भूगोल | भारत का भूगोल | कृषि | हरित क्रांति

भूगोल | भारत का भूगोल | कृषि | हरित क्रांति

1. 'सदाबहार क्रांति' भारत में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रयोग में लायी गई-

नॉर्मन बोरलॉग द्वारा
एम. एस. स्वामीनाथन द्वारा
राज कृष्णा द्वारा
आर. के. वी. राव द्वारा

2. इन्द्रधनुषीय क्रांति का सम्बन्ध है-

हरित - क्रांति से
श्वेत - क्रांति से
नीली - क्रांति से
उपरोक्त सभी

3. निम्नलिखित फसलों में से किसे 'हरित क्रांति' का सर्वाधिक लाभ उत्पादन एवं उत्पादकता (Production & Productivity) दोनों में हुआ ?

ज्वार
मक्का
चावल
गेहूं

4. हरित क्रांति का अर्थ है-

कृषक क्रान्ति
सामाजिक वानिकी
वृक्षारोपण
कृषि के आधुनिक विधियों का उपयोग कर प्रति एकड़ फसल की उपज बढ़ाना

5. स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद से भारत ने सर्वाधिक प्रगति की है-

चावल के उत्पादन में
दालों के उत्पादन में
पटसन के उत्पादन में
गेहूं के उत्पादन में

6. 'नीली क्रांति' सम्बन्धित है-

कृषि
लौह एवं इस्पात उद्योग
सिंचाई
मत्स्य पालन

7. नॉर्मन अर्नेस्ट बोरलॉग, जो हरित क्रांति के जनक माने जाते हैं, किस देश से हैं?

संयुक्त राज्य अमेरिका
मैक्सिको
ऑस्ट्रेलिया
न्यूजीलैंड

8. गुलाबी क्रांति सम्बन्धित है-

कपास से
लहसुन से
अंगूर से
माँस और मुर्गी पालन से

9. जीरो टिल बीज एवं उर्वरक ड्रिल विकसित किया गया था-

पी.ए.यू., लुधियाना में
जी. बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर में
आई.आई.एस.आर. लखनऊ में
आई.ए.आर.आई. नई दिल्ली में

10. विश्व में 'हरित क्रांति के जनक' हैं-

नॉर्मन ई. बोरलॉग
एम. एस. स्वामीनाथन
जी. एस. खुश
बी. पी. पाल

11. हरित क्रांति में प्रयुक्त मुख्य पादप (फसल) कौन - सा था ?

जैपोनिका चावल
भारतीय चावल
एमर गेहूं
मैक्सिकन गेहूं

12. हरित क्रांति से अभिप्राय है-

हरी खाद का प्रयोग
अधिक फसल उगाना
उच्च उत्पाद वैराइटी प्रोग्राम
हरी वनस्पति

13. 'हरित क्रांति' में सन्निहित है-

जैविक खेती एवं बागवानी पर जोर
बागवानी तथा पुष्पकृषि पर ध्यान केंद्रित करते समय कीटनाशकों और रासायनिक उर्वरकों से बचाव
समेकित कीट प्रबंधन समेकित पोषक पदार्थ आपूर्ति एवं समेकित प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन
खाद्य फसलों, बागवानी एवं पुष्पकृषि पर जोर