ध्रुवों पर अधिकतम
पृथ्वी की सतह पर सब जगह एकसमान
विषुवत रेखा पर अधिकतम
मैदानी भागों की अपेक्षा पर्वतों पर अधिक
9.8 मी./से.
19.6 मी./से.
29.4 मी./से.
39.2 मी./से.
गुरुत्वाकर्षण की शून्य स्थिति
जब गुरुत्वाकर्षण घटता
निर्वात की स्थिति में
उपरोक्त में से कोई नहीं
लकड़ी
मोम
लोहा
सभी साथ-साथ पहुंचेंगे
उतनी दूरी पर अस्तित्वहीन होता है।
चंद्रमा के आकर्षण से निष्क्रिय हो जाता है।
उसकी नियमित चाल के लिए आवश्यक गति प्रदान करता है।
उसकी गति के लिए आवश्यक त्वरण प्रदान करता है ।
आर्यभट्ट
वराहमिहिर
बुद्धगुप्त
ब्रह्मगुप्त
वस्तु का भार शून्य हो जाएगा परंतु द्रव्यमान वही रहेगा।
वस्तु का द्रव्यमान शून्य हो जाएगा परंतु भार वही रहेगा।
वस्तु का भार तथा द्रव्यमान दोनों शून्य हो जाएंगे ।
वस्तु का द्रव्यमान बढ़ जाएगा ।
0.5% बढ़ जाएगा
2% बढ़ जाएगा
0.5% कम हो जाएगा
2% कम हो जाएगा
द्रव्यमान के ऊपर निर्भर करती है ।
लम्बाई के ऊपर निर्भर करती है।
समय के ऊपर निर्भर करती है।
तापक्रम के ऊपर निर्भर करती है।
न्यूटन
गैलिलियो
कॉपरनिकस
आइन्सटाइन
चन्द्रमा की सतह खुरदरी होती है।
चन्द्रमा का कोई वायुमण्डल नहीं होता है
चन्द्रमा में गुरुत्वाकर्षण के कारण त्वरण पृथ्वी की तुलना में कम होता है
चन्द्रमा पृथ्वी से अधिक ठण्डा होता है
गुरुत्व नहीं होता है ।
वायुमण्डल में श्यानता बल बहुत तीव्र होता है ।
सौर वायु ऊपर की ओर बल लगाती है।
वायुमंडलीय दबाव बहुत कम होता है ।
वह वस्तु अन्तरिक्ष में चली जाएगी
वह वापस पृथ्वी पर आ गिरेगी
वह पृथ्वी के चारों ओर कक्षा में परिक्रमा करने लगेगी
वह फट जाएगी
पृथ्वी की ओर गिरेगा।
कम गति से गतिवान होगा।
अंतरिक्ष यान के साथ-साथ उसी गति से गतिवान होगा ।
अधिक गति से गतिवान होगा।
गर्मियों में दिन लंबे होते हैं।
कुंडली में घर्षण होता है।
लोलक की लंबाई बढ़ जाती है।
लोलक के भार में परिवर्तन हो जाता है।
उपग्रह को प्रेरित करने वाले राकेट इंजन से
पृथ्वी द्वारा उपग्रह पर लगने वाले गुरुत्वाकर्षण से
सूर्य द्वारा उपग्रह पर लगने वाले गुरुत्वाकर्षण से
उपग्रह द्वारा पृथ्वी पर लगने वाले गुरुत्वाकर्षण से
यह पृथ्वी के निकट है।
यह सूर्य से प्रकाश प्राप्त करता है।
यह पृथ्वी की परिक्रमा करता है ।
इस पर गैस अणुओं का पलायन वेग उनके वर्ग माध्य मूल वेग से कम होता है।
जब लिफ्ट त्वरित गति में ऊपर जा रही हो ।
जब लिफ्ट त्वरित गति में नीचे आ रही हो ।
समान वेग में ऊपर जा रही हो
समान वेग से नीचे आ रही हो ।
वह शीर्ष भाग में पतली हो गई है ।
वह बड़े तल क्षेत्रफल को आच्छादित करती है।
इसका गुरुत्वाकर्षण केन्द्र निम्नतम स्थिति में रहता है ।
गुरुत्व केन्द्र से जाने वाली ऊर्ध्वाधर लाइन (रेखा) तल के अन्दर रहती है।
ग्रीष्म ऋतु में
शीतकाल में
बसंत ऋतु में
वर्षा ऋतु में
कम हो जाएगा
अधिक हो जाएगा
लड़की की ऊंचाई पर निर्भर करेगा
अपरिवर्तित रहेगा
अब जितना है उसका दोगुना
अब जितना है उसका चार गुना
अब जितना है उसका चौथा भाग
अब जितना है उसका आधा भाग
पृथ्वी तल पर सब जगह समान होता है ।
ध्रुवों पर सर्वाधिक होता है।
विषुवत रेखा पर अधिक होता है ।
मैदानों की अपेक्षा पहाड़ों पर अधिक होता है।
शून्य
अपरिवर्तित
परिवर्तनशील
सभी गलत है
15.0 किमी. / सेकंड
21.1 किमी. / सेकंड
7.0 किमी. / सेकंड
11.2 किमी. / सेकंड
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