भारतीय इतिहास | मध्यकालीन भारत का इतिहास | मुगलकालीन प्रशासन

भारतीय इतिहास | मध्यकालीन भारत का इतिहास | मुगलकालीन प्रशासन

1. मुगल प्रशासनिक शब्दावली में 'माल' प्रतिनिधित्व करता है-

भू-राजस्व का
वेतन का
भत्तों का
उपर्युक्त में से कोई नहीं

2. मध्यकालीन भारत में मनसबदारी प्रथा खासतौर पर इसलिए चालू की गई थी, ताकि-

सेना में भर्ती की जा सके
राजस्व संग्रह में सुविधा हो
धार्मिक सामंजस्य सुनिश्चित हो
साफ-सुथरा प्रशासन लागू हो सके

3. मुगल सम्राट जिसने तंबाकू के प्रयोग पर निषेध लगाया था-

अकबर
बाबर
जहांगीर
औरंगजेब

4. मुगल प्रशासन के दौरान जिले को किस नाम से जाना जाता था?

अहर
विश्यास
सूबा
सरकार

5. निम्नलिखित बातों में से कौन एक मुगल मनसबदारी व्यवस्था के विषय में सत्य नहीं है?

इसमें 33 वर्ग थे।
उनहें 'मशरुत' अथवा साशर्त पद प्राप्त होते थे ।
उनका 'सवार' पद 'जात' पद से अधिक हो सकता था ।
समस्त कार्यकारी एवं सैन्य अधिकारियों को मनसब प्रदान किए जाते थे ।

6. निम्नलिखित राजाओं में से किसने रामसीता की आकृतियों और 'रामसीय' देवनागरी लेख से युक्त कुछ सिक्के चलाए ?

भोज
सिद्धराज जयसिंह
जैन उल आबिदीन
अकबर

7. मुगल शासन में तांबे का सिक्का कहलाता था-

रुपया
दाम
टंका
शम्सी

8. मुगलकाल में सेना का प्रधान निम्न में से कौन था ?

शहना-ए-पील
मीर बख्शी
वजीर
सवाहेनिगार

9. मुगल प्रशासन में 'मदद-ए-माश' इंगित करता है-

चुंगी कर (Toll Tax)
विद्वानों को दी जाने वाली राजस्व मुक्त अनुदत्त भूमि
सैन्य अधिकारियों को दी जाने वाली पेंशन
बुवाई कर (Cultivation Tax)

10. मध्यकाल में बंटाई शब्द का अर्थ था-

धार्मिक कर
लगान निर्धारण का तरीका
धन कर
संपत्ति कर

11. निम्नलिखित में से किसे मुगल सेना में चिकित्सक नियुक्त किया गया था?

बर्नियर को
करेरी को
मनूची को
टैवर्नियर को

12. मुगलकालीन भारत में राज्य की आय का प्रमुख स्रोत क्या था?

लूट
राजगत संपत्ति
भू-राजस्व
कर