NCERT One Liner | प्राचीन भारत का इतिहास | शैव एवं भागवत धर्म
नयनार कौन थे ?
⇒ शैव उपासक सन्त
मत्तमयूर से क्या तात्पर्य है ?
⇒ प्राचीन भारत में एक शैव सम्प्रदाय
त्रिमूर्ति तथा अर्द्धनारीश्वर की पूजा किस काल में प्रारम्भ हुई थी?
⇒ गुप्तकाल में
मेगस्थनीज ने भगवान शिव को कौन सी संज्ञा दी थी ?
⇒ डायोनिसस
जैन ग्रंथ उत्तराध्ययन सूत्र में वासुदेव का सम्बंध किस जैन तीर्थंकर से बताया गया है?
⇒ अरिष्टनेमि
लिंग पूजा का प्रथम स्पष्ट उल्लेख किस पुराण में मिलता है?
⇒ मत्स्य पुराण
अर्द्धनारीश्वर मूर्ति में आधे शिव तथा आधी पार्वती किसके प्रतीक हैं?
⇒ देव और उसकी शक्ति के योग का
दक्षिण भारत में शैव आंदोलन में किसकी प्रमुख भूमिका थी?
⇒ नयनार संतों की
एक सम्प्रदाय के रूप में शैव धर्म का प्रारम्भ किस काल में हुआ?
⇒ शुंग-सातवाहन काल में
नयनार संतों की संख्या कितनी थी ?
⇒ 63
भागवत धर्म का प्रवर्तक किसे माना जाता है?
⇒ कृष्ण को
किस ग्रंथ में सर्वप्रथम देवकी के पुत्र कृष्ण का वर्णन किया गया है?
⇒ छांदोग्य उपनिषद्
भागवत सम्प्रदाय के विकास का श्रेय किन शासकों को दिया जाता है ?
⇒ गुप्त शासकों को
कर्म का सिद्धान्त किस दर्शन से सम्बंधित है?
⇒ मीमांसा से
अवतारवाद का सर्वप्रथम उल्लेख किस ग्रंथ में मिलता है ?
⇒ श्री मद्भागवत गीता
वह प्राचीन स्थल जहाँ 88,000 ऋषि-मुनियों की सभा में सम्पूर्ण महाभारत कथा का वाचन किया गया था?
⇒ नैमिषारण्य (सीतापुर उत्तर प्रदेश)
भागवत सम्प्रदायों में भक्ति के रूपों की संख्या कितनी है?
⇒ नौ (नवधा भक्ति)
मेगस्थनीज ने कृष्ण को किस नाम से उल्लिखित किया है?
⇒ हेराक्लीज
दक्षिण भारत में वैष्णव मत का विस्तार किसने किया था?
⇒ अलवार संतों ने
व्यूहवाद किस धर्म से जुड़ा है ?
⇒ वैष्णव धर्म
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