NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Natural Resources प्राकृतिक संपदा

Natural Resources प्राकृतिक संपदा

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Natural Resources प्राकृतिक संपदा

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Natural Resources प्राकृतिक संपदा

1. पृथ्वी का वायुमंडल जिन विकिरणों द्वारा गर्म होता है वह मुख्यत: है
(a) सूर्य से आने वाला विकिरण
(b) पृथ्वी से वापस होने वाला विकिरण 
(c) जल से वापस विकिरण 
(d) पृथ्वी तथा जल में विकिरण 
उत्तर - (d)
2. यदि पृथ्वी के चारों ओर वायुमंडल नहीं होता तो पृथ्वी का तापक्रम-
(a) बढ़ता है 
(b) घटता जाता है 
(c) दिन के समय बढ़ता तथा रात के समय घटता है 
(d) अप्रभावित रहता है 
उत्तर - (c)
3. यदि पर्यावरण में उपस्थित सभी ऑक्सीजन ओजोन में परिवर्तित हो जाए, तो क्या होगा?
(a) हम अधिक सुरक्षित होंगे 
(b) यह विषाक्त हो जाएगी तथा जीवों को नष्ट करेगी 
(c) ओजोन स्थिर नहीं है अतः आविषालु हो जाएगी 
(d) यह हानिकारक सूर्य विकिरणों को पृथ्वी पर पहुँचने में मदद करेगी तथा कई प्रकार के जीवों को नष्ट कर देगी
उत्तर - (b)
4. निम्न कारकों में से कौन-सा एक कारक प्रकृति में मृदा - बनावट में पहल नहीं करता?
(a) सूर्य
(b) जल
(c) पवन 
(d) पॉलिथीन के थैले
उत्तर - (d)
5. वायुमंडल में मिलने वाली ऑक्सीजन के दो रूप कौन-से है?
(a) जल तथा ओजोन 
(b) जल तथा ऑक्सीजन
(c) ओजोन तथा ऑक्सीजन
(d) जल तथा कार्बन डाइऑक्साइड 
उत्तर - (c)
6. जीवाणु द्वारा नाइट्रोजन - स्थिरीकरण की क्रिया निम्नलिखित में से किसकी उपस्थिति में नहीं होती है
(a) हाइड्रोजन का आण्विक रूप 
(b) ऑक्सीजन का तत्व रूप
(c) जल 
(d) नाइट्रोजन का तत्व रूप 
उत्तर - (c)
7. वर्षा प्रतिमान किस पर निर्भर करता है -
(a) भूमिगत जल स्तर 
(b) किसी क्षेत्र में जलाशयों की संख्या 
(c) किसी क्षेत्र की मानव-समष्टि का घनत्व प्रतिमान 
(d) किसी क्षेत्र का प्रमुख मौसम 
उत्तर - (b)
8. उर्वरक और पीड़कनाशी की अधिक मात्रा के उपयोग की सलाह नहीं दी जाती क्योंकि-
(a) वे पारि - हितैषी है
(b) कुछ समय बाद खेत को बंजर कर देते है 
(c) वे मृदा के लाभदायक अवयवों पर प्रतिकूल असर डालते है
(d) वे मृदा की उर्वरता को नष्ट कर देते है
उत्तर - (a)
9. वायु में उपस्थित नाइट्रोजन के अणु निम्नलिखित के कारण नाइट्रेट तथा नाइट्राइट में परिवर्तित हो जाते है
(a) मृदा में पाए जाने वाले नाइट्रोजन स्थिरीकारी जीवाणु की जैविक प्रक्रिया द्वारा 
(b) मृदा में पाए जाने वाले कार्बन स्थिरीकारी कारक जैविक प्रक्रिया द्वारा 
(c) नाइट्रोजन यौगिक बनाने वाले किसी उद्योग के द्वारा 
(d) उन पौधों के द्वारा जिन्हें खेत में अनाज फसलों के लिए उपयोग में लाते है 
उत्तर - (a)
10. प्रकृति में चल रहे जल-चक्र में निम्नलिखित में से कौन-सी एक क्रिया सम्मिलित नहीं है ?
(a) वाष्पन 
(b) वाष्पोत्सर्जन 
(c) अवक्षेपण 
(d) प्रकाश संश्लेषण 
उत्तर - (d)
11. "जल-प्रदूषण" शब्द की परिभाषा कई प्रकार से दी जा सकती है। निम्नलिखित में से किस कथन में उचित परिभाषा नहीं है? 
(a) जलाशयों में अवांछित पदार्थों का मिलाया जाना 
(b) जलाशयों से वांछनीय पदार्थों का निकाला जाना 
(c) जलाशयों के दाब में परिवर्तन होना 
(d) जलाशयों के तापक्रम में परिवर्तन होना 
उत्तर - (c)
12. निम्नलिखित में से कौन-सी ग्रीनहाउस गैस नहीं है?
(a) मीथेन 
(b) कार्बन डाइऑक्साइड 
(c) कार्बन मोनोक्साइड 
(d) अमोनिया 
उत्तर - (d)
13. कार्बन-चक्र में कौन-सा चरण सम्मिलित नहीं है?
(a) प्रकाश संश्लेषण
(b) वाष्पोत्सर्जन 
(c) श्वसन
(d) जीवाश्म ईंधन को जलाना
उत्तर - (b)
14. ओजोन छिद्र का अर्थ है
(a)  ओजोन परत में एक बड़े आकार का छिद्र 
(b) ओजोन परत का पतला होना 
(c) ओजोन परत में छितरे हुए छोटे छिद्र
(d) ओजोन परत में ओजोन का मोटा होना 
उत्तर - (b)
15. ओजोन परत का ह्रास हो रहा है क्योंकि-
(a) मोटरगाड़ियों का अत्यधिक उपयोग 
(b) औद्योगिक इकाइयों का अत्यधिक निर्माण 
(c) मनुष्य निर्मित यौगिकों का (जिनमें फ्लोरीन और क्लोरीन दोनों के यौगिक शामिल है), अत्यधिक उपयोग होना 
(d) अत्यधिक वनों की कटाई
उत्तर - (c)
16. निम्नलिखित में से पर्यावरण की कौन-सी समस्या हाल ही में उत्पन्न हुई है?
(a) ओजोन परत का ह्रास
(b) ग्रीनहाउस का प्रभाव 
(c) वैश्विक ऊष्मण 
(d) उपरोक्त सभी 
उत्तर - (d)
17. जब हम साँस लेते समय वायु अंदर लेते है तो ऑक्सीजन के साथ नाइट्रोजन भी अंदर जाती है । इस नाइट्रोजन का क्या होता है? 
(a) यह ऑक्सीजन के साथ कोशिकाओं में भ्रमण करती है
(b) यह साँस छोड़ते समय कार्बन डाइऑक्साइड के साथ बाहर आ जाती है 
(c) यह केवल नासिका कोशिकाओं द्वारा अवशोषित हो जाती है 
(d) कोशिकाओं में नाइट्रोजन का सांद्रण पहले ही इतना अधिक है कि यह अवशोषित नहीं हो पाती है 
उत्तर - (b)
18. उपरिमृदा में निम्नलिखित में से विद्यमान होता है
(a) केवल ह्यूमस तथा सजीव 
(b) केवल ह्यूमस तथा मृदा कणिकाएँ 
(c) ह्यूमस, सजीव तथा पादप 
(d) ह्यूमस, सजीव तथा मृदा कणिकाएँ 
उत्तर - (d)
19. सही क्रम का चयन कीजिए
(a) वायुमंडल में CO2 → अपघटक जंतुओं में जैव कार्बन → पादपों में जैव कार्बन
(b) वायुमंडल में CO2 → पादपों में जैव कार्बन → जंतुओं में जैव कार्बन → मृदा में अकार्बनिक कार्बन 
(c) जल में अकार्बनिक कार्बोनेट → पादपों में जैव कार्बन → जंतुओं में जैव कार्बन → अपमार्जक
(d) जंतुओं में जैव कार्बन → अपघटक → वायुमंडल में CO2 → पादपों में जैव कार्बन
उत्तर - (b)
20. मृदा में खनिज का मुख्य स्रोत कौन-सा है? 
(a) जनक शैल जिससे मृदा बनती है 
(b) पादप / Plants
(c) जंतु / Animals
(d) जीवाणु / Bacteria
उत्तर - (a)
21. पृथ्वी के कुल धरातल का कितना भाग जल से ढका होता है? 
(a) 75%
(b) 60%
(c) 85%
(d) 50%
उत्तर - (a)
22. जैवमंडल के जैविक घटक का निर्माण किसके द्वारा नहीं होता है?
(a) उत्पादक
(b) उपभोक्ता
(c) अपघटक 
(d) वायु 
उत्तर - (d)
23. वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा की वृद्धि से क्या नहीं होगा?
(a) पर्यावरण में अधिक ऊष्मा को रोका जा सकता है 
(b) पौधों में प्रकाश संश्लेषण की वृद्धि 
(c) वैश्विक ऊष्मण 
(d) मरुस्थली पादपों की प्रचुरता 
उत्तर - (d)
24. ऑक्सीजन मुख्यतः किसके द्वारा वायुमंडल में वापिस होती है
(a) जीवाश्म ईंधन के जलने से
(b) श्वसन 
(c) प्रकाश संश्लेषण 
(d) कवक 
उत्तर - (c)
25. ठंडे मौसम में कम दृश्यता का कारण-
(a) जीवाश्म ईंधन का निर्माण 
(b) बिना दहन हुए कार्बन कण या वायु में निलंबित हाइड्रोकार्बन 
(c) पर्याप्त विद्युत आपूर्ति में कमी 
(d) उपरोक्त में से कोई नहीं 
उत्तर - (b)
26. बंजर शैल पर लाइकेन की वृद्धि के बाद किसकी वृद्धि होती है? 
(a) मॉस 
(b) फर्न 
(c) जिम्नोस्पर्म 
(d) शैवाल 
उत्तर - (a)
27. जलीय पर्यावरण में विशेष तापक्रम परिवर्तन प्रभावित कर सकता है-
(a) जंतुओं में प्रजनन 
(b) जलीय पौधों की अधिक वृद्धि 
(c) जंतुओं में पाचन की प्रक्रिया 
(d) पोषकों की उपलब्धता 
उत्तर - (a)
28. मृदा अपरदन इसके द्वारा रोका जा सकता है-
(a) वनों का विकास करके 
(b) वनों की कटाई 
(c) उर्वरक का अत्यधिक उपयोग 
(d) जंतुओं द्वारा अतिचारण
उत्तर - (a)
29. वनस्पति रहित मृदा पर जब वर्षा होती है तो क्या होता है ? 
(a) वर्षा का जल मृदा के भीतर भली-भाँति रिस जाता है 
(b) वर्षा का जल मृदा सतह को हानि पहुँचाता है 
(c) वर्षा का जल मृदा की उर्वरता बढ़ाता है 
(d) वर्षा का जल मृदा में कोई परिवर्तन नहीं करता है 
उत्तर - (b)
30. ऑक्सीजन निम्नलिखित में से किसके लिए हानिकारक है?
(a) फर्न 
(b) नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु 
(c) चारा 
(d) आम का वृक्ष 
उत्तर - (b)

ANSWERS

DISCUSSION

1. (d) पृथ्वी का वायुमंडल CO2 के कारण भी गर्म होती है।
  • सूर्य की विकिरणों को गैसे अवशोषित कर धरती की सतह को गर्म करती है।
  • वायुमंडलीय तापमान गर्म होने का मुख्य कारण कल-कारखानों से निकलने वाला धुआँ ज्यादा जिम्मेदार है।
2. (c) यदि पृथ्वी के चारों ओर वायुमंडल नहीं होता तो पृथ्वी का तापक्रम बहुत ज्यादा तथा बहुत ही कम होता।
  • यदि वायु में CO2 गैस नहीं रहती तो राते असामान्य रूप से ठंडी हो जाती और पृथ्वी पर जीवों का अस्तित्व कठिन हो जाता।
3. (b) यदि पर्यावरण में उपस्थित सभी ऑक्सीजन ओजोन में परिवर्तित हो जाए तो-
  • ओजोन का निर्माण वायुमंडल की ऊपरी परत में पराबैंगनी प्रकाश के द्वारा ऑक्सीजन गैस के टूटने से होता है।
  • ओजोन वायुमंडल की बाहरी परत है जो हमें हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से सुरक्षित रखती है।
4. (d) पॉलिथीन के थैले प्रकृति में मृदा - बनावट में पहल नहीं करता है।
  • पृथ्वी की लगभग समस्त ऊर्जा का स्रोत सूर्य है।
  • मिट्टी और उर्वरक में उपस्थित पौष्टिक तत्वों को जुलघुला लेता है जिसे पौधे आसानी से अवशोषित कर लेते है ।
  • वायु के कारण सूर्य की किरणें आंशिक रूप से पृथ्वी पर पहुँच पाती है।
5. (c) वायुमंडल में मिलने वाली ऑक्सीजन के दो रूप ओजोन और ऑक्सीजन है।
  • जहाँ ओजोन परत होती है उसे समताप मंडल कहते है।
6. (c) जीवाणु द्वारा नाइट्रोजन स्थिरीकरण की क्रिया हाइड्रोजन का आण्विक रूप में नहीं होती है।
  • नाइट्रीकारी जीवाणु वायुमंडल के नाइट्रोजन को नाइट्रेट और नाइट्राइट में परिणत कर देते है।
7. (b) किसी क्षेत्र में जलाशयों की संख्या पर वर्षा प्रतिमान निर्भर करता है।
  • वर्षा का जल पृथ्वीतल पर गिरता है रिसकर मिट्टी में समा जाता है जिसे भूमिगत जल कहते है।
8. (a) उर्वरक और पीड़कनाशी की अधिक मात्रा के उपयोग की सलाह नहीं दी जाती, क्योंकि-
  • उर्वरक का बेतहाशा उपयोग से खेतों की मिट्टी क्षारीय या अम्लीय हो सकती है।
  • बहुत-से पीड़कनाशियों का निम्नीकरण नहीं होता और अवशेष जीवनपर्यन्त भोजन शृंखला में एक जीव से दूसरे जीवों में जाते है, और मुख्यतः वसीय ऊतकों में जमा हो जाते है।
9. (a) वायु में उपस्थित नाइट्रोजन के अणु मृदा में पाए जाने वाले नाइट्रोजन स्थिरीकारी जीवाणु की जैविक प्रक्रिया द्वारा नाइट्रेट तथा नाइट्राइट में परिवर्तित हो जाते है। 
  • नाइट्रोजन डाइऑक्साइड वर्षा जल में घुलकर नाइट्रिक तथा नाइट्रस अम्ल बनाकर भूमि की सतह पर गिरते है ।
10. (d) प्रकृति में चल रहे जल-चक्र में अवक्षेपण की क्रिया सम्मिलित नहीं है। 
  • जिस प्रक्रिया द्वारा जल वाष्प में परिवर्तित होता है उसे वाष्पन कहते है।
  • पौधों द्वारा अनावश्यक जल को वाष्प के रूप में शरीर से बाहर निकालने की क्रिया को वाष्पोत्सर्जन कहते है।
  • किसी द्रव विलयन में रासायनिक अभिक्रिया होने पर यदि कोई ठोस उत्पाद बनता है तो उसे ही 'अवक्षेप' कहते है।
  • पौधे मृदा से जल तथा वायुमंडल से CO2 लेकर कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करते है जिससे ऑक्सीजन एक उत्पाद के रूप में बाहर निकालता है इस क्रिया को प्रकाश संश्लेषण कहते है।
11. (c) " "जल प्रदूषण" शब्द की परिभाषा कई प्रकार से दी जा सकती है
  • जल में मृत आवांछित पदार्थ की मात्रा बढ़ने से जल प्रदूषण होता है।
  • कल-कारखानों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ जल प्रदूषण के कारण है।
  • जल प्रदूषण का कारण कीटनाशक दवा, सर्फ, साबुन का इस्तेमाल भी है।
12. (d) अमोनिया ग्रीनहाउस गैस नहीं है।
  • मिथेन गैस का उपयोग ईंधन में तथा पॉलिश एवं रंग के निर्माण में होता है।
  • CO2 गैस में सूर्य की अवरक्त किरणों को सोखने की क्षमता रहती है जिससे पृथ्वी का तापक्रम नियंत्रित रहता है।
  • CO सबसे जहरीली गैस है इसे दमघोंटू गैस भी कहते है।
  • हैबर विधि द्वारा अमोनिया तैयार किया जाता है।
13. (b) कार्बन-चक्र में वाष्पोत्सर्जन सम्मिलित नहीं है ।
  • CO2 जैविक जगत में प्रकाश संश्लेषण द्वारा प्रवेश करता है।
  • पौधों द्वारा अनावश्यक जल को वाष्प के रूप में शरीर से बाहर निकलने की प्रक्रिया को वाष्पोत्सर्जन कहते है।
  • जीव-जंतुओं के श्वसन क्रिया द्वारा त्याग किए गए CO2 वायुमंडल में लौट जाता है।
  • वायुमंडल में CO2 की मात्रा बहुत बड़े पैमाने पर जीवाश्म • ईंधनों को जलाने से तथा ज्वालामुखी के विस्फोट से होता है।
14. (b) ओजोन छिद्र का अर्थ है ओजोन परत का पतला होना।
  • ओजोन की मोटाई डॉब्सन यूनिट में मापी जाती है।
15. (c) ओजोन परत का ह्रास हो रहा है क्योंकि मनुष्य निर्मित यौगिकों का (जिनमें फ्लोरीन और क्लोरीन दोनों के यौगिक शामिल है।) अत्यधिक उपयोग हो रहा है।
  • क्लोरीन का एक परमाणु एक लाख ओजोन परमाणुओं को नष्ट कर सकता है।
16. (d) CFC के क्लोरीन का एक परमाणु एक लाख ओजोन के अणुओं को नष्ट करता है।
  • वायुमंडल में उपलब्ध CO2 गैस के कारण पृथ्वी को जो ऊष्मा प्राप्त होती है, उसे ग्रीन हाउस का प्रभाव कहते है। 
  • पृथ्वी के तापमान में होनेवाली वृद्धि को जब विश्व स्तर पर विचार किया जाता है तो इसे वैश्विक ऊष्मण कहते है।
17. (b) जब हम साँस लेते समय वायु अंदर लेते है तो ऑक्सीजन के साथ नाइट्रोजन भी अंदर जाती है यह नाइट्रोजन साँस छोड़ते समय CO2 के साथ बाहर आ जाती है। 17.
18. (d) उपरिमृदा में ह्यूमस, सजीव तथा मृदा कणिकाएँ विद्यमान होता है।
  • ह्यूमस मिट्टी को सरंध्र बनाता है, जिससे वायु और जल को भूमि के अंदर जाने में सहायता मिलती है।
19. (b)
20. (a) मृदा खनिज का मुख्य स्रोत जनक शैल जिससे मृदा बनती है।
  • मृदा के गुण को उसमें स्थित ह्यूमस की मात्रा और पाए जानेवाले सूक्ष्मजीवों के आधार पर जाना जाता है।
  • मृत जीवों (पेड़-पौधे, जीव-जंतु और जीवाणु) के सड़ने से मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ आ जाते है जिसे ह्यूमस कहते है।
21. (a) पृथ्वी के कुल धरातल का तीन हिस्सा अर्थात् 75% भाग जल है, और शेष भाग स्थल है।
  • पृथ्वी के जल क्षेत्र में दो तरह के जल होते है। जिसे एक खारा जल तथा मृदु जल कहते है।
  • पृथ्वी के जलीय क्षेत्रों में सर्वप्रथम जीवों का विकास हुआ।
  • जल का कुछ हिस्सा बर्फ के रूप में ध्रुव पर ढ़का हुआ है।
  • पृथ्वी की जलीय क्षेत्र जीवों के विकास के लिए ज्यादा जरूरी है ।
22. (d) जैवमंडल के जैविक घटक का निर्माण वायु द्वारा नहीं होता है।
  • उत्पादक : हरे पौधे, जैसे शैवाल, घास, पेड़ इत्यादि एकमात्र पादप है जिनमें प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाने की क्षमता है।
  • उपभोक्ता : ऐसे जीव जो पोषण के लिए पूर्णरूप से उत्पादकों पर निर्भर रहते है।
  • अपघटक : पौधे और जंतुओं के मृत शरीर तथा जंतुओं के अपशिष्ट पदार्थों का जीवाणुओं और कवकों के द्वारा अपघटन किया जाता है।
  • वायु के कारण सूर्य की किरणें आंशिक रूप से पृथ्वी पर पहुँच पाती है।
23. (d) वायुमंडल में CO2 बढ़ने से तापमान में वृद्धि होगी।
  • तापमान की वृद्धि होने पर बाढ़ तथा सुखाड़ जैसी समस्या उत्पन्न होगी।
  • तापमान बढ़ने से बर्फ क्षेत्र पिघलने लगेंगे, जिससे समुद्र का जल स्तर बढ़ने लगेगा।
  • जैव विविधता प्रभावित होगी (Ecosystem) तो कई ऐसे जीव होंगे जो विलुप्त हो सकते है।
  • तापमान बढ़ने से प्रकाश संश्लेषण की क्रिया प्रभावित होगी।
24. (c) ऑक्सीजन मुख्यतः प्रकाश संश्लेषण द्वारा वायुमंडल में वापस होती है। 
  • जीवाश्म ईंधन के जलने से CO2 की मात्रा बढ़ती है।
  • श्वसन क्रिया में जीव जंतु ऑक्सीजन ग्रहण करते है।
  • प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया द्वारा पेड़-पौधे क्लोरोफिल की उपस्थिति में CO2 को ग्लूकोस में बदल देते है।
  • कवक में क्लोरोफिल नहीं पाया जाता है।
25. (b) ठंडे मौसम में कम दृश्यता का कारण-
  • कच्चा पेट्रोलियम जीवाश्म ईंधन का उदाहरण है।
  • ईंधन के जलने से ऊष्मा ऊर्जा की आपूर्ति होती है।
  • वायु एवं ऑक्सीजन दहन के पोषक पदार्थ है।
  • जीवाश्म ईंधन के रूप में कोयला को जाना जाता है। 
26. (a) बंजर शैल पर लाइकेन की वृद्धि के बाद मॉस की वृद्धि होती है।
  • मॉस के जीवन चक्र में गैमीटोफाइट मुख्य पौधा होता है।
  • फर्न में पत्तियाँ बड़ी होती है ।
  • जिम्नोस्पर्म के बीजों पर कोई आवरण नहीं होता है।
  • शैवाल को प्रोटिस्टा जगत के अंतर्गत रखते है।
27. (a) जलीय पर्यावरण में विशेष तापक्रम परिवर्तन-
  • जलीय पर्यावरण में तापमान बढ़ने पर जन्तुओं के प्रजनन क्रिया प्रभावित होगी।
  • तापमान बढ़ने से जीव जन्तु नष्ट होने लगेंगे जिससे पोषकों की उपलब्धता में कमी आएगी।
  • जलीय Ecosystem का आहार श्रृंखला प्रभावित होने लगेगा।
  • कुछ जन्तुओं की मात्रा में वृद्धि होगी जो अन्य जन्तुओं के लिए खतरा होगा।
28. (a) मृदा अपरदन वनों का विकास करके रोका जा सकता है।
  • वन मिट्टी अपरदन को रोकता है।
  • अतिरिक्त पेड़ों के काटने से मिट्टी का अपरदन होता है।
  • घासों को लगाकर भी मृदा अपरदन को रोका जाता है।
29. (b) वनस्पति रहित मृदा पर जब वर्षा होती है तो वर्षा का जल मृदा के भीतर भली-भाँति रिस जाता है।
  • वनस्पति रहित मृदा में भूमि जल स्तर की कमी आती है।
  • इस मृदा में ह्यूमस युक्त जैविक पदार्थों की कमी होती है।
  • इस मृदा में वनस्पतियों का विकास कम होता है।
  • इस क्षेत्र में वर्षा भी कम होती है।
  • इस मृदा को बाढ़ जैसी समस्या से ज्यादा नुकसान होता है।
30. (b) ऑक्सीजन नाइट्रोजन स्थिरीकरण जीवाणु के लिए हानिकारक होती है।
  • फर्न की पत्तियाँ बड़ी होती है।
  • नाइट्रोजन स्थिरीकरण में जीवाणु नाइट्रोजन को नाइट्रेट और नाइट्राइट में परिणत कर देते है।
  • नाइट्रोजन की उपयोगिता पौधे के वृद्धि के लिए ज्यादा होती है।
  • फर्न (Pteridophyta) के अन्तर्गत आता है।
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