किसी भी तापमान पैमाने का आरम्भिक बिन्दु ।
सैद्धांतिक रूप से न्यूनतम सम्भव तापमान ।
वह तापमान जिस पर सभी द्रव पदार्थों के वाष्प जम जाते हैं।
वह तापमान जिस पर सभी पदार्थ वाष्पीय प्रावस्था में होते हैं।
घटती है
बढ़ती है
पहले घटती है पुनः बढ़ती है
कोई प्रभाव नहीं पड़ता
अप्रभावित रहती है
घटती है
बढ़ती है
अव्यवस्थित होती है
केवल ठोस पदार्थ में होता है।
पदार्थ का भार बढ़ा देता है।
पदार्थ का घनत्व घटा देता है।
सभी द्रव्यों और ठोस पदार्थों में समान दर से होता है।
उष्ण वायु प्रतिस्थापन
वायु निर्जलीकरण
वाष्पन शीतलन
वायु पुनर्जलीकरण
केवल तापक्रम
केवल आर्द्रता एवं तापक्रम
केवल दाब एवं तापक्रम
आर्द्रता, दाब एवं तापक्रम
भाप में गुप्त ऊष्मा होती है
भाप शरीर के भीतर घुस जाता है।
भाप में अधिक मारक क्षमता है
भाप हल्का होता है
क्वथनांक बढ़ता है और जमाव बिन्दु घटता है ।
क्वथनांक घटता है और जमाव बिन्दु बढ़ता है।
क्वथनांक व जमाव बिन्दु दोनों घटते हैं ।
क्वथनांक व जमाव बिन्दु दोनों बढ़ते हैं।
शरीर का ताप नियंत्रित रखने में
शरीर में जल की मात्रा संतुलित रखने में
शरीर में विष पदार्थ निकालने में
त्वचा के छिद्र से गन्दगी दूर रखने का
एल्युमीनियम पेन्ट
लैंडचूर्ण
रजत परत
पारे की परत
द्रवण
वाष्पीकरण
ऊर्ध्वपातन
उपर्युक्त में से कोई नहीं
पंखा ठंडी हवा देता है ।
हमारा पसीना तेजी से वाष्पीकृत होता है ।
हमारे शरीर से अधिक ऊष्मा विकरित होती है ।
हवा की संवाहकता बढ़ जाती है ।
पानी के बहने से
सम्पीड़ित गैस को छोड़ने से
रसोई गैस से
ठोस को पिघलाने से
निम्न ताप से
निम्न आर्द्रता से
उच्च वाष्पन से
अति उच्च ताप से
अधिक दाब के कारण उबलते समय पानी का ताप कम हो जाता है।
चारों ओर से बंद होने के कारण वायु का प्रभाव नहीं पड़ता है।
अधिक दाब के कारण उबलते पानी का ताप बढ़ जाता है ।
प्रयुक्त पानी का वाष्पन बहुत कम होता है ।
37 डिग्री सेल्सियस
37 डिग्री फारेनहाइट
98.4 डिग्री सेल्सियस
98.4 डिग्री कैल्विन
चुरु में रखा प्याला
शिमला में रखा प्याला
दोनों प्याले कमरे के तापमान पर एक ही समय पहुँचे
परिणाम प्राप्त करने के लिए आँकड़े पर्याप्त नहीं है।
वाष्पीकरण की दर तेज होती है
हवा में नमी कम होती है
तापमान ऊंचा रहता है
आकाश साफ नहीं होता है।
आयतन में कोई परिवर्तन नहीं होगा ।
आयतन पहले बढ़ेगा ओर बाद में घटेगा ।
आयतन पहले घटेगा और बाद में बढ़ेगा।
पानी जम जाएगा ।
280
290
300
310
ऊपर के छेद का क्षेत्रफल व उस पर रखा गया वजन पर ।
ऊपर के छेद का क्षेत्रफल व पकाए जाने वाले पदार्थ पर |
ऊपर के छेद पर रखा गया वजन व पकाए जाने वाले पदार्थ पर ।
ऊपर के छेद के केवल क्षेत्रफल पर ।
उसके अणुओं की कुल ऊर्जा का
उसके अणुओं की औसत ऊर्जा का
उसके अणुओं के कुल वेग का
उसके अणुओं के औसत गतिज ऊर्जा का
40.16
36.89
35.72
32.36
ठंड से अतिरिक्त नमी बाहर आ जाती है।
फ्रिज के अंदर आर्द्रता कम होती है इसलिए अतिरिक्त नमी अवशोषित हो जाती है।
फ्रिज के अंदर आर्द्रता अधिक होती है इसलिए अतिरिक्त नमी अवशोषित हो जाती है।
फ्रिज के अन्दर दाब अधिक होता है जिससे अधिक नमी बाहर आने में मदद मिलती है।
हमारा रक्त वायुमण्डल के दबाव से कुछ अधिक डालता है।
हम इसके अभ्यस्त है ।
हमारी हड्डियाँ काफी मजबूत हैं और इस दबाव को सहन कर सकती हैं।
हमारे सिर का सतही क्षेत्रफल बहुत छोटा है।
लोहे के गुटके का ताप लकड़ी के गुटके से कम होता है।
लकड़ी की तुलना में लोहा ऊष्मा का अच्छा चालक है।
लकड़ी की तुलना में लोहा ऊष्मा का खराब चालक है।
लोहे का टुकड़ा लकड़ी से मारी होता है।
तापमान को कम करना
हिमायन ताप को बढ़ाना
एक समान तापमान को बनाए रखना
गलांक को घटाना
अल्कोहल का द्रवांक निम्नतर होता है।
अल्कोहल ऊष्मा का बेहतर संचालक होता है।
अल्कोहल पारा से अधिक सस्ता होता है ।
अल्कोहल का विश्व उत्पादन पारा से अधिक होता है।
वे अपने ऊपर पड़ने वाली सारी ऊष्मा को परावर्तित कर देते हैं ।
वे शरीर से स्थानान्तरित होने वाली सारी ऊष्मा को विकिरित कर देते हैं।
वे पसीना सोख लेते हैं
वे आंखों को शीतलता प्रदान करते हैं ।
पानी जमने पर फैलता है।
बोतल हिमांक पर सिकुड़ती है ।
बोतल के बाहर का तापक्रम अन्दर से ज्यादा होता है।
पानी गर्म करने पर फैलता है ।
एथेनॉल
एथिलीन ग्लाइकॉल
मिथेनॉल
प्रोपिल एल्कोहॉल
4°C
8ºC
0°C
10ºC
शीतकाल में हमारा शरीर ठंडा होता है, अतः जल गर्म प्रतीत होता है
पृथ्वी के भीतर तापमान वायुमंडल के तापमान से अधिक होता है
पम्पिंग क्रिया से घर्षण पैदा होता है, जिससे जल गर्म हो जाता है
भीतर से जल बाहर निकलता है और परिवेश से ऊष्मा का अवशोषण कर लेता है
सूर्य की रोशनी नहीं पड़ने दी जाती है
पर्यावरण में कार्बन डाइऑक्साइन की सांद्रता बढ़ा दी जाती है।
श्वसन की दर घटा दी जाती है ।
आर्द्रता बढ़ जाती है ।
नीचे गिरेगा
ऊपर उठेगा
वही रहेगा
नीचे गिरना या ऊपर उठना पानी के तापक्रम पर निर्भर करेगा
गुब्बारे के आमाप में कमी आएगी।
गुब्बारा चपटा होकर चक्रिका प्रकार के आकार में आएगा ।
गुब्बारे के आमाप में वृद्धि होगी ।
गुब्बारे का आमाप व आकार पहले समान ही रहेगा।
ठंडी लहरों को आसमान से पृथ्वी तक उतरने से रोकते हैं।
पृथ्वी से छोड़ी गई ऊष्मा को परावर्तित करते हैं ।
ऊष्मा बनाते हैं ओर इसे पृथ्वी की ओर विकसित करते हैं ।
वायुमंडल से ऊष्मा का अवशोषण करते हैं और इसे पृथ्वी की ओर भेजते हैं।
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