मोमेंटम झारखण्ड

मोमेंटम झारखण्ड
> सामान्य परिचय
> भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम से प्रोत्साहित होकर राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों को झारखण्ड में निवेश हेतु आकर्षित करने के उद्देश्य से सरकार द्वारा मेक इन झारखण्ड पहल के तहत 'मोमेंटम झारखण्ड' का आयोजन किया गया।
> इस अभियान का लोगो ( शुभंकर) एक युवा हाथी है, जो उड़ना सीख रहा है। इस लोगो के माध्यम से यह दर्शाने की कोशिश की गयी है कि झारखण्ड देश का युवा राज्य है जिसमें विकास की असीम संभावनाएँ विद्यमान हैं तथा यह राज्य विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है।
> इसे वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2017 (Global Investors Meet-2017) का नाम दिया गया है। 
> इस सम्मेलन का आयोजन राँची के खेलगाँव में किया गया।
> इस सम्मेलन के दौरान राँची शहर को दुल्हन की तरह सजा दिया गया था।
> इस सम्मेलन का आयोजन 16-17 फरवरी, 2017 को किया गया था।
> सम्मेलन का उद्घाटन ताना भगत स्टेडियम, खेलगाँव, राँची में 16 फरवरी को किया गया।
> सम्मेलन का समापन ताना भगत स्टेडियम, खेलगाँव, राँची में 17 फरवरी को किया गया। 
> भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को मोमेंटम झारखण्ड का ब्रांड एम्बेस्डर बनाया गया था। 
> उद्देश्य
> झारखण्ड को भारतीय तथा विदेशी दोनों निवेशकों के लिए एक प्रमुख निवेश गंतव्य के रूप में स्थापित करना । 
> निवेशकों के समक्ष झारखण्ड में विद्यमान प्रचुर खनिज संपदा, व्यापार हेतु अनुकूल माहौल तथा गतिशील नीतियों कों प्रदर्शित करना ।
> राज्य में व्यवसाय समुदाय, सरकारी प्रतिनिधियों, निवेशकों तथा अन्य हितधारकों के बीच नेटवर्किंग का मंच प्रदान करना ।
> लक्षित क्षेत्र
> राज्य में स्टार्ट अप परिवेश को मजबूती प्रदान करना।
> महिलाओं, अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों तथा दिव्यांग उद्यमियों को प्रोत्साहित करना। 
> राज्य में उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देना। 
> प्रत्यक्ष तथा परोक्ष रोजगार का सृजन ।
> राज्य की खनन क्षमता, विनिर्माण सक्षमता का उत्तोलन एवं वैश्विक निवेशकों से संबद्ध करना । 
> राज्य में निवेश की संभावनाओं तथा नीतिगत प्रोत्साहनों का प्रदर्शन।
> राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ मध्यम एवं लघु उद्योगों को जोड़ना।
> B2B (व्यवसाय से व्यवसाय ) एवं B2G ( व्यवसाय से सरकार) के माध्यम से हितधारकों के बीच अंतर्क्रिया को बढ़ाना। 
> समझौता ज्ञापन (MoU)
> राज्य सरकार के विभिन्न विभागों एवं निवेशकों के बीच कुल 210 परियोजनाओं के लिए 3,10,753.12 करोड़ रूपये हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया।
> इस समझौता ज्ञापन के लागू होने पर राज्य में 2,11,226 रोजगार सृजन की संभावना है। 
> भूमि बैंक
> निवेशकों को परियोजनाओं की स्थापना हेतु भूमि बैंक से भूमि उपलब्ध कराया जाएगा। 
> राज्य में औद्योगिक विकास की स्थापना हेतु झारखण्ड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण (JIADA) महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
> यह प्राधिकरण राज्य में 4 औद्योगिक विकास प्राधिकरणों में विभाजित है
> राँची औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण 
> आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण 
> बोकारो औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण 
> संथाल परगना औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण 
> इन प्राधिकरणों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में भूमि को चिन्हित कर भूमि बैंक की स्थापना की जाती है तथा इसी भूमि बैंक से औद्योगिक विकास हेतु भूमि उपलब्ध करायी जाती है। 
> निवेशकों को आकर्षित करने हेतु सरकार के पहल
> एकल खिड़की क्लीयरेंस
> एकल खिड़की क्लीयरेंस प्रणाली ।
> जरूरी अनुमोदनों की पहचान हेतु अंतर्क्रियात्मक (interactive) प्रणाली। 
> सभी प्रक्रियाओं, समयसीमा तथा प्रारूपों आदि सूचनाओं तक आसान पहुँच।
> उत्तरदायी एवं आसान प्रक्रिया
> गैर-अनुपालन पर परिभाषित दंडात्मक कारवाई। 
> प्रोत्साहन हेतु संयुक्त आवेदन ।
> कम समयसीमा
> एक दिन में व्यावसायिक कर पंजीकरण ।
> 72 घंटों के अंदर निरीक्षण - पीसीबी, वन, शहरी, वाणिज्यिक कर एवं श्रम विभाग। 
> 30 दिनों के अंदर जल आवंटन का अनुमोदन।
> पर्यावरण अनुपालन में आसानी
> 58 क्षेत्रकों के लिए प्रदूषण क्लीयरेंस आवश्यक नहीं । 
> आसान नियमन 
> 14 श्रमिक कानूनों में एकल संयुक्त निरीक्षण |
> 5 वर्षों में एक बार निरीक्षण |
> औद्योगिक लाइसेंस की पाँच वर्ष तक वैधता ।
> ऑनलाईन पंजीकरण एवं आवेदन प्रक्रिया
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