भारतीय इतिहास | आधुनिक भारत का इतिहास | कांग्रेस का बनारस, कलकता एवं सूरत अधिवेशन

भारतीय इतिहास | आधुनिक भारत का इतिहास | कांग्रेस का बनारस, कलकता एवं सूरत अधिवेशन

1. स्वराज को बतौर राष्ट्रीय मांग के रूप में सर्वप्रथम रखा था-

बी जी तिलक ने
सी आर दास ने
दादाभाई नौरोजी ने
महात्मा गांधी ने

2. बीसवीं सदी के प्रारंभिक वर्षों में कांग्रेस में विभाजन की प्रक्रिया शुरू हुई-

कांग्रेस आंदोलन की रणनीतियों पर
कांग्रेस आंदोलन के उद्देश्यों पर
कांग्रेस आंदोलन में लोगों की भागीदारी पर
उपर्युक्त सभी

3. 18 वर्ष की आयु में स्नातक, 20 वर्ष की आयु में प्रोफेसर तथा सुधारक के सह संपादक, 25 वर्ष की आयु में सार्वजनिक सभा और प्रांतीय सम्मेलन के मंत्री, 29 वर्ष की आयु में राष्ट्रीय कांग्रेस के मंत्री 31 वर्ष की आयु में महत्त्वपूर्ण रॉयल कमीशन के समक्ष अग्रणी प्रवाह, 34 वर्ष की आयु में प्रांतीय विधायक, 36 वर्ष की आयु में इम्पीरियल विधायक 39 वर्ष की आयु में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष ..... एक देश भक्त जिसे महात्मा गांधी ने स्वयं अपना गुरु माना है।" इन शब्दों में एक जीवनीकार ने वर्णन किया है-

पंडित मदन मोहन मालवीय का
महादेव गोविंद रानाडे का
गोपाल कृष्ण गोखले का
बाल गंगाधर तिलक का

4. कांग्रेस के मंच से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में प्रथम बार 'स्वराज' शब्द व्यक्त किया गया था ?

बनारस अधिवेशन, 1905
कलकत्ता अधिवेशन, 1906
सूरत अधिवेशन, 1907
उपर्युक्त में से कोई नहीं

5. ब्रिटिश पार्लियामेंट में चुना जाने वाला प्रथम भारतीय कौन था ?

रास बिहारी बोस
सुरेंद्र नाथ बनर्जी
दादाभाई नौरोजी
विट्ठलभाई पटेल

6. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्ष 1906 में विख्यात कलकत्ता अधिवेशन में में 1907 में हुए कांग्रेस के अगले चार संकल्प पारित किए गए थे। सूरत अधिवेशन में इन चारों संकल्पों को स्वीकार करने अथवा उन्हें अस्वीकृत करने के प्रश्न पर कांग्रेस में विभाजन हो गया था । निम्नलिखित में से कौन-सा एक संकल्प इन चारों संकल्पों में नहीं था ?

बंगाल के विभाजन को रद्द करना
बहिष्कार (बॉयकॉट)
राष्ट्रीय शिक्षा
स्वदेशी

7. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 1905 के बनारस अधिवेशन का अध्यक्ष कौन था ?

सुरेंद्रनाथ बनर्जी
फिरोजशाह मेहता
गोपाल कृष्ण गोखले
दिनशा वाचा

8. 'स्वराज' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम किसने किया ?

बाल गंगाधर तिलक ने
लाला लाजपत राय ने
एस सी बोस ने
दयानंद सरस्वती

9. भारतीय कांग्रेस कहां पर उदारवादियों एवं उग्रवादियों दो भागों में विभाजित हो गई ?

सूरत अधिवेशन, 1907
लाहौर अधिवेशन, 1909
कलकत्ता अधिवेशन, 1911
कराची अधिवेशन, 1913

10. दादाभाई नौरोजी आमतौर पर किस नाम से जाने जाते थे ?

पंजाब केसरी
गुजरात रत्न
गुरुदेव
ग्रांड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया

11. निम्नलिखित में से किस नेता ने 1906 में कलकत्ता कांग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता की थी ?

बाल गंगाधर तिलक
गोपाल कृष्ण गोखले
अरबिंद घोष
दादाभाई नौरोजी

12. 1907 के भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सूरत के वार्षिक अधिवेशन के अध्यक्ष थे-

दादाभाई नौरोजी
बाल गंगाधर तिलक
गोपाल कृष्ण गोखले
आर बी घोष

13. कांग्रेस ने 'स्वराज' प्रस्ताव वर्ष 1905 में पारित किया। प्रस्ताव का उद्देश्य था-

अपने लिए संविधान बनाने का अधिकार, परंतु ऐसा नहीं हुआ
स्व- शासन सुनिश्चित करना
उत्तरदायी सरकार
स्वयं की सरकार

14. सूरत विभाजन का नेतृत्व किया था-

ह्यूम ने
डफरिन
तिलक ने
गांधीजी ने