NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Diversity In Living Organisms जीवों में विविधता

Diversity In Living Organisms जीवों में विविधता

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Diversity In Living Organisms जीवों में विविधता

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 9TH | SCIENCE (विज्ञान) | Diversity In Living Organisms जीवों में विविधता

1. गलत वाक्य चुनिए
(a) एककोशिकीयं यूकैरियोटिक जीवों को प्रोटिस्टा जगत के अंतर्गत रखा गया है।
(b) व्हिटेकर द्वारा कोशिका संरचना, पोषण के स्रोत एवं प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए जीवों को पाँच जगत में वर्गीकृत किया गया है।
(c) मॉनेरा जगत एवं प्रोटिस्टा जगत दोनों स्वपोषी अथवा विषमपोषी हो सकते है।
(d) मॉनेरा जगत के जीवों में सुस्पष्ट केंद्रक होता है।
उत्तर - (d)
2. निम्नलिखित में से किसमें जल संवहन के लिए विशिष्ट ऊतक पाए जाते है?
(i) थैलोफाइटा / Thallophyta
(ii) ब्रायोफाइटा / Bryophyta
(iii) टेरिडोफाइटा / Pteridophyta
(iv) जिम्नोस्पर्म (अनावृतबीजी) /Gymnosperms
(a) (i) और (ii)
(b) (ii) और (iii)
(c) (iii) और (iv)
(d) (i) और (iv)
उत्तर - (d)
3. निम्नलिखित में से कौन बीज उत्पन्न करता है?
(a) थैलोफाइटा / Thallophyta
(b) ब्रायोफाइटा / Bryophyta
(c) टेरिडोफाइटा / Pteridophyta
(d) जिम्नोस्पर्म / Gymnosperms
उत्तर - (d)
4. कौन-सी यर्था मछली है?
(a) जेलीफिश / Jellyfish
(b) स्टारफिश / Starfish
(c) डॉगफिश / Dogfish
(d) सिल्वरफिश / Silverfish
उत्तर - (c)
5. निम्नलिखित में कौन-से प्राणी समुद्रों में पाए जाते है ?
(a) पॉरीफेरा / Porifera
(b) एकाइनोडर्मेटा / Echinodermata
(c) मोलस्का / Mollusca
(d) पिसीज (मत्स्य वर्ग) / Pisces
उत्तर - (b)
6. निम्नलिखित में से किसमें खुला परिसंचरण तंत्र पाया जाता है?
(i) आर्थ्रोपोडा / Arthropoda
(ii) मोलस्का / Mollusca
(iii) ऐनेलिडा / Annelida
(iv) सीलेन्टेरेटा / Coelenterata
(a) (i) और (ii)
(b) (iii) और (iv)
(c) (i) और (iii)
(d) (ii) और (iv)
उत्तर - (a)
7. वह कौन-सा समूह है, जिसके प्राणियों की प्रगुहा रुधिर से भरी होती है?
(a) आर्थ्रोपोडा / Arthropoda
(b) ऐनेलिडा / Annelida
(c) नेमेटोडा / Nematoda
(d) एकाइनोडर्मेटा / Echinodermata
उत्तर - (a)
8. श्लीपद अर्थात फीलपांव रोग निम्नलिखित के द्वारा होता है ?
(a) वुचेरेरिया / Wuchereria
(b) पिनकृमि / Pinworm
(c) प्लैनेरियन प्राणी / Planarians
(d) यकृत पर्णाभ कृमि / Liver flukes
उत्तर - (a)
9. कशेरूकियों का निम्नलिखित में से कौन-सा सबसे महत्वपूर्ण अथवा (सामान्य) लक्षण है?
(a) पृष्ठरज्जु का पाया जाना 
(b) त्रिकोरकी अवस्था का पाया जाना
(c) क्लोम कोष्ठ का पाया जाना
(d) देहगुहा का पाया जाना
उत्तर - (a)
10. निम्नलिखित में से किसमें शल्क होते है ?
(i) ऐम्फिबिया / Amphibians
(ii) पिसीज / Pisces
(iii) सरीसृप / Reptiles
(iv) स्तनधारी / Mammals
(a) (i) और (iii)
(b) (iii) और (iv)
(c) (ii) और (iii)
(d) (i) और (ii)
उत्तर - (c)
11. गलत वाक्या को चुनिए
(a) एवीज वर्ग के पक्षी समतापी, अंडे देने वाले तथा हृदय में चार कक्ष वाले होते है।
(b) · एवीज वर्ग के पक्षियों का शरीर परों से ढका होता है, इनके अग्रपाद रूपांतरित होकर पंख बनाते है और ये फेफड़ों के द्वारा सांस लेते है।
(c) मछलियाँ, जलस्थली जीव (उभयचर) तथा रेंगने वाले जीव (सरीसृप) सभी अंडे देने वाले (अंडप्रजक) होते है ।
(d) स्तनधारी वर्ग के प्राणी सदैव जरायुज होते है अर्थात् बच्चे को जन्म देते है।
उत्तर - (d)
12. टेरिडोफाइटा में कौन-सा अंग नहीं होता ?
(a) मूल / Root
(b) तना / Stem 
(c) पुष्प / Flowers
(d) पत्तियाँ / Leaves
उत्तर - (c)
13. पॉरीफेरा संघ के सदस्य को पहचानिए
(a) स्पांजिला / Spongilla
(b) यूग्लीना / Euglena
(c) पेनिसिलियम / Penicillium
(d) हाइड्रा / Hydra
उत्तर - (a)
14.  कौन-सा एक जलीय प्राणी नहीं है?
(a) हाइड्रा / Hydra 
(b) जेलीफिश / Jellyfish
(c) कोरल / Corals
(d) फाइलेरिया / Filaria
उत्तर - (d)
15. ऐम्फिबियनों में नहीं होता है
(a) तीन प्रकोष्ठ वाला हृदय / Three chambered heart
(b) क्लोम या फेफड़ा / Gills or lungs
(c) शल्क / Scales
(d) श्लेष्मा ग्रंथि / Mucus glands
उत्तर - (c)
16. बिना केंद्रक एवं कोशिकांग वाले जीव कौन से वर्ग में आते है ? 
(i) कवक / Fungi
(ii) प्रोटिस्टा / Protista
(iii) सायनोबैक्टीरिया / Cyano bacteria
(iv) आर्किबैक्टीरिया / Archae Bacteria
(a) (i) और (ii)
(b) (iii) और (iv)
(c) (i) और (iv)
(d) (ii) और (iii)
उत्तर - (b)
17. निम्नलिखित में कौन-सा सजीवों के वर्गीकरण के लिए लक्षण मापदंड नहीं है?
(a) जीव की देह रचना 
(b) अकेले अपना भोजन बनाने की सामर्थ्य 
(c) झिल्लीयुक्त केंद्रक एवं कोशिकांग 
(d) पादप की ऊँचाई 
उत्तर - (d)
18. प्रोटोकॉर्डेटा का जो विशिष्ट लक्षण नहीं है
(a) पृष्ठरज्जु का होना 
(b) द्विपार्श्व सममित एवं प्रगुहा 
(c) संधिपाद 
(d) परिसंचारी तंत्र का होना 
उत्तर - (c)
19. एकाइनोडर्मेटा का चलन-अंग है
(a) नाल पाद / Tube feet
(b) पेशीय पाद / Muscular Feet
(c) संधि पाद / Jointed Legs
(d) पार्श्वपाद / Parapodia
उत्तर - (a)
20. कोरल ( प्रवाल ) क्या होते है ?
(a) ठोस आधार से चिपके रहने वाले पॉरीफेरा संघ के प्राणी
(b)केले रहने वाले नाइडेरिया संघ के प्राणी
(c)समुद्री तल पर पाए जाने वाले पॉरीफेरा संघ के प्राणी
(d) निबह (कॉलोनी) में रहने वाले नाइडेरिया संघ के प्राणी
उत्तर - (d)
21. जीवों की वैज्ञानिक नाम पद्धति की व्यवस्था किसने प्रस्तुत की ?
(a) रॉबर्ट व्हिटेकर 
(b) कैरोलस लिनियस
(c) रॉबर्ट हुक 
(d) अर्नेस्ट हेकेल 
उत्तर - (b)
22. दो प्रकोष्ठ वाला हृदय किसमें पाया जाता है ?
(a) मगरमच्छ में / Crocodiles
(b) मछली में / Fish
(c) पक्षी में / Aves
(d) उभयचर में / Amphibians 
उत्तर - (b)
23. संपूर्ण रूप से उपास्थि का बना कंकाल किसमें होता है?
(a) शार्क में / Sharks
(b) ट्यूना में / Tuna
(c) रोहू में / Rohu
(d) इनमें से किसी में नहीं 
उत्तर - (a)
24. निम्नलिखित में से कोई एक ऐनेलिड प्राणी नहीं है -
(a) नेरीस / Nereis
(b) केंचुआ / Earthworm 
(c) जोंक / Leech these 
(d) अर्चिन / Urchins
उत्तर - (d)
25. 'सिस्टेमा नेचुरी' नामक पुस्तक निम्नलिखित में से किसके द्वारा लिखी गई थी ?
(a) लिनियस / Linnaeus
(b) हेकेल / Haeckel
(c) व्हिटेकर / Whittaker
(d) रॉबर्ट ब्राउन / Robert Brown
उत्तर - (a)
26. कार्ल वॉन लिने का योगदान विज्ञान की किस शाखा से था? 
(a) आकारिकी से / Morphology
(b) वर्गीकरण से / Taxonomy
(c) कार्मिकी से / Physiology
(d) आयुर्विज्ञान से / Medicine
उत्तर - (b)
27. वास्तविक अंग किस वर्ग में नहीं होते है?
(a) मोलास्का में / Mollusca
(b) सीलेन्ट्रेटा में / Coelenterata
(c) आर्थ्रोपोडा में / Arthropoda
(d) एकाइनोडर्मेटा में / Echinodermata
उत्तर - (b)
28. कठोर कैल्शियम कार्बोनेट से बनी संरचना का कंकाल के रूप में निम्नलिखित में से किसके द्वारा इस्तेमाल किया जाता है ? 
(a) एकाइनोडर्मेटा / Echinodermata
(b) प्रोटोकॉर्डेटा / Protochordata
(c) आर्थ्रोपोडा / Arthropoda
(d) नेमेटोडा / Nematoda
उत्तर - (a)
29. निम्नलिखित में से किसकी खंडीय व्यवस्था में विभेदन होता है ?
(a) जोंक में / Leech
(b) स्टारफिश में / Starfish
(c) घोंघा में / Snails
(d) ऐस्केरिस में / Ascaris
उत्तर - (a)
30. वर्गिकीय पदानुक्रम में कुल (फैमिली) कौन-से दो के मध्य में आती है?
(a) वर्ग एवं गण / Class and Order
(b) गण एवं वंश / Order and Genus
(c) वंश एवं जाति / Genus and Species
(d) डिवीजन और वर्ग / Division and Class
उत्तर - (b)
31. पाँच-जगत वर्गीकरण की पद्धति निम्नलिखित में से किसके द्वारा प्रस्तुत की गई ?
(a) मॉरगन / Morgan
(b) आर. व्हिटेकर / R. Whittaker
(c) लिनियस / Linnaeus
(d) हेकेल / Haeckel
उत्तर - (b)
32. सुपरिभाषित केंद्रक किसमें नहीं पाया जाता है -
(a) नील हरित शैवाल में / Blue green algae
(b) डायटम में / Diatoms
(c) शैवाल में / Algae
(d) यीस्ट में / Yeast
उत्तर - (a)
33. जातियों का उद्भव' नामक पुस्तक निम्नलिखित में से किसके द्वारा लिखी गई -
(a) लिनियस / Linnaeus 
(b ) डार्विन / Darwin
(c) हेकेल / Hackel
(d) व्हिटेकर / Whittaker
उत्तर - (b)
34.  मीना और हरि ने अपने बगीचे में एक जीव देखा। हरि ने उसे कीट बताया, जबकि मीना ने कहा- यह केंचुआ है। निम्नलिखित में से उस लक्षण को चुनिए जो उसके कीट होने की पुष्टि करता हो
(a) द्विपार्श्व सममिति वाली देह / Bilateral symmetrical body
(b) संधित पाद वाला शरीर / Body with jointed legs
(c) बेलनाकार शरीर / Cylindrical body
(d) खंडयुक्त शरीर / Body with little segmentation
उत्तर - (b)

ANSWERS

DISCUSSION

1. (d) प्रोटिस्टा जगत के अन्तर्गत आने वाले जीव एक कोशिकीय यूकैरियोटिक होते है।
अमीबा, पैरामीशियम, युग्लीना, प्रोटोजोआ प्रोटिस्टा जगत के अन्तर्गत आते है।
व्हिटेकर के द्वारा पृथ्वी के समस्त जीवों को पांच जगत में वर्गीकृत किया गया था, जिसे मोनेरा, प्रोटिस्टा, कवक, पादप, जन्तु जगत के नाम से जानते है।
मोनेरा जगत के जीवों में केन्द्रक नहीं होता है। इसके अन्तर्गत जीवाणु, माइकोप्लाज्मा, BGA आते है।
पोषण के दृष्टि कोण से मोनेरा जगत के जीव स्वपोषी/ विषम पोषी होते है।
2. (d) जल संवहन उत्तक (जाइलम + फ्लोएम) थैलोफाइटा तथा ब्रायोफाइटा में नहीं पाए जाते है।
पृथ्वी पर पहला वर्ग टेरिडोफाइटा था जिसमें जाइलम तथा फ्लोएम पाया गया।
Gymnosperm तथा Angiosperm में भी जाइलम तथा फ्लोएम पाए जाते है ।
Gymnosperm को नग्न बीजी भी कहा जाता है, इसमें साइकस सिकोया चीड, सिनकोना के पौधे को शामिल किया गया है। 7.
थैलोफाइटा के अन्तर्गत शैवाल को शामिल किया गया जिसमें जड़, तना, पत्ता, फूल, फल, बीज, जाइलम, फ्लोएम नहीं पाए जाते है ।
3. (d) बीज उत्पन्न करने वाले वर्ग को Gymnosperm कहते है, इनके बीज में छिलका नहीं होता है, ये नग्न बीजी होते है।
मॉस तथा लिवर वर्टस Bryophyta के अन्तर्गत आते है। इसे पादप जगत का उभयचर कहा जाता है।
टेरिडोफाइटा के अन्तर्गत इक्वी जीटम, लाइको पोडियम, साइलोटम, टेरिस पौधे आते है।
पादप जगत का सबसे विकसित वर्ग को Angiosperm कहते है।
मनुष्य के द्वारा उपयोग किए जाने वाले सारे फल, सब्जी, अनाज, Angiosperm के अन्तर्गत आते है।
4. (c) डॉग फिश को स्कोलियोडॉन भी कहते है, यह एक सत्य मछली है। इसे मत्स्य वर्ग में रखा गया है।
जेली फिश सीलेन्ट्रेटा संघ में रखा गया है, इस संघ के अधिकांश जीव समुद्री होते है ।
स्टार फिश इकाइनोडर्मेटा संघ के अन्तर्गत आते है, ये अकशेरूकी होते है।
सिल्वर फिश इन्सेक्टा संघ के अन्तर्गत आता है।
5. (b) एकाइनोडर्मेटा संघ के जीव समुद्रों में पाए जाते है। तारा मछली, समुद्री अर्चिन, समुद्री खीरा, एण्डी डॉन इसी संघ के जीव है।
पोरीफेरा संघ के अन्तर्गत आने वाले जीव साइकॉन, यूप्लेक्टेला, हायलोनेमा, स्पॉन्जिला आते है।
ये बहुकोशकीय जलीय जीव होते है। इसमें हड्डी तथा रीढ़ नहीं पाई जाती है।
मोलास्का जन्तु जगत का दूसरा बड़ा संघ है, इसका बाहरी आवरण कड़ा तथा निचला भाग मुलायम होता है। यह स्वच्छ जल तथा समुद्री जल में पाया जाता है।
इसका बाहरी आवरण CaCO3 का बना होता है।
मत्स्य वर्ग के अन्तर्गत मछली आता है, जैसे: रोहू, कतला, मांगुर, शार्क इत्यादि ।
6. (a) आर्थोपोडा में खुला परिसंचरण तंत्र पाया जाता है, यह जन्तु जगत का सबसे बड़ा संघ है।
इसका हृदय लम्बा तथा संकुचन शील रहता है।
इसमें तंत्रिका तंत्र पूर्ण विकसित होता है।
इनमें श्वसन की क्रिया ट्रैकिया के द्वारा होता है।
ये जन्तु सामान्यतः एक लिंगी होते है । 
बिच्छू, तितली, टिड्डा, चींटी, मकड़ी इसी संघ के जीव है।
मोलास्का संघ के जीवों की श्वसन की क्रिया गिल्स द्वारा होती है।
इनमें रक्त परिसंचरण तंत्र विकसित होता है। इनके रक्त नीला, हरा, रंगहीन होते है।
7. (a) इनमें देह गुहा एक रुधिर गुहा होती है, जो रक्त वाहिनियों के मिलने से बनी होती है।
एनेलिडा शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम लैमार्क द्वारा किया गया।
ये त्रिस्तरीय तथा बहुकोशकीय होते है, जोंक, कनगोजर, केंचुआ, एनेलिडा संघ के जीव है।
एनेलिडा में उत्सर्जन की क्रिया नेफ्रीडिया के द्वारा होती है।
निमेडोटा स्थलीय परजीवी का संघ है।
निमेडोटा संघ के अन्तर्गत एस्केरिस तथा वूचेरिया गोल कृमि आते है।
8. (a) श्लीपद रोग अर्थात् फील पांव रोग कचेरिया गोल कृमि से होता है। इस रोग से शरीर का पैर हाथी पांव जैसा हो जाता है।
प्लेनेरिया तथा यकृत पर्णाम चिपटे कृमि है। ये परजीवी होते है।
ये मनुष्य तथा जानवरों में रोग फैलाते
प्लेनेरिया तथा यकृत पर्णाम प्लेटी हेल्मिन्थीज संघ के जीव है।
9. (a) कशेरूकी का अर्थ होता है जिस जीव में रीढ़ की हड्डी पाई जाती है।
इनमें रक्त परिसंचरण तंत्र बंद होता है। हृदय कोष्ठों की संख्या अलग-अलग होती है।
इनमें फेफड़ा तथा गिल्स दोनों पाए जाते है। यही मुख्य श्वसन अंग होते है।
मनुष्य, मछली, पक्षी, उभयचर ये सभी कशेरूकी प्राणी के अन्तर्गत आते है।
10. (c) एम्फिबिया को उभयचर कहते है, इनमें शल्क नहीं पाए जाते है। इनमें हृदय कोष्ठ की संख्या 3 होती है।
पिसीज वर्ग के शरीर पर शल्क पाए जाते है। इनमें हृदय कोष्ठ की संख्या 2 होती है।
सरीसृप के ऊपर भी शल्क पाए जाते है। इनमें हृदय कोष्ठ की संख्या 3 होती है। जैसे : कछुआ, छिपकली, सांप, गिरगिट।
स्तनधारी के शरीर पर रोए पाए जाते है। ये अपने बच्चों को दूध पिलाते है।
स्तनधारी में हृदय कोष्ठ की संख्या 4 होती है।
11. (d) एवीज वर्ग (पक्षी) समतापी होते है, ये अंडा देते है, और इनमें हृदय कोष्ठ की संख्या 4 होती है।
पक्षी सांस फेफड़ा के द्वारा लेते है, इनका शरीर पंखों से ढका होता है।
मछली, उभयचर, रेगने वाले जीव अंडज होते है। ये जलीय प्रकृति के ज्यादातर होते है ।
स्तनधारी बच्चे को भी जन्म देता है, जबकि कुछ स्तनधारी अंडज होते है जैसे एकिडीना (बत्तख चोच), डक प्लेटिपस ये पक्षी होते हुए भी स्तनधारी का गुण पाया जाता है।
12. (c) टेरिडोफाइटा पादप जगत का एक भाग है। इसमें तना, जड़, पत्तियाँ पाई जाती है, पर फूल नहीं पाए जाते है।
टेरिडोफाइटा में साइलोटम, इक्वीजीटम, टेरिस लाइको पोडियम पौधे आते है।
टेरिडोफाइटा में संवहन उत्तक जाइलम तथा फ्लोएम पाए जाते है।
पुष्प नहीं होने के कारण इनमें फल का निर्माण नहीं होता है। 
13. (a) पॉरीफेरा संघ के अन्तर्गत स्पंजिला, साइकन, यूस्पंजिया जीव आते है।
युग्लीना जीव जगत का एक मात्र जीव है, जिसमें पादप तथा जन्तु दोनों का गुण पाया जाता है। ये प्रोटिस्टा जगत के जीव है।
पेनिसिलियम एक प्रकार का मृतोप जीवी कवक है, जिसका उपयोग पेनिसिलिन नामक प्रति जैविक बनाने के काम में किया गया था।
हाइड्रा एक जलीय जीव है। इसमें मुकुलन विधि द्वारा जनन होता है।
14. (d) हाइड्रा एक जलीय जीव है । यह सीलेन्ट्रेटा संघ का जीव है।
जेली फिश को औरेलिया के नाम से जानते है, ये भी जलीय जीव है।
कोरल भी एक समुद्री जीव है। यह चुनेदार आवरण से बना होता है।
फाइलेरिया एक स्थलीय प्राणी है।
15. (c) ऐम्फिबियनों में शल्क नहीं होता है।
ऐम्फिबियन एक उभयचर प्राणी होता है।
इसमें तीन प्रकोष्ठ होता है।
यह क्लोम या फेफड़ा से साँस लेता है।
16. (b) कवक तथा प्रोटिस्टा जगत के जीवों में केन्द्रक, माइट्रोकॉन्ड्रिया, गॉल्जीबॉडी पाए जाते है।
कवक के अन्तर्गत : मशरूम, यीस्ट, राइजोपस, टोकस्टूल, अस्टिलेगों आते है।
प्रोटिस्टा एक कोशकीय तथा Eokaryotic होते है। इसके अन्तर्गत, अमीबा, युग्लीना, पैरामिशीयम आते है।
साइनोबैक्टरिया तथा आर्की बैक्टीरिया के कोशिका में केन्द्रक तथा कोशिकांग नहीं पाए जाते है, इसलिए ये Prokaryotic होते है।
17. (d) सजीव का वर्गीकरण निम्न प्रकार से किया गया। इनके शरीर का रचना अलग-अलग होता है।
स्वपोषी जीव अपना भोजन का निर्माण स्वयं करते है।
इनके कोशिका में झिल्ली युक्त केन्द्रक तथा कोशिकांग जैसे : माइट्रोकॉण्ड्रिया, गॉल्जीबॉडी पाये जाते है |
पृथ्वी पर अनेक पादप की संरचना अलग-अलग होती है।
शैवाल, Bryophyta, Gymnosperm, Angiosperm की संरचना अलग-अलग होती है।
18. (c) प्रोटोकॉर्डेटा संघ में आने वाले जन्तु में पृष्ठ रज्जु पाए जाते है।
इनमें द्विपार्श सममित्त एवं प्रगुहा भी पाए जाते है ।
इनमें संधि पाद नहीं पाए जाते है।
इनमें परिसंचरण तंत्र पाए जाते है।
ये अकशेरूकी होत है।
इसके अन्तर्गत ट्यूनि केटस, लॉस लेट्स और हैग फिश आते है।
19. (a) एकाइनोडर्मेटा के अन्तर्गत आने वाले जीवों के शरीर पर काटे पाए जाते है।
इनमें चलन अंग के लिए नाल पाद पाए जाते है।
इनमें उत्सर्जन अंग नहीं पाए जाते है।
नाल पाद भोजन ग्रहण तथा श्वसन क्रिया में भाग लेता है।
तारा मछली तथा समुद्री खीरा इसी संघ के जीव है।
इनमें बाह्य निषेचन की क्रिया होती है।
20. (d) कोरल एक समुद्री जीव है, यह नाइडेरिया संघ के प्राणी है।
समुद्री कोरल चूनेदार अस्थि से बने होते है।
ये जीव कॉलनी बनाकर एक साथ रहने वाले जीव है।
पॉरीफेरा संघ के अन्तर्गत आने वालें जीव साइकन तथा स्पंजिला होते है।
इनके शरीर पर अनेक छिद्र पाए जाते है।
ये अत्यंत साधारण बहुकोशकीय जीव
21. (b) जीवों की वैज्ञानिक नाम पद्धति कैरोलस लीनियस ने प्रस्तुत की थी ।
कैरोलस लीनियस को वर्गिक का पिता कहा जाता है।
रॉबर्ट व्हिटेकर ने जीवों का वर्गीकरण 5 भागों में किया था।
कोशिका की खोज रॉबर्ट हुक के द्वारा 1665 में सर्वप्रथम किया गया था।
अर्नेस्ट हेकेल को Ecology का पिता कहा जाता है।
22. (b) दो प्रकोष्ठ वाला हृदय मछली में पाए जाते है।
मगरमच्छ में हृदय कोष्ठ की संख्या 4 होती है।
पक्षी में हृदय कोष्ठ की संख्या 4 होती है।
उभयचर जीवों में हृदय कोष्ठों की संख्या 3 होती है ।
मनुष्य में हृदय कोष्ठों की संख्या 4 होती है।
सबसे अधिक हृदय कोष्ठ 13 तेलचट्टा में होता है।
23. (a) शार्क मछली का कंकाल तंत्र उपास्थि का बना होता है।
ट्यूना तथा रोहू का कंकाल तंत्र अस्थि का तथा बाहरी भाग उपास्थि का बना होता है।
डॉल्फिन तथा व्हेल एक मछली नहीं है। यह एक स्तनधारी है।
मछली में हृदय कोष्ठ की संख्या 2 होती है।
मछली में Vitamin A तथा Vitamin D दोनों पाए जाते है।
24. (d) नेरिस को कनगोजर भी कहते है। यह एनेलिडा संघ का प्राणी है।
केंचुआ अकशेरूक प्राणी है, यह एनेलिडा संघ का जीव है ।
जोक परजीवी प्राणी है, यह जानवरों का रक्त पीता है।
अर्चिन एकाइनोडर्मेटा संघ का जीव है। यह समुद्र में पाया जाता है।
केंचुआ भूमि की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।
इसे किसान का मित्र भी कहा जाता है।
25. (a) सिस्टेमा नेचुरी पुस्तक के लेखक कैरोलस लीनियस है। इन्हें वर्गिकी का पिता कहा जाता है।
अर्नेस्ट हेकेल को Ecology का पिता कहा जाता है।
Rh व्हिटेकर के द्वारा 1969 में जीवों का वर्गीकरण 5 जगत किया गया था।
केन्द्रक की खोज रॉबर्ट ब्राउन ने की थी।
केन्द्रक को कोशिका का Brain कहा जाता है। 
26. (b) कार्ल वॉन लिने का योगदान वर्गीकरण से संबंधित है।
आकारिकी में पौधे के विभिन्न अंगों जैसे: तना, जड़, फूल, फल का अध्ययन करते है।
आकारिकी का जनक पियो फ्रेस्ट्स को कहा जाता है ।
आयुर्विज्ञान का जनक महर्षि चरक को माना जाता है।
महर्षि सुश्रुत को शल्य चिकित्सा का जनक माना जाता है।
27. (b) वास्तविक अंग सीलेंट्रेटा संघ के जीवों में नहीं पाए जाते है।
मोलास्का संघ के जीवों का बाहरी आवरण कड़ा तथा आंतरिक अंग मुलायम होता है।
मोलास्का संघ के अन्तर्गत आने वाले जीव, घोंघा, शीप, शंख आते है। 33.
आर्थोपोडा संघ जन्तु जगत का सबसे बड़ा संघ कहलाता है। इसमें सभी कीटों को शामिल किया गया है।
एकाइनोडर्मेटा के अन्तर्गत तारा मछली तथा समुद्री अर्चिन आते है।
ये जीव समुद्री होते है।
28. (a) एकाइनोडर्मेटा संघ के जीव समुद्री होते है, इनकी बाहरी संरचना का कंकाल चूनेदार प्लेट का बना होता है।
इनके शरीर पर काटे के जैसी संरचना पाई जाती है।
आर्थोपोडा संघ में आने वाले जीव अधिकतर कीट होते है।
नेमेटोडा संघ में आने वाली जीव गोल कृमि कहलाते है। ये जीव परजीवी होते है।
29. (a) जोंक एनेलिडा संघ का जीव है, इनमें खंडीय व्यवस्था पाई जाती है।
स्टार फिश इकाइनोडर्मेटा संघ का जीव है। इनमें पुनजर्नन की क्षमता होती है।
घोंघा मोलास्का संघ का जीव है, इसका बाहरी आवरण CaCO3 का बना होता है।
एस्केरिस निमेटोडा संघ का जीव है। ये परजीवी प्रकृति के होते है।
30. (b) वर्गिकीय पदानुक्रम इस प्रकार आते है
जगत → संघ → वर्ग → गण → कुल → वंश → जाति
जिस प्रकार समान गुणों वाली स्पीशीज को एक जीनस में रखते है।
समान गुणों वालों को एक ऑर्डर में रखा जाता है।
समान गुणों वाले ऑर्डर को एक क्लास में रखा जाता है। 
समान गुणों वालों क्लास को एक फाइलम में रखा जाता है
समान फाइलम या डिविजन को एक उच्च कोटि किंगडम में रखा जाता है।
31. (b) पांच जगत वर्गीकरण का सिद्धांत 1969 में Rh व्हिटेकर ने दिया था।
कैरोलस लिनियस को वर्गिकी का पिता कहा जाता है।
अर्नेस्ट हेकेल को Ecology का जनक कहा जाता है।
Rh व्हिटेकर ने संसार के समस्त जीवों को मोनेरा, प्रोटिस्टा, कवक, पादप, जन्तु में वर्गीकृत किया था।
कैरोलस लीनियस एक स्वीडन के वैज्ञानिक थे।
32. (a) नील हरित शैवाल में केन्द्रक नहीं पाया जाता है, क्योंकि ये मोनेरा जगत के अन्तर्गत आते है।
डाप्टम एक प्रकार का शैवाल है, जो प्रोटिस्टा जगत में आते है।
शैवाल पादप जगत का पौधा है, इसमें केन्द्रक पाया जाता है।
यीस्ट एक कोशकीय कवक है। इनमें भी केन्द्रक पाया जाता है।
यीस्ट किण्वन क्रिया में भाग लेकर C2 Hg OH का निर्माण करता है।
शैवाल प्रकाश संश्लेषण में भाग लेता है। इसका अध्ययन Phycology कहलाता है।
33. (b) जातियों का उद्भव नामक पुस्तक चार्ल्स डार्विन ने लिखी थी।
लिनियस को वर्गिकी का पिता कहा जाता है।
व्हिटेकर ने संसार के समस्त जीवों को पांच जगत में बाँटा - जिसे मोनेरा, प्रोटिस्टा, कवक, जन्तु, पादप कहा जाता है।
अर्नेस्ट हैकल को Ecology का जनक कहा जाता है।
Natural selection सिद्धांत चार्ल्स डार्विन के द्वारा किया गया।
34. (b) केंचुआ एनेलिडा संघ का जीव है। यह अकशेरूकी होता है।
केंचुआ यूरिया का उत्सर्जन करता है। इसे किसान का मित्र कहा जाता है।
केंचुआ में संधित पाद वाला शरीर नहीं पाया जाता है।
केंचुआ मिट्टी की उर्वराशक्ति तथा जैविक खाद्य के निर्माण में सहायक होता है।
केंचुआ ज्यादातर नम भूमि वाले स्थानों पर पाए जाते है।
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