इसकी चाल परिवर्तित होती रहती है।
इसका वेग सदैव परिवर्तित होता है।
यह सदैव पृथ्वी से दूर जाता है।
इस पर सदैव एक बल कार्य करता है।
सदैव एक ही वस्तु पर लगती है
सदैव दो भिन्न वस्तुओं पर विपरीत दिशाओं में कार्य करती है
परिमाण एवं दिशाएँ समान होती है
किसी भी एक वस्तु पर एक दूसरे के अभिलंबवत् कार्य करती है
बॉल पर अधिक बल लगा पाता है
बॉल द्वारा हाथों पर लगाए गए बल को कम कर पाता है
संवेग-परिवर्तन की दर में वृद्धि कर पाता है
संवेग - परिवर्तन की दर में कमी कर पाता है
उसकी चाल बढ़ाता है
उसकी चाल कम करता है
उसकी गति की अवस्था में परिवर्तन को प्रतिरोधित करता है
घर्षण के कारण अवमंदित करता है
त्वरित है / Accelerated
एकसमान है / Uniform
अवमंदित है / Retarded
वृत्ताकार पथ के अनुदिश है / Along circular tracks
द्रव्यमान संरक्षा नियम पर
ऊर्जा संरक्षण नियम पर
संवेग संरक्षण नियम पर
संरक्षण नियम पर
कौशांबी, उत्तर प्रदेश
पुराना किला, दिल्ली
हस्तिनापुर, मेरठ
अतरंजीखेड़ा, एटा
पटना और वैशाली
मुंगेर और भागलपुर
दरभंगा और सीतामढ़ी
सारण और वैशाली
डायाक
ओलीगार्की
पेट्रॉय
डेमोकार्गी
राजा प्रसेनजीत
राजा चंडप्रद्योत महासेन
राजा कोशलजीत
रानी चेल्लना
कालाशोक
प्रसेनजीत
महापद्मनंद
उदायिन
चेटक
सुनीध
वस्सकार
जीवक
मज्झिम निकाय
विनयपिटक
दीघनिकाय
अभिधम्मपिटक
गैरिक-मृद्भांड
चित्रित-धूसर मृदभांड
कांस्य का मृद्भांड
लौहे से बना मृद्भांड
सिंधु नदी का पश्चिमी क्षेत्र
पंजाब
सिंध
कुरुक्षेत्र
सेना में भर्ती की प्रक्रिया
मुद्रा तथा भार की प्राचीन माप
व्यापारिक श्रेणी का समूह
समुद्री व्यापार का मार्ग
एशिया माइनर (तुर्की)
इराक
ईरान
अफगानिस्तान
नंद
मौर्य
कण्व
शुंग
सिंधु तथा झेलम नदी
रावी तथा व्यास नदी
झेलम तथा चिनाब नदी
चिनाब तथा सतलुज नदी
खालिसा
इनाम
वक्फ
इक्ता
इल्तुतमिश ने
बलबन ने
अकबर ने
कुतुबुद्दीन ऐबक ने
राजा धंगदेव चंदेल
अशोक
राजा राजेश्वर
इनमें से कोई नहीं
हुमायूँ
अकबर
जहाँगीर
शाहजहाँ
मस्जिद निर्माण की तकनीक
संगमरमर अथवा बलुआ पत्थर को अलंकृत करने की तकनीक
मकबरा निर्माण की तकनीक
किले की ऊँचाई को बढ़ाने वाली तकनीक
इल्तुतमिश
बलबन
अलाउद्दीन खिलजी
मुहम्मद बिन तुग़लक
ब्रिटेन
फ्रांस
रूस
उपर्युक्त में से कोई नहीं
मनसबदार
मुख्यमंत्री
सेनापति
राजस्व मंत्री
नागा
अहोम
मुंडा
बलोच
1590
1591
1560
1592
पाइक
भुइयाँ
कोज-हाजों
बुरंजी
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