गुप्त प्रशासन में
चोल प्रशासन में
विजयनगर प्रशासन में
मराठा प्रशासन में
राजाराम
बालाजी विश्वनाथ
गंगाबाई
नानाजी देशमुख
मराठा भू-राजस्व प्रथा
तालुकदारी प्रथा
कुतुबशाही प्रशासन
उपर्युक्त में से कोई नहीं
धार्मिक चेतना
भौगोलिक सुरक्षा
राजनैतिक जागृति
उपर्युक्त सभी
वित्तीय प्रशासन से
न्यायिक प्रशासन से
स्थानीय प्रशासन से
सैन्य प्रशासन से
खफी खान
काशीराज पंडित
दत्ताजी पिंगले
हरचरणदास
पुरंदर
रायगढ़
सलहार
शिवनेर
पेशवा
सचिव
पंडित राव
सुमंत
वह मराठों द्वारा लाहौर से अपने वायसराय तैमूर शाह के निष्कासन का बदला लेना चाहता था ।
उसे जालंधर के कुंठाग्रस्त राज्यपाल आदीन बेग खान ने पंजाब पर आक्रमण करने के लिए आमंत्रित किया ।
वह मुगल प्रशासन को चहार महल (गुजरात, औरंगाबाद, सियालकोट तथा पसरूर ) के राजस्व का भुगतान न करने के लिए दंडित करना चाहता था ।
वह दिल्ली की सीमाओं तक के पंजाब के सभी उपजाऊ मैदानों को हड़प कर अपने राज्य में विलय करना चाहता था ।
1626, 1675
1625, 1671
1627, 1661
1627, 1674
अफगानों ने
अंग्रेजों ने
मुगलों ने
रोहिलों ने
हेमू तथा अकबर के बीच
हुमायूं तथा शेरशाह के बीच
मराठा तथा अहमद शाह अब्दाली के बीच
नादिरशाह तथा मुगलों के बीच
इनायत खां
अफजल खां
शाइस्ता खां
सैयद खां
सुमंत
अमात्या
सर-ए-नौबत
सचिव
बाजीराव 1
बालाजी बाजीराव
बालाजी विश्वनाथ
बाजीराव 2
14 जनवरी, 1760
5 जनवरी, 1761
14 जनवरी, 1761
5 नवंबर, 1556
ग्वालियर
आगरा
दिल्ली
कानपुर
पुणे
कोल्हापुर
रायगढ़
अहमदनगर
शम्भाजी
राजाराम
जीजाबाई
ताराबाई
गुलाम कादिर रूहेला
नजीब खान
अली मुहम्मद खां
हफीज रहमत खाँ
रायगढ़
सतारा
पुरंदर
तंजोर
अहिल्याबाई
मुक्ताबाई
ताराबाई
रुक्मिणीबाई
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