General Competition | Geography | भारत की मृदा
- भारत में जलोढ़ मृदा सबसे अधिक उर भारत के मैदानी भाग में तथा भारत के तटीय मैदान में देखने को मिलता है। हिमालय से बहने वाली नदियों के कारण उत्तरी भारत में जलोढ़ मृदा की व्यापक स्तर पर उपस्थिति देखने को मिलता है। वही प्रायद्वीपीय नदियों के कारण जलोढ़ मृदा की उपस्थिति तटीय भाग में अधिक देखने मिलती है।
- Note : सबसे ज्यादा जलोढ़ मिट्टी उत्तर प्रदेश राज्य में पायी जाती है।
- जलोढ़ मृदा में गेहूँ, गन्ना, जौ, धान, मक्का, जूट इत्यादि उपजता है।
- जलोढ़ मृदा में पोटाश सर्वाधिक मात्रा में पायी जाती है। पोटाश के बाद इस मृदा में चूना की अधिकता होती है। वही जलोढ़ मृदा में नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और ह्यूमस की कमी होती है।
- काली मिट्टी : अवसादी चट्टानों के अपरदन से काली मिट्टी का निर्माण होता है। इसे रेगुर मिट्टी भी कहा जाता है। यह मिट्टी कपास के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। जिस कारण इसे काली कपासी मिट्टी भी कहते हैं। इसे स्वतः जुताई वाली मिट्टी भी कहा जाता है। इस मिट्टी में जल धारण करने की क्षमता अत्यधिक होती है। इस मिट्टी में बिना सिंचाई के भी कृषि कार्य किए जा सकते हैं। इस मिट्टी को अदैव मातृक मिट्टी भी कहा जाता है। इस मिट्टी को उत्तर प्रदेश में करेल के नाम से पुकारा जाता है । यह मिट्टी भारत के कुल क्षेत्रफल का 15% भूभाग पर पाया जाता है। इस मिट्टी का रंग काला टिटेनि फेरस मैग्नेटाइट की उपस्थिति के कारण होता है। इस मिट्टी में कपास के अलावे गन्ना, प्याज जैसे खाद्य पदार्थों का भी उत्पादन किया जाता है । यह मिट्टी दक्कन के पठारी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पायी जाती है। अगर हम राज्य विशेष की बात करें तो यह मिट्टी सबसे ज्यादा महाराष्ट्र राज्य में पायी जाती है।
- लाल-पीली मिट्टी : इसका रंग लौह ऑक्साइड (फेरिक/फेरस ऑक्साइड) की उपस्थिति के कारण लाल होता है। यह अम्लीय प्रकृति की मिट्टी होती है। इस मिट्टी की अम्लीयता को दूर करने के लिए चूना का प्रयोग किया जाता है। यह मिट्टी दक्षिण भारतीय राज्यों में सबसे ज्यादा मात्रा में पायी जाती है। यह मिट्टी तमिलनाडु में सबसे अधिक पायी जाती है। इस मिट्टी में कॉफी, चाय, रबड़, काजू इत्यादि का उत्पादन किया जाता है।
- अम्लीय मिट्टी : वैसी मिट्टी जिसमें चूना की कमी होती है अम्लीय मिट्टी कहलाती हैं।
- क्षारीय मिट्टी : वैसी मिट्टी जिसमें चूना की अधिकता होती है क्षारीय मिट्टी कहलाती है।
- लाल-पीली मिट्टी भारत के कुल क्षेत्रफल का 18% भू-भाग पर पायी जाती है। यह भारत की दूसरी सबसे प्रमुख मिट्टी है।
- लैटेराइट मिट्टी : वैसा क्षेत्र जहाँ तापमान और वर्षा अधिक होता है उन क्षेत्रों में लैटेराइट मिट्टी पायी जाती है। यह मिट्टी भारत के कुल क्षेत्रफल का, 4% भू-भाग पर पायी जाती है। यह मिट्टी सबसे अधिक केरल राज्य में पायी जाती है। इस मिट्टी में चाय, कॉफी, रबड़ इत्यादि का उत्पादन किया जाता है।
- गिट्टियों का क्रम (घटते क्रम में) : [ जलोढ़ > लाल-पीली काली मिट्टी > लैटेराइट]
- मृदा अवकर्षण : मृदा के उर्वरता में ह्रास (कमी) का होना मृदा अवकर्षण कहलाता है।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2013 ई० में यह घोषणा किया कि मृदा के प्रति लोगों को जागरूक करने हेतु प्रत्येक वर्ष 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाएगा।
- Note : 6 से 7 pH मान वाले मृदा को बेहतर मृदा माना जाता है।
PH = Power of Hydrogen
- पर्वतीय मृदा : यह मुख्य तौर पर भारत के पर्वतीय क्षेत्र जैसे - हिमालयी क्षेत्र, उत्तरी-पूर्वी राज्य तथा दक्षिण भारत के पहाड़ी क्षेत्र में पायी जाती है। यह मृदा पर्वतीय ढालों में विकसित हुई है। जिस कारण यह Immature (अप्रौढ़) मृदा है। इस मृदा में चाय, कॉफी, मसाला का उत्पादन किया ज है।
- भारत के मरूस्थलीय क्षेत्रों में जो मृदा पायी जाती है उसे शुष्क अथवा मरूस्थलीय मृदा कहा जाता है। यह मृदा मुख्य तौर पर पश्चिमी राजस्थान, पश्चिमी हरियाणा, दक्षिणी पंजाब और उत्तरी गुजरात में पाया जाता है। इस मृदा में वैसे अनाज का उत्पादन होता है जिसे पानी की आवश्यकता कम होती है जैसे- ज्वार, बाजरा, रागी इत्यादि ।
- पंजाब के क्षेत्र में लवणीय मृदा को रेह, कल्लर या उसर कहा जाता है। यह अनुर्वर मृदा होता है । लवणीय मृदा को कृषि योग्य बनाने हेतु जिप्सम या चूना का प्रयोग किया जाता है।
- पीट एवं जैव मृदा खास तौर पर डेल्टाई इलाका में पाया जाता है।
- मिट्टी के कणों में बालू का व्यास 2.0-1.0mm तथा मृतिका का व्यास 0.002mm से कम होता है।
- अत्यधिक पशुचारण, वनों की कटाई, झूम कृषि, वायु अपरदन, हिमानी अपरदन के कारण मृदा अपरदन होता है।
- मृदा अपरदन को रोकने हेतु वनारोपण, कृषिवानिकी, झूम कृषि पर रोक, पशुचारण पर रोक लगाया जाता है ।
- Note : मृदा अपरदन को रोकने हेतु भारत सरकार ने 1953 ई० में केन्द्रीय मृदा संरक्षण बोर्ड का गठन किया।
Objective ( भारत की मृदा )
- बैसाल्ट लावा के अपक्षय के कारण काली मिट्टी का निर्माण होता है ।
- दक्षिणी ट्रैप की रेगुड़ मिट्टियाँ काली होती है।
- लावा मिट्टियाँ मालवा पठार में पायी जाती है।
- मालवा पठार की प्रमुख मिट्टी काली मिट्टी है |
- झारखंड में काली मिट्टी राजमहल के पहाड़ी प्रदेश में पायी जाती है।
- क्रेब्स के अनुसार रेगुर मिट्टी अनिवार्य रूप से परिपक्व मिट्टी है।
- भारत के उत्तरी मैदान की मृदा सामान्यतः तलोच्चन से बनी है।
- जलोढ़ मिट्टी के लिए न्यूनतम उर्वरक की आवश्यकता होती है।
- अम्लीय मिट्टी में जिप्सम का प्रयोग करके उसे फसल उगाने के उपयुक्त बनाया जाता है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न एवं उत्तर
1. भारत की कितनी भूमि पर कृषि की जाती है ?
(a) 37 प्रतिशत
(b) 48.83 प्रतिशत
(c) 57 प्रतिशत
(d) 62 प्रतिशत
2. भूमि ह्रास रोकने का क्या उपाय किया जा सकता है ?
(a) उपजाऊ भूमि पर कल-कारखाने न खड़े करना
(b) जलमग्न भूमि का उद्धार करना
(c) पहाड़ी भागों में सीढ़ीनुमा खेत बनाना
(d) इनमें सभी
3. रवेदार और रूपांतरित चट्टानों के टूटने से किस प्रकार की मिट्टी बनती है ?
(a) वाहित मिट्टी
(b) दोमट मिट्टी
(c) बलुई मिट्टी
(d) लाल मिट्टी
4. किस मिट्टी में लोहे के ऑक्साइड मिला करते हैं ?
(a) लाल मिट्टी
(b) लैटेराइट मिट्टी
(c) काली मिट्टी
(d) जलोढ़ मिट्टी
5. भूमि और मिट्टी का कटाव कैसे रोका जा सकता है ?
(a) फसल चक्र अपनाकर
(b) पशुओं की चराई पर नियंत्रण कर
(c) वनों की अंधाधुंध कटाई
(d) इनमें सभी
6. विश्व में कृषि कार्य के लिए जितनी भूमि उपलब्ध है,उसमें भारत का हिस्सा कितना है ?
(a) 6.9 प्रतिशत
(b) 11.9 प्रतिशत
(c) 19.9 प्रतिशत
(d) 16.5 प्रतिशत
7. विहार में प्राय: कैसी मिट्टी पाई जाती है ?
(a) लाल मिट्टी
(b) काली मिट्टी
(c) जलोढ़ मिट्टी
(d) लैटेराइट मिट्टी
8. भारत के किस क्षेत्र में मरुस्थलीय मिट्टी पाई जाती है ?
(a) पूर्वोत्तर भारत में
(b) भारत के पश्चिमी शुष्क भाग में
(c) दक्षिण भारत के नीलगिरि क्षेत्र में
(d) झारखंड में
9. इनमें कौन लाल मिट्टी का क्षेत्र है ?
(a) पंजाब का मैदान
(b) छोटानागपुर का पठार
(c) पूर्वतटीय मैदान
(d) हिमाचल प्रदेश
10. कृषि कार्य के लिए भारत की कौन-सी मिट्टी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है ?
(a) काली मिट्टी
(b) लाल मिट्टी
(c) जलोढ़ मिट्टी
(d) पहाड़ी मिट्टी
11. इनमें कौन मिट्टी पौधों के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है ?
(a) मोटे कणोंवाली मिट्टी
(b) सबसे महीन कणोंवाली चिकनी मिट्टी
(C) दोमट (loam), अर्थात् मध्यम आकार के कणोंवाली मिट्टी
(d) बलुई मिट्टी
12. इनमें कौन कारक मृदा-निर्माण में सहायक है ?
(a) स्थानीय जलवायु
(b) पूर्ववर्ती चट्टानें
(c) वनस्पतियाँ और जीव
(d) इनमें सभी
13. इनमें काली मिट्टी का क्षेत्र कौन है ?
(a) छोटानागपुर
(b) महाराष्ट्र
(c) गंगाघाटी
(d) अरुणाचल प्रदेश
14. प्रायद्वीपीय भारत की नदी घाटियों में कौन-सी मिट्टी मिलती है ?
(a) काली
(b) लाल
(c) रेतीली
(d) जलोढ़
15. भारत में चरागाह के अन्तर्गत (2008-09 में ) कितनी भूमि थी ?
(a) 3.38%
(b) 12%
(c) 19%
(d) 26%
16. इनमें कौन उपाय भूमि - ह्रास के संरक्षण में उपयुक्त हो सकता है ?
(a) भूमि को जलमग्न बनाए रखना
(b) बाढ़ नियंत्रण
(c) जनसंख्या - वृद्धि की दर में तेजी
(d) इनमें कोई नहीं
17. भारत में पर्वत का प्रतिशत क्या है ?
(a) 10
(b) 27
(c) 30
(d) 48
18. पंजाब में भूमि - ह्रास का मुख्य कारण क्या है ?
(a) वनोन्मूलन
(b) सघन कृषि
(c) अत्यधिक सिंचाई
(d) अत्यधिक पशुचारण
19. किस राज्य में सीढ़ीनुमा खेती प्रचलित है ?
(a) पंजाब में
(b) हरियाणा में
(c) उत्तराखंड में
(d) बिहार में
20. निम्नलिखित में से कौन-से कारक मृदा निर्माण को प्रभावित करते हैं ?
1. उन्चावच
2. वनस्पति
3. जलवायु
4. समय
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1, 2 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2, 3 और.. 4
21. निम्न में से कौन-से मदा के घटक हैं ?
1. खनिज
2. ह्यूमस
3. जल
4. वायु
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1, 2 और 3
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) उपर्युक्त सभी
22. मृदा की विभिन्न परतों (संस्तरों) के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिये:
1. पौधों में वृद्धि के लिए आवश्यक जैव पदार्थों का खनिज पदार्थ, पोषक तत्व तथा जल में संयोग सबसे ऊपरी परत 'क' संस्तर में होता है।
2. मृदा निर्माण की प्रक्रिया में सबसे नीचे की परत सबसे पहले बनती है।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
23. भारत में मृदा का सबसे व्यापक और सर्वाधिक उपजाऊ प्रकार कौन-सा है ?
(a) काली मृदा
(b) जलोढ़ मृदा
(c) लैटेराइट मृदा
(d) शुष्क मृदा
24. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं ?
1. जलोढ़ मृदा प्रायद्वीपीय प्रदेश में पूर्वी तट की नदी डेल्टाओं और नदियों की घाटियों में पाई जाती है।
2. जलोढ़ मृदा में पोटाश की मात्रा अधिक पाई जाती है।
3. प्रतिवर्ष बाढ़ों के द्वारा निक्षेपित होने वाली नई जलोढ़ मृदा को 'खादर' कहते हैं।
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) उपर्युक्त सभी
25. निम्न में से किस मृदा को 'रेगुर' कहते हैं ?
(a) काली मृदा
(b) लैटेराइट मृदा
(c) जलोढ़ मृदा
(d) पीट मृदा
26. निम्नलिखित में से किन-किन राज्यों में काली मृदा पाई जाती है ?
1. गुजरात
2. महाराष्ट्र
3. आंध्र प्रदेश
4. पंजाब
कूट :
(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1, 2 और 3
(c) केवल 1, 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
27. निम्न में से कौन-सी विशेषताएँ काली मृदा से संबंधित है ?
1. काली मृदा लंबे समय तक नमी को बनाए रखती है।
2. काली मृदा में फॉस्फोरस, नाइट्रोजन और जैव तत्वों की अधिकता होती है।
कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
28. लाल मृदा का रंग लाल होने का कारण है :
(a) जैव पदार्थों की अधिकता
(b) फॉस्फोरस की अधिकता
(c) ह्यूमस की कमी
(d) लोहे के ऑक्साइड की उपस्थिति
29. लाल मृदा के संबंध में नीचे दिये गए कथनों पर विचार कीजिये:
1 लाल मृदा का विकास उन क्षेत्रों में हुआ, जहाँ रवेदार आग्नेय चट्टानें पाई जाती हैं।
2. लाल मृदा जलयोजित होने पर पीली दिखाई देने लगती है।
उपर्युक्त में से कौन - सा /से कथन सत्य है / हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 और न ही 2
30. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन लैटेराइट मृदा के संबंध में सत्य नहीं है ?
(a) यह मृदा उच्च तापमान और भारी वर्षा के क्षेत्रों में विकसित होती है।
(b) ये बहुत ही अपक्षालित मिट्टियाँ हैं।
(c) ये मृदाएँ प्रायद्वीपीय के ऊँचे क्षेत्रों में पाई जाती है।
(d) ये मृदाएँ कृषि के लिए पर्याप्त उपजाऊ है।
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