कुटीर उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
लघु स्तरीय उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
वृहद स्तरीय उद्योगों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को वित्त प्रदान करने हेतु ।
निवेश राशि सीमित होना
सीमित धारकों का होना
धारकों का उत्तरदायित्व सीमित होना
उपरोक्त सभी
1 अप्रैल, 1957 से
1 अप्रैल, 1965 से
1 जून, 1964 से
2 अक्टूबर, 1961 से
एक व्यापारिक बैंक के रूप में ।
एक विकास बैंक के रूप में ।
एक औद्योगिक बैंक के रूप में
उपर्युक्त में से किसी भी रूप में नहीं ।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक
थोक मूल्य सूचकांक
श्रमिकों तथा जीवन - निर्वाह लागत सूचकांक
उपर्युक्त सभी
थोक कीमत सूचकांक
औद्योगिक कर्मियों के लिए उपभोक्ता कीमत सूचकांक
कृषि श्रमिकों के लिए उपभोक्ता कीमत सूचकांक
उक्त में से कोई नहीं
वर्ष 1951 में
वर्ष 1955 में
वर्ष 1957 में
वर्ष 1960 में
साहूकार
ऋणी
बचत खाता एकाउंट रखने वाले
राजकीय पेंशनर
नाबार्ड
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
आई. सी. आई. सी. आई.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
राष्ट्रीय आय
उपभोक्ता कीमत सूचकांक
जीवन स्तर
प्रति व्यक्ति आय
इंटरनेट बैंकिंग में
क्रेडिट कार्ड में
बैंक में बचत खाता में
बैंक में चालू खाता में
सुपर कंप्युटर
ई-व्यापारिक में नई तकनीक
पुल निर्माण में नई तकनीक
बड़ी कंपनियों के स्टॉक सूचक
एसबीआई द्वारा
नाबार्ड द्वारा
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निक्षेप लि. द्वारा
राष्ट्रीय प्रतिभूति निक्षेप लि. द्वारा
भारतीय बैंक एसोसिएशन
राष्ट्रीय प्रतिभूति निक्षेप लिमिटेड (नेशनल सेक्यूरिटीज डिपोजिटरी लिमिटेड)
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया)
भारतीय रिजर्व बैंक
कागजी मुद्रा
क्रेडिट कार्ड
डिस्काउंट कूपन
शेयर
मुंबई
कोलकाता
दिल्ली
अहमदाबाद
आई. सी. आई. सी. आई.
आई. डी. बी. आई.
एच. डी. एफ. सी.
एस. बी. आई.
बैंक ऑफ बड़ौदा
पंजाब नेशनल बैंक
भारतीय स्टेट बैंक
यूको बैंक
अक्टूबर, 1966 में
अक्टूबर, 1969 में
दिसंबर, 1969 में
दिसंबर, 1980 में
विदेशी व्यापार
बैकिंग
शेयर बाजार
वस्तु निर्माण
उस निवेशक का, जो यह महसूस करता है कि अमुक प्रतिभूति की कीमत गिरने वाली है ।
उस निवेशक का, जो यह महसूस करता है कि अमुक शेयरों की कीमत बढने वाली है ।
उस शेयरधारक या बॉण्डधारक का, जिसकी किसी वित्तीय या अन्यथा, कंपनी में हिस्सेदारी है।
उस उधारदाता का, जो कर्ज देता है या बॉण्ड खरीदता है ।
बैंक बोर्ड ब्यूरो
भारतीय रिजर्व बैंक
केंद्रीय वित्त मंत्रालय
संबंधित बैंकों का प्रबंधन
आकस्मिक निधि में
संयुक्त निधि में
सामान्य विकास निधि में
सार्वजनिक लेखा निधि में
1920
1930
1935
1940
सेबी (SEBI)
सेल (SAIL)
सिडबी (SIDBI)
नाबार्ड (NABARD)
भुगतान संतुलन
बैंक गारंटी
अमानत राशि
नकद आरक्षित अनुपात
वित्त मंत्रालय
भारतीय रिजर्व बैंक
भारत सरकार
भारतीय स्टेट बैंक
1956
1944
1950
1947
वृद्धि
कमी
कोई प्रभाव नहीं
कोई अन्य नहीं
सी. रंगराजन
डी. सुब्बाराव
एम. एस. अहलूवालिया
कमलनाथ
मालेगाम समिति
गोइपोरिया समिति
रंगराजन समिति
बैकिंग रिफॉर्म्स समिति
SBR (सांविधिक बैंक अनुपात)
SLR ( सांविधिक तरल अनुपात)
CBR (केंद्रीय बैंक रिजर्व)
CLR (केंद्रीय तरल रिजर्व)
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा
भरतीय स्टेट बैंक द्वारा
वित्त मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा
भारतीय आयात-निर्यात बैंक द्वारा
अनर्जक (नॉन-परफार्मिंग) परिसंपत्तियों को कम करने हेतु सुझाव देने के लिए |
नए बैंकों को लाइसेंस देने हेतु आवेदन-पत्रों के सूक्ष्म परीक्षण के लिए ।
वित्तीय समावेशन के दिशा-निर्देश बनाने के लिए ।
बैकिंग सेवाएं पहुंचाने के लिए मोबाइल प्रयोग के अध्ययन हेतु ।
योग्य लाभार्थियों को 'विशिष्ट साख पत्र जारी करके ।
निम्न आय वर्ग के लोगों को 'शून्य' अथवा न्यूनतम अवशेष से बैंकिंग सेवाओं को प्रदान करके ।
कम आय वाले लोगों को वित्तीय सेवाएं प्रदान करके ।
उपरोक्त सभी के द्वारा ।
जी. वी. रामकृष्ण
सी. रंगराजन
अरुण जेटली
मोंटेक सिंह अहलूवालिया
नकदी उधार अनुपात (कैश क्रेडिट रेशियो)
ऋण सेवा दायित्व (डेट सर्विस ऑब्लिगेशन)
तरलता समायोजन सुविधा (लिक्विडिटी एडजस्टमेंट फेसिलिटी)
सांविधिक तरलता अनुपात (सटैट्यूटरी लिक्विडिटी रेशियो)
खाद्य पदार्थ क्षेत्र
गैर-खाद्य पदार्थ क्षेत्र
ईंधन, पॉवर, लाइट एवं ल्यूब्रीकेंट्स
विनिर्मित उत्पाद
निम्न आय
निरक्षरता
बैंक शाखाओं का अभाव
उपर्युक्त सभी
भारत की GDP विकास दर प्रबलता से बढ़ेगी।
विदेशी संस्थागत निवेशक हमारे देश में और अधिक पूंजी लाएंगे
अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक अपने उधार देने की दर को घटा सकते हैं
इससे बैंकिंग व्यवस्था को नकदी (लिक्विडिटि ) में प्रबलता से कमी आ सकती है
विनिवेश
बैंकिंग सुधार
कर सुधार
विदेश व्यापार
भारतीय रिजर्व बैंक
आर्थिक कार्य विभाग
श्रम ब्यूरो
कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग
ब्याज की बाजार दर के गिरने की संभावना है।
केंद्रीय बैंक अब वाणिज्यिक बैंकों को कर्जे नहीं दे रहा है ।
केंद्रीय बैंक सस्ती मुद्रा नीति का अनुसरण कर रहा है।
केंद्रीय बैंक महंगी मुद्रा नीति का अनुसरण कर रहा है।
अर्थव्यवस्था में उपभोग व्यय घटाएगा
सरकार के कर संग्रह को बढ़ाएगा
अर्थव्यवस्था में निवेश व्यय को बढ़ाएगा
अर्थव्यवस्था में कुल बचत को बढ़ाएगा
हिंदुस्तान कॉमर्शियल बैंक
अवध कॉमर्शियल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब एंड सिंध बैंक
सेबी (SEBI) को
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को
आई. सी. आई. सी. आई. (ICICI) को
अप्रैल, 2000 में
अप्रैल, 2001 में
अप्रैल, 2002 में
अप्रैल, 2003 में
सेंसेक्स
बी. एस. ई.
निफ्टी
सेप्स
राजवित्तीय नीति
मुद्रा नीति
बजट नीति
व्यापार नीति
सेबी को
भारतीय रिजर्व बैंक को
इन्श्योरेंस नियमन एवं विकास प्राधिकरण को
साधारण बीमा निगम को
बीमार उद्योगों से
कर सुधारों से
बीमा क्षेत्र से
बैकिंग क्षेत्र
बैकिंग से
बीमा से
शेयर बाजार से
उपर्युक्त में से किसी से नहीं
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा
इंडिस्ट्रियल डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा
अपनी आय का लाभ लघु विनियोजकों को प्रदान करना ।
धन को इस प्रकार विनियोजित करना जिससे औद्योगिक विकास का संवर्धन हो ।
लोगों की बचत को एकत्र करना ।
उपर्युक्त सभी
भारतीय रिजर्व बैंक
सामान्य बीमा निगम
आयात-निर्यात बैंक
सहयोग निधि
पूंजी निर्गम नियंत्रक
वित्त मंत्रालय
भारतीय कंपनी लॉ बोर्ड
भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बोर्ड
सेबी
वित्त मंत्रालय
वाणिज्य मंत्रालय
भारतीय रिजर्व बैंक
1956 में
1962 में
1992 में
2013 में
ब्याज दर
बैंक दर
रिवर्स रेपो दर
रेपो दर
जुलाई, 1969 में
अगस्त, 1971 में
मार्च, 1981 में
जुलाई, 1991 में
बैंक दर
रेपो दर
रिवर्स रेपो दर
ब्याज दर
कृषि
लघु (माइक्रो ) एवं छोटे उद्यम
दुर्बल वर्ग
उपर्युक्त सभी
अनुसूचित बैंकों द्वारा RBI से ऋण लेना
अनुसूचित बैंकों द्वारा उद्योग और व्यापार क्षेत्रों को ऋण देना
RBI द्वारा सरकारी प्रतिभूतियों का क्रय और विक्रय
उपर्युक्त में से कोई नहीं
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया
वित्त मंत्रालय
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
राष्ट्रीय स्टॉक बाजार
सदस्यों द्वारा
सहकारी समितियों के निबंधक द्वारा
केंद्र सरकार द्वारा
राज्य सरकार द्वारा
अधिकतम 15 माह
2 से 5 वर्ष
1 से 3 वर्ष
1 से 2 माह
आरक्षित नकदी (कैश रिजर्व) अनुपात में वृद्धि
जनता की बैंकिंग आदतों में वृद्धि
सांविधिक नकदी अनुपादत में वृद्धि
देश की जनसंख्या में वृद्धि
निजी बैंक
विकास बैंक
निर्यात-आयात बैंक
पेंशन फंड्स
जनपद स्तर पर
राज्य स्तर पर
राष्ट्रीय स्तर पर
ब्लॉक स्तर पर
1862 में
1542 में
1601 में
1880 में
वस्तुएं और सेवाएं
सोना और चांदी
डॉलर और अन्य दुलर्भ मुद्राएं (हार्ड करेंसीज)
निर्यात - योग्य बेशी (सरप्लस)
यह अवैध मुद्रा है
यह जाली मुद्रा है
यह गंदी / खराब मुद्रा है
यह अवैध आय है जिस पर आय कर नहीं दिया गया है
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा
राज्य सरकारों द्वारा
व्यापारिक बैंकों द्वारा
सेबी द्वारा
भूटान
मलेशिया
मालदीव
सेशेल्स
सरकार के ऋण में कमी आती है।
अर्थव्यवस्था में मौद्रिक तरलता में कमी आती है ।
देश में अधिक विदेशी प्रत्यक्ष पूंजी निवेश आता |
वांछित क्षेत्रों में ऋण प्रवाह बढ़ता है।
क्रिसिल
केयर
इक्रा
उपरोक्त सभी
डालर
दीनार
रूपया
उपर्युक्त में से कोई नहीं
कठोर मुद्रा
सस्ती मुद्रा
गर्म मुद्रा
दुर्लभ मुद्रा
अवमूल्यन
मुद्रास्फीति
विभुद्रीकरण
उपर्युक्त में से कोई नही
ऐसी मुद्रा जिसमें पलायन की प्रवृति न हो
ऐसी मुद्रा जिसमें शीघ्र पलायन की प्रवृति हो
(a) एवं (b) दोनों
उपर्युक्त में से कोई नहीं
वह मुद्रा जिसकी माँग पूर्ति से कम हो
वह मुद्रा जिसकी माँग पूर्ति से अधिक हो
वह मुद्रा जिसकी माँग तथा पूर्ति दोनों बराबर हो
उपर्युक्त में से कोई नहीं
वह मुद्रा जिसकी आपूर्ति माँग की अपेक्षा अधिक हो
वह मुद्रा जिसकी आपूर्ति माँग से कम हो
जिसकी मांग और आपूर्ति दोनों बराबर हो
उपर्युक्त में से कोई नहीं
मार्शल
हिक्स
पीगू
ग्रेशम
ऋणदाता
बचतकर्त्ता
ऋणी
उपर्युक्त में से कोई नहीं
रिफ्लेशन
इन्फ्लेशन
स्टेगफ्लेशन
इनमें से कोई नहीं
वृद्धि
कमी
स्थित बने रहना
घट बढ
आयात में वृद्धि और भुगतान संतुलन में सुधार
निर्यात में वृद्धि और विदेशी आरक्षित निधि में सुधार
निर्यात में वृद्धि और भुगतान संतुलन में सुधार
निर्यात और आयात में वृद्धि
लागताधिक्य स्फीति
माँगाधिक्य स्फीति
विस्फीति
प्रत्वयक्त स्फीति
आयात और निर्यात दोनों सस्ते हो जाते हैं
आयात और निर्यात दोनों महँगे हो जाते हैं
आयात महँगे हो जाते हैं और निर्यात सस्ते
आयात सस्ते हो जाते हैं एवं निर्यात महँगे
1960
1976
1949
1950
19 अगस्त, 1995
29 अगस्त, 1994
19 अगस्त, 1994
उपर्युक्त में से कोई नही
1921 ई. में
1922 ई. में
1924 ई. में
1925 ई. में
1950
1976
1955
1949
दिल्ली
बंगलौर
हैदराबाद
मुम्बई
बैंकिग क्षेत्र
बीमा क्षेत्र
शेयर बाजार
उपर्युक्त में से कोई नहीं
दिल्ली स्टॉक एक्सचेंज
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
मुम्बई स्टॉक एक्सचेंज
उपर्युक्त में से कोई नहीं
राजा जे. चेलैया समिति
नरसिंहम समिति
फेरवानी समिति
उपर्युक्त में से कोई नहीं
होशंगाबाद में
हैदराबाद में
देवास में
बंगलौर में
कनाडा
फ्रांस
यू. एस. ए.
यू. के.
संविदा आधारित बचत
अवशेष बचत
स्वैच्छिक बचत
नियोक्ता की बचत
IDBI द्वारा
SBI द्वारा
EXIM बैंक द्वारा
NABARD द्वारा
विदेशी संस्थागत निवेश्क
भारत की संचित निधि
संयुक्त राष्ट्रसंघ का विकास कार्यक्रम
क्वोटो संलेख (प्रोटोकॉल)
बसों के लिए बैंक ऋण का प्रभारी है
ऋण के लिए ब्याज दर निर्धारित करता है
ग्राहको को शिकायतों का सामाधान करता है
बैंकों की नई शाखाओं के लिए लाइसेंस जारी करता है।
एक्सेस क्रेडिट सुपरवाइजर
एक्स्ट्रा कैश स्टेट्स
एक्सचेंज क्लियरिंग स्टैंडर्ड
इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस
12 नवम्बर, 2013 को
19 नवम्बर, 2013 को
10 जनवरी, 2013 को
10 जनवरी, 2015 को
उषा अन्नय सुब्रमनियम
उषा राम गोपालन
चन्दा कोचर
शुभ लक्ष्मी पानेस
RBI
IDBI
ICICI
NABARD
किसी विषय की पूर्ण जानकारी
विदेशी मुद्रा विनिमय का अवैध करोबार
शेयर बाजार में प्रतिभूतियों का अवैध लेन-देन
कर अपवंचन
1 अप्रैल, 2015
1 अप्रैल, 2016
1 अप्रैल, 2017
1 अप्रैल, 2014
यहाँ न्यूयॉर्क का स्टॉक एक्सचेंज स्थित है
यह एक केंद्र है, जहाँ से ब्रिटिश समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं
यह एक केंद्र है, जहाँ से अमेरिकी समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं
यहाँ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की जुडवां मीनारें खडी थी
State Exchange Board of India.
Securities and Exchange Board of India.
Stock Exchange Board of India.
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