पृष्ठ तनाव
श्यानता
घनत्व
वाष्प दाब
उसका घनत्व पानी के घनत्व से अधिक होता है।
उसका घनत्व पानी के घनत्व से कम होता है।
उसका घनत्व पानी के घनत्व के बराबर होता है।
उपर्युक्त में कोई नहीं ।
बढ़ जाएगा
घट जाएगा
यथावत बना रहेगा
चपटा होकर तश्तरीनुमा हो जाएगा।
पानी के उत्प्लावन के कारण
पृष्ठ तनाव के कारण
श्यानता के कारण
गुरुत्वाकर्षणीय बल के कारण
वायुदाब में कमी के कारण
वायुदाब में वृद्धि के कारण
स्याही के आयतन में वृद्धि के कारण
अत्यधिक भार के कारण
पेट्रोल
चारकोल
कोयला
एस्फाल्ट
आर्किमिडीज का सिद्धान्त
न्यूटन के गति का नियम
बरनौली का सिद्धान्त
पास्कल का नियम
आयतन
भार
द्रव्यमान
घनत्व
द्रव का घनत्व
पृष्ठ तनाव
वायुमंडलीय दाब
गुरुत्व
शून्य
100 ग्राम
200 ग्राम
400 ग्राम
बल
घर्षण
दाब
तापमान
गुरुत्वाकर्षण बल
ससंजक बल
अपकेंद्रीय बल
उपर्युक्त में से कोई नहीं
समुद्री जल नमकीन होता है
समुद्री जल गहरा होता है।
समुद्री जल भारी होता है
समुद्री जल हल्का होता है
तूफानी मौसम
प्रशांत मौसम
शीत एवं शुष्क मौसम
उष्ण एवं उज्ज्वल मौसम
पानी की सतह से ऊपर भारी हो गई है।
पानी की सतह से ऊपर हल्की हो गई है।
पानी से बाहर आकर स्थिरता खो बैठी है।
पानी से बाहर आकर उसके द्रव्यमान (Mass) में वृद्धि हुई है।
ताप
वेग
दाब
घनत्व
तेल, जल की अपेक्षा अधिक घना है।
तेल, जल की अपेक्षा कम घना है।
तेल का तल तनाव, पानी से अधिक है
तेल का तल तनाव, पानी से कम है।
373 केल्विन पर
277 केल्विन पर
273 केल्विन पर
269 केल्विन पर
वायुमण्डलीय दाब से अधिक होता है।
वायुमण्डलीय दाब से कम होता है।
वायुमण्डलीय दाब के बराबर होता है ।
वायुमण्डलीय दाब का आधा होता है ।
0 डिग्री से.
4 डिग्री से.
50 डिग्री से.
100 डिग्री से.
वे बर्फ में सांस ले सकते हैं।
उनके अन्दर काफी मात्रा में ऑक्सीजन संचित रहती है।
उनके शरीर की बनावट इस प्रकार की है कि वे ऑक्सीजन के बिना भी रह सकते हैं।
पानी का घनतव 4° से. पर सबसे अधिक होता है जिससे बर्फ की ऊपरी सतह के नीचे पानी रहता है।
सुई की नोक नुकीली होती है।
जहाज सपाट होता है ।
जहाज एक शक्तिशाली इंजन द्वारा चलाया जाता है।
सुई का आपेक्षिक घनत्व उसके द्वारा हटाए हुए पानी से आपेक्षित घनत्व से अधिक होता है ।
दोनों बुलबुलों का आकार वही रहेगा।
छोटा बुलबुला और छोटा व बड़ा बुलबुला और बड़ा हो जाएगा।
सामान आकार प्राप्त करने के लिए छोटा बुलबुला बड़ा व बड़ा बुलबुला छोटा हो जाएगा।
दोनों बुलबुले सम्पर्क में आते ही फट जाएंगे।
बढ़ेगा
कम होगा
उतना ही होगा
पहले बढ़ेगा फिर कम होगा
तरल, जल की अपेक्षा अधिक श्यान (Viscous) है।
तरल का ताप जल की अपेक्षा अधिक है।
तरल का पृष्ठ तनाव जल की अपेक्षा कम है।
तरल का पृष्ठ तनाव जल की अपेक्षा ज्यादा है।
1/9
1/10
1/6
1/4
1 मी. लम्बाई और 2mm व्यास वाला तार
2 मी. लम्बाई और 2mm व्यास वाला तार
3 मी. लम्बाई और 1.5 mm वाला तार
1 मी. लम्बाई और 1mm व्यास वाला तार
मछलियां नियततापी जीव हैं ।
मछलियां बर्फ में शीत निष्क्रिय हो जाती हैं।
झील की तली पर जल नहीं जम पाता ।
बर्फ ऊष्मा का उत्तम चालक है।
लोहे की पारे से रासायनिक क्रिया की प्रवृत्ति पानी की तुलना में कम होने के कारण।
लोहे का भार पानी से अधिक है तथा पारे से कम ।
लोहे का घनत्व पानी से अधिक है तथा पारे से कम ।
पारा पानी से से भारी है।
वह कुछ ऊपर उठता है
वह कुछ नीचे जाता है
वह उसी तल पर रहता है
वह समुद्र की तली में डूब जाता है
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