अव्यय
लिंग, विभक्ति या वचन के कारण जिन शब्दों में किसी तरह का परिवर्तन न हो, वे अव्यय कहलाते हैं। नीचे कुछ अव्यय अर्थसहित दिए गए हैं।
हमेशा सच बोलना चाहिए – सदा सत्यं वदेत् ।
राकेश इस समय खाता है— राकेशः इदानीं खादति ।
सोहन कल घर जाएगा – सोहनः श्वः गृहं गमिष्यति।
रमेश कल पटना गया - रमेशः ह्यः पाटलिपुत्रम् अगच्छत् ।
पानी थोड़ा गरम है – जलम् ईषत् उष्णम् अस्ति।
रात में दही नहीं खाना चाहिए – नक्तं दधि न खादेत् ।
झूठ कभी नहीं बोलना चाहिए – कदापि मिथ्या न वदेत् ।
तुम क्यों नहीं जाते हो ? – त्वम् कथम् न गच्छसि ?
मैं सुबह टहलता हूँ — अहम् प्रातः भ्रमामि।
वह बार-बार पढ़ता है — सः पुनः पुनः पठति।
वे दूसरे दिन घर जाएँगे - ते अन्येद्युः गृहं गमिष्यन्ति।
रमा चुपचाप उठकर चली गई – रमा तूष्णीम् उत्थाय अगच्छत्।
क्या श्याम भी खेलता है? – किं श्यामः अपि खेलति ?
हाँ, श्याम भी खेलता है — आम्, श्यामः अपि खेलति ।
सब जगह सज्जन हैं — सर्वत्र सज्जनाः सन्ति।
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