भारत के किस वंश के राजा ने रोम राज्य में एक दूत 26 ई.पू. में भेजा था ?

चोल
चेर
पाण्ड्य
चालुक्य

2. दक्षिण भारत का प्रसिद्ध 'तक्कोलम का युद्ध हुआ था-

चोल एवं उत्तर चालुक्यों के मध्य
चोल एवं राष्ट्रकूटों के मध्य
चोल एवं होयसल के मध्य
चोल एवं पाण्ड्यों के मध्य

3. चोल शासकों के शासनकाल में निम्नलिखित में से कौन-सा वारियम् उद्यान प्रशासन का कार्य देखता था?

पान वारियम्
एरि वारियम्
टोट्ट वारियम्
सम्वत्सर वारियम्

4. शिव की 'दक्षिणामूर्ति' प्रतिमा उन्हें किस रूप में प्रदर्शित करती है?

शिक्षक
नृत्य करते हुए
विश्राम करते हुए
ध्यानमग्न

5. चोलों की राजधानी थी-

कावेरीपत्तन
महाबलीपुरम
कांची
तंजौर

6. पांड्य साम्राज्य की राजधानी कहाँ थी?

कांची
मदुरै
कावेरीपट्टनम
तिरुची

7. निम्नलिखित में से कौन तमिल रामायणम या रामावतारम का लेखक था?

कंबन
कुट्टन
नन्नय
टिक्कण

8. विरुपाक्ष मंदिर का निर्माण किसने किया था?

चालुक्य
पल्लव
वाकाटक
सातवाहन

9. निम्नलिखित में कौन चोल प्रशासन की विशेषता थी?

साम्राज्य का मंडलम में विभाजन
ग्राम प्रशासन की स्वायत्तता
राज्य के मंत्रियों को समस्त अधिकार
कर संग्रह प्रणाली का सस्ता व उचित होना

10. निम्नलिखित में किस मंदिर परिसर में एक भारी-भरकम नंदी की मूर्ति है जिसे भारत की विशालतम नंदी मूर्ति माना जाता है?

वृहदीश्वर मंदिर
लिंगराज मंदिर
कंदरिया महादेव मंदिर
लेपाक्षी मंदिर

11. किस ऋषि के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने दक्षिण भारत का आर्यकरण किया, उन्हें आर्य बनाया ?

विश्वामित्र
अगस्त्य
वशिष्ठ
सांभर

12. धार्मिक कविताओं का संकलन 'कुरल' किस भाषा में है ?

ग्रीक
तमिल
तेलुगु
पालि

13. प्राचीन भारत का निम्नलिखित में से कौन-सा महत्त्वपूर्ण व्यापार केंद्र उस व्यापार मार्ग पर था जो कल्याण को वेंगी से जोड़ता था ?

तगर
श्रीपुर
त्रिपुरी
ताम्रलिप्ति

14. 8वीं सदी के प्रारंभ में निम्नलिखित में से किसने जोरोएस्ट्रियनों (पारसियों) को शरण दी जो पर्शिया (ईरान) से समुद्र द्वारा फरार होकर तटीय रास्ते से पश्चिमी भारत पहुँचे थे?

चालुक्यों ने
चोलों ने
होयसलों ने
राष्ट्रकूटों ने

15. संगम युग में 'उरैयूर' किसलिए विख्यात था?

मसालों के व्यापार का महत्त्वपूर्ण केंद्र
कपास के व्यापार का महत्त्वपूर्ण केंद्र
विदेशी व्यापार का महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र
आंतरिक व्यापार का महत्त्वपूर्ण केंद्र

16. महाबलिपुरम, जो एक मुख्य नगर है, वह कला में किन शासकों की रुचि को दर्शाता है?

पल्लवों की
चेरों की
पाण्ड्यों की
चालुक्यों की

17. चोल शासकों के समय में बनी हुई प्रतिमाओं में सबसे अधिक विख्यात हुई-

पत्थर की प्रतिमाएं
संगमरमर की प्रतिमाएं
विष्णु भगवान की पत्थर की शिलाओं पर अंकित प्रतिमाएं
नटराज शिव की कांसे की प्रतिमाएं

18. पाण्ड्य राज्य की जीवन रेखा कौन-सी नदी थी?

गोदावरी
कृष्णा
तुंगभद्रा
वेंगी

19. निम्नलिखित में से किस वंश द्वारा प्रायः महिलाओं को प्रशासन में उच्च पद प्रदान किए जाते थे?

चोल
चालुक्य
पाल
सेन

20. निम्नांकित राजवंशों में से किसके शासक अपने शासनकाल में ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर देते थे?

चालुक्य
चोल
कदंब
कलचुरि

21. किस चोल राजा ने जल सेना प्रारंभ की थी?

राजेंद्र चोल
परांतक चोल
राजराज प्रथम
राजराज द्वितीय

22. चालुक्य वंश का सबसे महान शासक कौन था ?

विक्रमादित्य
मंगलेश
पुलकेशिन द्वितीय
पुलकेशिन प्रथम

23. चालुक्यों की राजधानी कहां थी?

वातापी (बदामी)
श्रावस्ती
कांची
कन्नौज

24. ईसा की प्रारंभिक शताब्दियों में भारत तथा रोम के बीच घनिष्ठ व्यापारिक संबंधों की सूचना किस पुरास्थल की खुदाइयों से प्राप्त होती है?

मदुरै
ताम्रलिप्ति
तोंडी
अरिकामेडु

25. चोल शासक का नाम बताइये जिसने श्रीलंका के उत्तरी भाग पर विजय प्राप्त की ।

राजराज प्रथम
राजेंद्र प्रथम
परांतक प्रथम
आदित्य प्रथम

26. चोल राजाओं ने किस धर्म को संरक्षण प्रदान किया?

जैन धर्म
बौद्ध धर्म
शैव धर्म
वैष्णव धर्म

27. निम्नलिखित में से किसको दक्षिण भारत के विशेषकर चोल युग के स्थापत्यों की विश्व में श्रेष्ठम प्रतिमा - रचना माना जाता है?

महिषासुरमर्दिनी
नटराज
राम
सोमस्कंद

28. 'लाल चेर' के नाम से प्रसिद्ध वह चेर शासक कौन था, जिसने कण्णगी (पत्तिनी) के मंदिर का निर्माण कराया था ?

एलारा
करिकाल
शेनगुट्टवन
नेदुन जेरल आदन

29. निम्नलिखित चोल शासकों में जिसने बंगाल की खाड़ी को 'चोल झील' का स्वरूप प्रदान कर दिया, वह कौन था?

राजराज तृतीय
राजेंद्र प्रथम
अधिराज
कुलोत्तुंग