General Competition | History | (आधुनिक भारत का इतिहास) | भारत के गर्वनर जनरल तथा वायसराय

बक्सर युद्ध के पश्चात् ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में परिवर्तन का नया दौर प्रारंभ किया। तात्कालीक मुगल प्रशासन प्रणाली को बदल दिया एवं नवीन प्रशासनिक व्यवस्था में सत्ता के केंद्रीयकरण पर बल दिया।

General Competition | History | (आधुनिक भारत का इतिहास) | भारत के गर्वनर जनरल तथा वायसराय

General Competition | History | (आधुनिक भारत का इतिहास) | भारत के गर्वनर जनरल तथा वायसराय

बक्सर युद्ध के पश्चात् ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में परिवर्तन का नया दौर प्रारंभ किया। तात्कालीक मुगल प्रशासन प्रणाली को बदल दिया एवं नवीन प्रशासनिक व्यवस्था में सत्ता के केंद्रीयकरण पर बल दिया। इस केंद्रीय एवं प्रभावशाली सत्ता का केंद्र सर्वप्रथम बंगाल का गर्वनर रॉबर्ट क्लाइव था जिसे भारत में अंग्रेजी साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक भी कहा गया है। समय के साथ अंग्रेजों ने इस पद के गरिमा एवं शक्ति में विस्तार किया। इस क्रम में 1773 के अधिनियम के अन्तर्गत बंगाल का गर्वनर को गर्वनर जनरल बना दिया गया। 1833 के अधिनियम में परिवर्तन कर बंगाल के गर्वनर जनरल को सम्पूर्ण भारत का गर्वनर जनरल नियुक्त कर दिया। 185, के क्रांति को कुचलने के पश्चात् अंग्रेजों ने भारत में 1858 का अधिनियम लागू किया। 1858 के अधिनियम ने भारत में युगांतकारी परिवर्तन किए जिसमें सबसे शक्तिशाली था भारत के गवर्नर जनरल को वासयसराय बना देना। भारत का वायसराय अब समूचे भारत का प्रमुख एवं ब्रिटेन के रानी ब्रिटिश संसद तथा व्यवस्थापिका के प्रति उत्तरदायी था। भारत के प्रथम वायसराय लॉर्ड कैनिंग से लेकर अंतिम गवर्नर जनरल वायसराय लॉर्ड लुईस माउंटबेटन तक सभी ने भारतीय समाज एवं आर्थिक गतिविधियों को सचालित एवं प्रभावित किया था।
  • बंगाल का प्रथम गर्वनर - लॉर्ड क्लाईव / रॉबर्ट क्लाइव 
  • बंगाल का प्रथम गर्वनर जनरल - वारेन हेस्टिंग्स
  • भारत के प्रथम गर्वनर जनरल - लॉर्ड विलियम बेंटिक
  • भारत के प्रथम वायसराय - लॉर्ड कैनिंग
  • स्वतंत्र भारत के प्रथम गर्वनर जनरल/वायसराय - लॉर्ड लुईस माउंटबेटन
  • स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय वायसराय गर्वनर जनरल - सी. राजा गोपालाचारी

अंग्रेज शासित भारत के अतिमहत्वपूर्ण ग़र्वनर / गर्वनर जनरल/वायसराय

बंगाल के गर्वनर

रॉबर्ट क्लाइव 
  • यह बंगाल का प्रथम गर्वनर था ।
  • इसने मात्र 17 वर्ष की अवस्था में 1742 ई. में एक साधारण क्लर्क के पद पर ईस्ट इंडिया कंपनी की सेवा प्रारंभ किया था।
  • अपने असाधारण प्रतिभा दम पर पहले सेनापति का पद प्राप्त किया। कालांतर में द्वितीय कर्नाटक युद्ध में अरकाट (कर्नाटक की राजधानी) का घेरा डाल अंग्रेजों को जीत दिलाई। 
  • रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व की सेना ने 14 मार्च 1757 को बंगाल स्थित फ्रांसीसी बस्ती चंद्रनगर पर कर लिया था।
    बंगाल के गर्वनर कार्यकाल
    लॉर्ड क्लाईव 1757-60
    हालवेल 1760
    वैंसीरार्ट 1760-65
    लॉर्ड क्लाइव 1765-67
    बल्सर्ट 1767-69
    कार्रियर 1769-1772
    वारेन हेस्टिंग्स 1772-1782
  • क्लाइव ने बंगाल के गर्वनर के कार्यकाल में बंगाल में द्वैध शासन स्थापित किया था ।
रॉबर्ट क्लाइव की उपाधियाँ :
  • रॉबर्ट क्लाईव को उमरा की उपाधि आलमगीर द्वितीय ने दिया था ।
  • इसको ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सिनियर पिट्स के द्वारा 'हेवेन बॉन जनरल' (स्वर्ग में जन्मा सेनापति) की उपाधि दी थी।
  • भारत में अंग्रेजी साम्राज्य आर्किटेक्ट को उपाधि भी रॉबर्ट क्लाइव को दिया गया है।
  • रॉबर्ट क्लाइव को अंग्रेजों का मष्तिस्क एवं ब्रिटिश साम्राज्य का संस्थापक भी कहा गया है।
  • रॉबर्ट क्लाइव दो बार भारत में बंगाल का गर्वनर नियुक्त हुआ प्रथम ( 1757-60) तथा द्वितीय (1765-67)
  • इसने बंगाल गर्वनर के अपने द्वितीय कार्यकाल में बंगाल में द्वैध शासन लागू किया था।
  • रॉबर्ट क्लाइव के कार्यकाल में कुछ अन्य घटनाएं हुई जिसमें श्वेत विद्रोह, कर्मचारियों द्वारा उपहार लेने पर प्रतिबंध लगाया, सोसाइटी फॉर ट्रेड की स्थापना इत्यादि ।
  • इंग्लैण्ड वापसी के पश्चात रॉबर्ट क्लाईव ने 22 नवम्बर 1774 को स्टालिंटन में आत्महत्या कर लिया था।
  • 1760 में हालवेल अस्थायी गर्वनर बना। इसके कार्यकाल में काल कोठरी (Black Hole) की घटना हुई थी।
हेनरी वेनीस्टट (1760-65)
  • इसने मीर जाफर के स्थान पर मीर कासिम को बंगाल का गवर्नर नियुक्त किया था।
  • इसके कार्यकाल में 'पटना हत्या कांड' की घटना हुई थी। जिसमें मीर कासिम ने अंग्रेज नागरिकों की हत्या किया था ।
  • भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का नींव रखने वाला बक्सर युद्ध 21 अक्टूबर 1764 भी वेनीस्टार के कार्यकाल में ही हुआ था।
  • इसके समय ही प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध भी लड़ा गया था।
  • इसने रॉबर्ट क्लाइव द्वारा लागू किया गया 'सोसाइटी फॉर ट्रेड' नियम को समाप्त कर दिया।
कार्टियर (1769-72)
  • इसके समय में बंगाल में भयंकर अकाल पड़ा था। सरकार ने आम जनता की मदद ने करते हुए सिर्फ धन कर वसूली पर ध्यान केंद्रित किया। कार्टियर की आलोचना के पश्चात् उसको वापस लंदन बुला लिया गया था।
भारत के गर्वनर जनरल कार्यकाल
लॉर्ड विलियम बेंटिक 1828-35
चार्ल्स मेटकाक 1835-36
लॉर्ड ऑकलैंड 1836-42
लॉर्ड एलनबरो 1842-44
लॉर्ड हार्डिग - I 1844-48
लॉर्ड डलहौजी 1848-56
वारेन कैनिंग 1856-62
  • ईस्ट इंडिया कंपनी पर नियंत्रण के उद्देश्य से ब्रिटिश संसद ने अधिनियम 1773 पारित किया था। इस अधिनियम के अन्तर्गत बंगाल के गर्वनर को गर्वनर जनरल/ महाराज्यपाल बना दिया गया। 
वारेन हेस्टिंग्स (1772-17785)
  • यह बंगाल का प्रथम गर्वनर जनरल था । इसने अपने कार्यकाल में भारत में प्रशासिनक, समाजिक एवं आर्थिक संबंधों में अनेक परिवर्तन किया था।
  • यह बंगाल का प्रथम गर्वनर जनरल था। उसके द्वारा रॉबर्ट क्लाइव के द्वारा लगाया गया बंगाल का 'द्वैध शासन भी 1772 में समाप्त कर दिया गया।
  • इसने अवध राज्य से संबंधित "सुरक्षा प्रकोष्ठ की नीति/घेरे की नीति/रिंगफैस की नीति लागू किया था "
  • वर्ष 1781 में मुस्लिम सुधार के उद्देश्य से कलकत्ता में मदरसा स्थापित किया।
  • विलियम विलकिन्स ने इसके आदेश पर मनुस्मृति का अंग्रेजी भाषा में "ए कोड ऑफ जैन्टू ला" के नाम से अनुवाद किया था ।
  • 1784 में सर विलियम जोन्स ने एशियाटिक सोसाइटी ऑफ बंगाल (कलकत्ता) की स्थापना कलकत्ता में किया था।
  • वारेन हेस्टिंग्स ने बंगाल की आर्थिक स्थिति सुधारने हेतु 1772 में दस्तक प्रणाली (Tax free Business) को बंद कर दिया ।
  • 1774 इस वर्ष हेस्टिंग्स के द्वारा कलकत्ता में राजस्व विभाग की स्थापना किया गया था।
  • इसके द्वारा अन्य जगहों पर पथ कर ( toll tax) बंद कर दिया गया। केवल पांच स्थानों हुगली, ढाका, कलकत्ता, मुर्शीदाबाद तथा पटना में चुंगी लिया जाता था।
  • इसने राजकीय कोषागार का स्थान परिवर्तित कर मुर्शीदाबाद के स्थान पर कलकत्ता कर दिया।
  • वारेन हेस्टिंग्स ने सभी पुराने सिक्कों को वापस ले लिया तथा कलकत्ता के टकसाल से एक ही प्रकार का सिक्का जारी किया था।
  • इसके द्वारा भारत में प्रथम पंचवर्षीय योजना तथा एक वर्षीय बंदोबस्ती व्यवस्था लागू किया गया था।
  • यह ठेकेदारी या इजारेदारी व्यवस्था के तहत कंपनी के लिए वस्तुओं की खरीद करता था।
भारत में प्रथम सुप्रीम कोर्ट
  • सम्राट जॉर्ज पंचम ने 26 जुलाई 1774 चार्टर जारी कर कलकत्ता में सुप्रीम कोर्ट की स्थापना किया।
  • सर एलिजा इम्पे को प्रथम मुख्य न्यायाधीश एवं चेम्बरलीन स्टीफन तथा जॉन हाइड को सदस्य नियुक्त किया गया।
  • हेस्टिंग्स के प्रोत्साहन से जोनाथन डंकन ने 1782 में बनारस में संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना - क्रिया था ।
  • वारेन हेस्टिंग्स कभी भी पिट्स इंडिया एक्ट (1784) के पक्ष में नहीं था। इसी कारण 1784 में पिट्स इंडिया एक्ट के लागू होने पर इसके विरोध में इंग्लैण्ड वापस चला गया।
  • इसके ब्रिटेन वापसी पर भारत में अन्यायपूर्ण तथा निरंकुश शासन प्रणाली के लिए महाभियोग का मुकदमा चलाया गया था। जो वर्ष 1788-95 तक चलता रहा कालांतर में ब्रिटिश सरकार ने इसे दोष मुक्त कर दिया था।
मैकफर्सन (1785-86)
  • यह अस्थायी गर्वनर जनरल था। इसने सम्पूर्ण भारतीय ब्रिटिश साम्राज्य को 23 जिलों में विभक्त कर शासन किया था ।
लॉर्ड कर्नवालिस (1786-93)
  • इसको भारत में सिविल सेवा का जनक कहा गया है।
  • इसने न्यायिक प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कर्नवालिस कोड को लागू किया जो विकेन्द्रीकरण पर आधारित था।
  • स्थायी बंदोबस्त (1793) इसका जनक लॉर्ड कर्नवालिस था । इस व्यवस्था को जमींदारी / इस्तमरारी/विश्वेदारी/सूर्यास्त कानून या परमानेंट सेटलमेंट भी कहा गया ।
  • इसके कार्यकाल में तृतीय आंग्ल-मराठा युद्ध (1790-92) हुआ था।
  • श्रीरंगपट्टनम की संधि (1792)
  • चार प्रातिम न्यायालय की स्थापना
    → कलकत्ता
    → मुर्शीदाबाद
    → ढाका
    → पटना
  • रेवेन्यू बोर्ड की स्थापना किया।
  • 30 जुलाई 1805 से 5 अक्टूबर 1805 तक यह बंगाल का गर्वनर जनरल भी रहा ।
  • 5 अक्टूबर 1805 में गजीपुर में कर्नवालिस की मृत्यु हो गई। इसकी कब्र गाजीपुर में ही स्थापित है।
वेलेजली (1798-1805)
  • सहायक संधि के द्वारा ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार
  • चतुर्थ आंग्ल-मराठा युद्ध (1803-1804)
  • फोर्ट विलियम कॉलेज की स्थापना
  • 1802 बाजीराव द्वितीय-अंग्रेजों के मध्य बेसिन की संधि
सर जॉन बार्ली (1805-07)
  • वेल्लौर में सिपाही विद्रोह (1806 )

भारत के गर्वनर जनरल

लॉर्ड विलियम बेंटिक (1828-33)
  • इसके कार्य-
    1829- सती प्रथा समाप्ति 
    1830- ठगी प्रथा का अंत
    1833 - नरबली प्रथा का अंत
  • 1835- अंग्रेजी भारतीय प्रशासन की सरकारी भाषा घोषित | इसमें लॉर्ड मैकाले के सुझाव सम्मिलीत थे।
  • 1833 का चार्टर एक्ट पारित- 
  • 1803 मद्रास का गर्वनर । इसी क्रम में सैनिकों की जातिगत प्रतीक चिन्ह लगाने से मना किया था। वेल्लोर के सैनिकों ने विद्रोह कर दिया।
चार्ल्स मेटकाफ (1835-36)
  • इसने प्रेस से प्रतिबंध हटा दिया। इसे समाचार-पत्रों को मुक्तिदाता भी कहा गया है।
लॉर्ड ऑकलैंड
  • प्रथम आंग्ल-अफगान युद्ध
लॉर्ड डलहौजी (1848-56)
  • 1848-48- प्रथम आंग्ल सिक्ख युद्ध
  • 29 मार्च 1849 को पंजाब का अंग्रेजी राज्य में विलय
  • 1850 द्वितीय आंग्ल-बर्मा युद्ध
  • 1853 प्रथम रेलवे लाइन का निर्माण
  • 1854 चार्ल्स वुड का डिस्पैच ( शिक्षा नीति का )
  • 1856 संथाल विद्रोह
  • 1852 प्रथम विद्युत तार की शुरूआत
  • सार्वजनिक निर्माण विभाग (Public work Department) तथा लोक सेवा विभाग की स्थापना ।
  • प्रसिद्ध व्यभ्रगत सिद्धांत (हडप नीति) की शुरूआत
वायसराय

लॉर्ड कैनिंग (1856-58)
  • 1857 का विद्रोह
  • 1856 का विधवा पुर्नविवाह अधिनियम
  • 1858 में महारानी विक्टोरिया भारत की सामग्री घोषित
  • 1857 - बंबई, कलकत्ता एवं मद्रास में (विश्वविद्यालय की स्थापना )
  • 1861 - भारतीय परिषद् अधिनियम ।
  • 1864 - भारतीय उच्च न्यायालय अधिनियम ।
  • 1861 कलकत्ता, बंबई तथा मद्रास में एक उच्च न्यायालयों की स्थापना ।
  • भारतीय दंड संहिता (1858)
  • सिविल दंड प्रक्रिया संहिता (1859)

भारत का अंतिम गर्वनर जनरल/वायसराय

सर जॉन लॉरेंस (1864-69)
  • प्रसिद्ध अहस्तक्षेप नीति (रिंगफेश नीति) की शुरूआत
  • 1866 में उड़ीसा में अकाल
  • 1868-69 में राजपुताना तथा बुंदेलखंड में भयानक अकाल
  • रेलवे तथा नहरों का विस्तार
  • यूरोप संचार व्यवस्था स्थापित
लॉर्ड लिंटन (1876-80)
  • 1876-78 दक्षिण भारत में अकाल ।
  • 1878 रिचर्ड स्ट्रैची की अध्यक्षता से अकाल आयोग का गठन |
  • 1877 - दिल्ली में भव्य दरबार का आयोजन।
  • 1877 - महारानी विक्टोरिया को कैंसरे-ए-हिंद की उपाधि।
  • 1878 - वर्नाकुलर प्रेस एक्ट की घोषणा।
  • वैधानिक जनपद सेवा सम्मिलीत होने वाले भारतीयों की आयु 21 से घटाकर 19 वर्ष कर दिया गया था।
लॉर्ड रिपन (1880-84)
  • 1881 - प्रथम फैक्ट्री एक्ट ।
  • 1882 - हंटर आयोग (स्कूली शिक्षा हेतु ) की नियुक्ति ।
  • 1885- प्रसिद्ध इलवर्ट विल विवाद |
  • 1882 - स्थानीय स्वशासन की शुरूआत |
  • 1881 - जनगणना प्रणाली की स्थापना ।
  • 1881 में कश्मीर एवं नेपाल को छोड़ समूचे भारत में जनगणना किया गया था।
लॉर्ड डफरिन (1884-88)
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना ।
  • द्वितीय आंग्ल- वर्मा बुद्ध
  • बंगाल कृषि अधिनियम (1885)
लॉर्ड कर्जन (1899-1905)
  • भारतीय विणीव अधिनियम 1904
  • लोक सेवा अधिनियम 1905
  • बंगाल विभाजन 1905
  • रेलवे बोर्ड का गठन 1905
  • पुलिस सुधार हेतु 1905
  • फ्रेजर कमिशन का गठन।
लॉर्ड मिंटो द्वितीय (1905-10)
  • मुस्लिम लीग का गठन 1906
  • आंग्ल- रूसी मित्रता 1907
  • खुदीराम बोस को फांसी
  • बालगंगाधर तिलक को 5 वर्ष का कारावास 1908
  • 1907 कांग्रेस का सूरत अधिवेशन
लॉर्ड हार्डिग II (1910-16)
  • ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम का आगमन (12 Dec. 1911)
  • 1911 दिल्ली दरबार का आयोजन भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली हस्तांतरण की घोषणा।
  • दिल्ली राजधानी बनी 1912
  • 1912 - हार्डिंग पर बम हमला।
  • 1912 - दिल्ली स्थायी राजधानी की घोषणा।
  • 4 अगस्त 1914 प्रथम विश्व युद्ध की शुरूआत।
  • 1915 - गाँधी जी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।
  • 1915 - गोखले तथा फिरोज शाह मेहता का देहांत ।
लॉर्ड चेम्सफोर्ड (1916-21)
  • 1916- तिलक एवं बेसेंट द्वारा होमरूल लीग की स्थापना ।
  • 1916 - मदन मोहन मालवीय द्वारा बनारस हिन्दु विश्वविद्यालय की स्थापना किया गया।
  • अप्रैल 1917 - गाँधी जी का चंपारण सत्याग्रह ।
  • 1919 - रॉलेट एक्ट घोषित |
  • 1920 - भारत ट्रेड युनियन का प्रथम अधिवेशन |
  • 1920 - अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना ।
  • 1 अगस्त 1920 - गाँधी जी का असहयोग आंदोलन।
  • 13 अप्रैल 1919 - जलियाँवाला बाग हत्याकांड ।
लॉर्ड रीडिंग (1921-26)
  • 1 नवंबर 1921 - प्रिंस ऑफ वेल्स का भारत आगमन
  • 1921 - मोपला विद्रोह । 
  • 1921 - साम्यवादी दल का गठन। 
  • 5 फरवरी 1922- चौरी-चौरा कांड
  • 11 फरवरी 1922- असहयोग आंदोलन समाप्त
  • 9 अगस्त 1925 - काकोरी हत्याकांड
  • 1926 - स्वामी श्रद्धानंद की हत्या ।
  • 1924- अखिल भारतीय साम्यवादी दल का गठन।
लॉर्ड इरविन (1926-31)
  • 1927 - साईमन कमीशन की नियुक्ति ।
  • 1928 - साइमन कमिशन का भारत आगमन का विरोध ।
  • 1928- इसी वर्ष सांडर्स की हत्या की गइ।
  • 8 अप्रैल 1929- भगत सिंह एवं बटुकेश्वर दत्त द्वारा सेन्ट्रल असेम्बली में बम फेंका गया था।
  • 1929 - शारदा अधिनियम विधेयक |
  • 1929 - 64 दिन के भूख हड़ताल पश्चात क्रांतिकारी जतिन दास की मृत्यु |
  • 1929- इरविन की बग्घी पर बम से हमला ।
  • 31 दिसम्बर 1929- कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन पर पूर्ण स्वराज की घोषणा ।
  • 12 मार्च 1930 - गाँधीजी की दांडी यात्रा ।
  • नवम्बर 1930 - प्रथम गोलमेज सम्मेलन |
  • 5 मार्च 1931- गाँधी इरविन समझौता |
लॉर्ड लिनलिथगो (1936-44)
  • 4 मई 1934 - सविनय अवज्ञा आंदोलन प्रारंभ।
  • 14 फरवरी 1938 - हरिफ का कांग्रेस अधिवेशन एवं सुभाष बोस का अध्यक्ष पद पर चयन।
  • मार्च 1939 - गाँधी जी के विरोध के बावजूद सुभाष बोस त्रिपरी अधिवेशन में अध्यक्ष चुने गए।
  • अप्रैल 1939 - गाँधी जी के विरोध के कारण सुभाष चंद्र बोस का अध्यक्ष पद से इस्तिफा तथा 'फॉरवर्ड ब्लॉक' की स्थापना।
  • 1941 - रविन्द्र नाथ टैगोर की मृत्यु |
लॉर्ड वेवेल (1944-47)
  • मार्च 1946 - कॅबिनेट मिशन का भारत आगमन
  • 18 फरवरी 1946 - बंबई में नौसेना विद्रोह ।
  • 7 जुलाई 1946 - अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी ने कैबिनेट प्रस्ताव स्वीकार किया था।
  • 16 अगस्त 1946 - प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस।
  • 3 जून 1948 - ब्रिटेन के प्रधानमंत्री एटली ने भारत को आजाद करने की घोषणा किया।
माउंटबेटन (1947-48)
  • 3 जून 1947- *जून थर्ड प्लान' के अन्तर्गत इसने भारत विभाजन की घोषण किया।
  • 24 मार्च 1947 - माउंट बेटन को भारत का वायसराय नियुक्त किया गया।
  • 4 जुलाई 1947 - ब्रिटेन प्रधानमंत्री ऐटली ने ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन्स में भारत का स्वतंत्रता विधेयक पेश किया।
  • 15 अगस्त 1947 - भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुआ ।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • कलकत्ता मेडिकल कॉलेज की नींव लार्ड विलियम बैंटिक के द्वारा रखी गई थी।
  • महारानी विक्टोरिया का घोषणा पत्र पढ़ के सुनाने वाला लार्ड कैनिंग था ।
  • लार्ड कॅनिंग ही भारत का प्रथम वायसराय था ।
  • लार्ड कैनिंग ही भारत का प्रथम वायसराय था ।
  • वर्ष 1789 में बंगाल में दास प्रथा का निर्यात बंद कर दिया गया था।
  • वर्ष 1856 में लार्ड कैनिंग के समय विधवा पूर्वविवाह अधिनियम पारित किया गया था।
  • लारेन्स ने कैम्पबेल के नेतृत्व में अकाल समिति का गठन किया था।
  • भारत में प्रशासनिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए ब्रिटिश नागरिकों को प्रशिक्षित विविलम कॉलेज की स्थापना किया गया था।
  • लॉर्ड लिंटन के द्वारा अफगानिस्तान के प्रति अग्र (फारवर्ड) नीति का अनुसरण किया गया था।
  • लारेन्स ने कैम्पवेल के नेतृत्व में अकाल समिति का गठन किया था।
  • भारत में प्रशासनिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए ब्रिटिश नागरिकों को प्रशिक्षित करने हेतु वेलेजली के द्वारा कलकत्ता का फोर्ट विनियम कॉलेज की स्थापना किया गया था।
  • लार्ड लिंटन के द्वारा अफगानिस्तान के प्रति अग्र (फारवर्ड) नीति का अनुसरण किया गया था।
  • सर जान लारेंस के द्वारा अहस्तक्षेप नीति का पालन किय गया था।
  • कैनिंग के समय वर्ष 1856 में विधवा पुर्नविवाह नीति का पालन किया गया था।
  • प्रथम आंग्ल-सिक्ख युद्ध (1843 ) लार्ड हार्डिंग के कार्यकाल में हुआ था।
  • वर्ष 1858 के अधिनियम के द्वारा गवर्नर जनरल को भारत का वायसराय कहा गया था।
  • लाई आकलैंड के कार्यकाल में शेरशाह सूरी मार्ग का नाम परिवर्तित कर जी. टी. रोड कर दिया गया था ।
  • मर जान लाएंन्स के समय में भारत से यूरोप के बीच प्रथम समुद्री टेलीग्राफ सेवा प्रारंभ की गई थी।
  • लार्ड लिंटन अपनी साहित्यिक रचनाएँ ओवेन मेरेडिथ नाम से किया करता था ।
  • वर्ष 1876 में महारानी विक्टोरिया को 'रायल टाइटल एन्ट' के अंतर्गत 'कैसर-ए-हिन्द' की उपाधि प्रदान किया गया था।
  • ब्रिटिश प्रधानमंत्री एटली द्वारा संसद में भारतीय स्वतंत्रता विधेयक 4 जुलाई 1947 को प्रस्तुत किया गया।
  • सविनय अवज्ञा आंदोलन लॉर्ड विलिंगटन के कार्यकाल में हुआ था।
  • 1833 के चार्टर एक्ट के अन्तर्गत लार्ड विविसलयम बैंटिक भारत का गर्वनर जनरल बनकर आया था।
  • डलहौजी के समय 1853 में प्रथम विद्युत सेवा कलकत्ता से आगरा के बीच में प्रारंभ हुआ था।
  • राज्य हड़ नीति - डलहौजी
  • एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना (1784 ) - वारेन हेस्टिंग्स ने किया था।
  • न्यायिक संगठन की स्थापना किसने किया था लाई कर्नवालिस
  • कुशासन के आधार पर मैसूर राज्य का प्रशासन में विलय - लाई विलियम बैंटिक
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