भारतीय इतिहास | आधुनिक भारत का इतिहास | होमरूल लीग आंदोलन

भारतीय इतिहास | आधुनिक भारत का इतिहास | होमरूल लीग आंदोलन

1. किस अधिवेशन में होमरूल समर्थक अपनी राजनतिक शक्ति का सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर सके ?

कांग्रेस का 1916 का लखनऊ अधिवेशन
1920 का बंबई में होने वाला आल इंडिया ट्रेड यूनियन अधिवेशन
1918 में होने वाली प्रथम यू.पी. किसान सभा
1938 में नागपुर का संयुक्त ए. आई. टी. यू. सी. और एन. एफ. टी. यू. सभा

2. तिलक तथा ऐनी बेसेंट द्वारा बनाए गए होमरूल लीगों को एक में मिला दिया गया था-

1916 में
1918 में
1920 में
1923 में

3. होमरूल लीग आंदोलन सर्वप्रथम किसने आरंभ किया?

एनी बेसेंट
सरोजनी नायडू
सुरेंद्रनाथ बनर्जी
तिलक

4. निम्नलिखित में से कौन होमरूल आंदोलन से नहीं जुड़ा था?

सी. आर. दास
एस. सुब्रह्मण्यम अय्यर
एनी बेसेंट
बाल गंगाधर तिलक

5. होमरूल लीग के संबंध में निम्नलिखित में से क्या सत्य है ?

सबसे पहले इसकी योजना एनी बेसेंट ने वर्ष 1914-15 में प्रस्तुत की थी ।
तिलक की होमरूल लीग महाराष्ट्र, कनार्टक, मध्य प्रांत एवं बरार तक सीमित थी ।
तिलक द्वारा स्थापित होमरूल लीग अधिक शक्तिशाली थी ।
तिलक और बेसेंट के मतभेदों के उपरांत दोनों लीग बनी रही।

6. 1915-116 में दो होमरूल लीग आरंभ की गई थी नेतृत्व में-

तिलक एवं एनी बेसेंट के
तिलक एवं अरविंद घोष के
तिलक एवं लाला लाजपत राय के
तिलक एवं बिपिन चंद्रपाल के

7. निम्न में से कौन फेबियन आंदोलन का प्रस्तावक था ?

एनी बेसेंट
ए. ओ. ह्यूम
माइकल मधसूदन दत्त
आर. पाम दत्त

8. प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान आंदोलन जो भारत में लोकप्रिय हुआ था, वह था-

स्वदेशी एवं बहिष्कार आंदोलन
होमरूल आंदोलन
पृथकतावादी आंदोलन
स्वराजिस्ट पार्टी आंदोलन

9. होमरूल आंदोलन भारत के स्वतंत्रता संग्राम के एक नए चरण के आरंभ का द्योतक था, क्योंकि-

इसने देश के सामने स्वशासन की एक ठोस योजना रखी।
आंदोलन का नेतृत्व गांधीजी के हाथ में आ गया।
हिंदुओं और मुसलमानों ने एक संयुक्त संघर्ष प्रारंभ किया ।
इसने अतिवादियों और उदारवादियों के बीच पुनर्मेल स्थापित किया ।