NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Life Processes जैव प्रक्रम

Life Processes जैव प्रक्रम

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Life Processes जैव प्रक्रम

NCERT EXAMPLAR SOLUTION | CLASS 10TH | SCIENCE (विज्ञान) | Life Processes जैव प्रक्रम

1. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन स्वपोषी जीवों के लिए सही नहीं है?
(a) वे कार्बोहाइड्रेटों का संश्लेषण कार्बन डाइऑक्साइड और जल से तथा सूर्य के प्रकाश एवं क्लोरोफिल की उपस्थिति में कर लेते हैं।
(b) वे कार्बोहाइड्रेटों को स्टार्च के रूप में भंडारित रखते हैं। 
(c) वे कार्बन डाइऑक्साइड और जल को सूर्य के प्रकाश की अनुपस्थिति में कार्बोहाइड्रेटों में बदल लेते हैं। 
(d) वे आहार शृंखलाओं में पृथक पोषी स्तर बनाते हैं। 
उत्तर - (c)
2. जीवों के निम्नलिखित वर्गों में से किस वर्ग के जीव खाद्य पदार्थों को शरीर के बाहर ही पचाकर उसका अवशोषण कर लेते हैं? 
(a) मशरूम, हरे पौधे, अमीबा
(b) यीस्ट, मशरूम, ब्रेड की फफूंद 
(c) पैरामीशियम, अमीबा, अमरबेल 
(d) अमरबेल, जूं, फीताकृमि 
उत्तर - (b)
3. सही कथन चुनिए ।
(a) विषमपोषी प्राणी अपने भोजन का संश्लेषण स्वयं नहीं करते। 
(b) विषमपोषी प्राणी प्रकाश/संश्लेषण प्रक्रिया के लिए सौर ऊर्जा प्रयुक्त करते हैं 
(c) विषमपोषी प्राणी अपने भोजन का संश्लेषण स्वयं करते हैं। 
(d) विषमपोषी प्राणी कार्बन डाइऑक्साइड और जल को कार्बोहाइड्रेटों में बदलने में समर्थ होते हैं
उत्तर - (a)
4. मानव के आहार-नाल के विभिन्न भागों का सही क्रम कौन-सा है ? 
(a) मुख → आमाशय → छोटी आँत → ग्रसिका → बड़ी आँत (बृहदांत्र)
(b) मुख → ग्रसिका → आमाशय → बड़ी आँत (बृहदांत्र) → छोटी आँत
(c) मुख → आमाशय → ग्रसिका → छोटी आँत → बड़ी आँत (बृहदांत्र)
(d) मुख → ग्रसिका → आमाशय → छोटी आँत → बड़ी आँत (बृहदांत्र)
उत्तर - (d)
5. यदि लार में लार-ऐमाइलेज की कमी हो, तब मुख-गुहा में कौन-सी घटना प्रभावित होगी?
(a) प्रोटीनों का अमीनो अम्लों में विघटित होना 
(b) स्टार्च का शर्कराओं में विघटित होना
(c) वसाओं का वसा अम्लों और ग्लिसरोल में विघटित होना
(d) विटामिनों का अवशोषण
उत्तर - (b)
6. आमाशय का अस्तर निम्नलिखित में से एक की उपस्थिति के कारण सुरक्षित बना रहता है। सही उत्तर चुनिए ।
(a) पेप्सिन
(b) श्लेष्मा
(c) लार ऐमाइलेज 
(d) पित्त रस
उत्तर - (b)
7. आहार-नाल का कौन-सा भाग यकृत से पित रस प्राप्त करता है? 
(a) आमाशय 
(b) छोटी आँत 
(c) बड़ी आँत
(d) ग्रसिका
उत्तर - (b)
8. आयोडीन घोल की कुछ बूँदें चावल के पानी में डाली गईं। चावल का पानी नीले-काले रंग का हो गया। इससे पता चलता है कि चावल के पानी में ...........
(a) जटिल प्रोटीन होती हैं
(b) सरल प्रोटीनें होती हैं
(c) वसाएँ होती हैं
(d) स्टार्च होता है
उत्तर - (d)
9. आहार-नाल के किस भाग में भोजन अंतिम रूप में पचता है?
(a) आमाशय 
(b) मुख-गुहा
(c) बृहदांत्र (वड़ी आँत) 
(d) छोटी आँत
उत्तर - (d)
10. अग्न्याशय रस का कार्य निम्नलिखित में से कौन-सा है?
(a) ट्रिप्सिन प्रोटीनों को पचा देता है, और लाइपेज कार्बोहाइड्रेटों को
(b) ट्रिप्सिन पायसीभूत वसाओं को पचा देता है, और लाइपेज़ प्रोटीनों को
(c) ट्रिप्सिन और लाइपेज वसाओं को पचा देते हैं
(d) ट्रिप्सिन प्रोटीनों को पचा देता है और लाइपेज़ पायसीभूत वसाओं को
उत्तर - (d)
11. चूने के पानी से भरी परखनली में जब मुँह द्वारा फूंका जाता है तब चूने का पानी किसकी मौजूदगी के कारण दूधिया हो जाता है? 
(a) ऑक्सीजन
(b) कार्बन डाइऑक्साइड 
(c) नाइट्रोजन 
(d) जल-वाप्प
उत्तर - (b)
12. श्वसन के संबंध में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही हैं? 
(i) अंत: श्वसन के दौरान, पसलियाँ भीतर की तरफ़ चली जाती हैं और डायफ्राम ऊपर की तरफ उठ जाता है।
(ii) कूपिकाओं के भीतर, गैसों का विनिमय होता है, अर्थात् कूपिकाओं की वायु की ऑक्सीजन विसरित होकर रुधिर में पहुँच जाती और रुधिर की कार्बन डाइऑक्साइड विसरित होकर कूपिकाओं की वायु में चली जाती है। "
(iii) हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन की अपेक्षा कार्बन डाइऑक्साइड के प्रति अधिक बंधुता होती है।
(iv) कूपिकाओं के कारण गैसों के विनिमय के लिए अधिक ती क्षेत्रफल उपलब्ध हो जाता है।
(a) (i) और (iv)
(b) (ii) और (iii)
(c) (i) और (iii)
(d) (ii) और (iv)
उत्तर - (d)
13. अंतःश्वसन के दौरान वायु प्रवाह का सही मार्ग कौन-सा है? 
(a) नासाद्वार → कंठ → ग्रसनी → श्वासनली → फेफड़े 
(b) नासामार्ग → नासाद्वार → श्वासनली → ग्रसनी → कंठ-कूपिकाएँ 
(c) कंठ → नासाद्वार → ग्रसनी → फेफड़े
(d) नासाद्वार → ग्रसनी → कंठ → श्वासनली → कूपिकाएँ 
उत्तर - (d)
14. श्वसन के दौरान, गैसों का विनिमय कहाँ होता है ?
(a) श्वासनली और कंठ में
(b) फेफड़ों की कूपिकाओं में
(c) कूपिकाओं और गले में
(d) गले और कंठ में 
उत्तर - (b)
15. हृदय के बारे में निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही है ?
(i) बायाँ अलिंद शरीर के विभिन्न भागों से ऑक्सीजनित रुधिर शरीर प्राप्त करता है, जबकि दायाँ अलिंद फेफड़ों में विऑक्सीजनित रुधिर प्राप्त करता है। 
(ii) बायाँ निलय ऑक्सीजनित रुधिर को शरीर के विभिन्न भागों में पंप कर देता है, जबकि दायाँ निलय विऑक्सीजनित रुधिर को फेफड़ों में पंप कर देता है।
(iii) बायें अलिंद में से ऑक्सीजनित रुधिर दाएँ निलय में चला जाता है जो इस रुधिर को शरीर के विभिन्न भागों में भेज देता है। 
(iv) दायाँ अलिंद शरीर के विभिन्न भागों से विऑक्सीजनित रुधिर प्राप्त करता है, जबकि बायाँ निलय ऑक्सीजनित रुधिर को शरीर के विभिन्न भागों में पंप कर देता है।
(a) (i)
(b) (ii)
(c) (ii) तथा (iv)
(d) (i) तथा (iii) 
उत्तर - (c)
16. संकुचन के दौरान निम्नलिखित में से कौन-सी संरचना हृदय के भीतर रुधिर को वापस विपरीत दिशा में बहने से रोकती है? 
(a) हृदय के भीतर स्थित कपाट
(b) निलयों की मोटी पेशीय भित्तियाँ
(c) अलिंदों की पतली भित्तियाँ
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर - (a)
17. एकल परिसंचरण, अर्थात् शरीर में होकर एक चक्र के दौरान रुधिर का हृदय में होकर केवल एक बार प्रवाहित होना, निम्नलिखित में से किन में पाया जाता है ?
(a) लैबियों, कैमेलिऑन, सैलामेंडर
(b) हिप्पोकैंपस, एक्जोसीटस, ऐनाबस
(c) हायला, राना, ड्रैको 
(d) ह्वेल, डॉल्फिन, कछुआ 
उत्तर - (b)
18. निम्नलिखित कशेरुकी समूह / समूहों में हृदय ऑक्सीजनित रुधिर को शरीर के विभिन्न भागों में पंप नहीं करता?
(a) पिसीज और ऐम्फिबिया 
(b) ऐम्फिबिया और सरीसृप
(c) केवल ऐम्फिबियन प्राणी
(d) केवल पिसीज 
उत्तर - (d)
19. धमनियों का वर्णन करने के लिए सही कथन चुनिए-
(a) इनकी भित्तियाँ मोटी और प्रत्यास्थ होती हैं, इनमें रुधिर उच्च दाब के साथ बहता है, ये विभिन्न अंगों से रुधिर एकत्रित करके वापस हृदय में पहुँचाती हैं
(b) इनकी भित्तियाँ पतली होती हैं और इनके भीतर कपाट होते हैं, इनमें रुधिर कम दाब के साथ बहता है, और ये रुधिर को हृदय से दूर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाती हैं
(c) इनकी भित्तियाँ मोटी एवं प्रत्यास्थ होती हैं, इनमें रुधिर कम दाब के साथ बहता है, ये रुधिर को हृदय से ले जाकर शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचाती हैं
(d) इनकी भित्तियाँ मोटी एवं प्रत्यास्थ होती हैं, इनमें रुधिर उच्च दाब के साथ बहता है और ये रुधिर को हृदय से दूर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाती हैं
उत्तर - (d)
20. वृक्कों की निस्यंदक इकाइयों को कहते हैं
(a) मूत्रनली
(b) मूत्रमार्ग
(c) न्यूरॉन
(d) नेफ्रॉन
उत्तर - (d)
21. प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होनेवाली ऑक्सीजन कहाँ से प्राप्त होती है ?
(a) जल
(b) क्लोरोफिल 
(c) कार्बन डाइऑक्साइड 
(d) ग्लूकोज
उत्तर - (a)
22. ऊतकों से बाहर आने वाले रुधिर में किसकी मात्रा अपेक्षाकृत अधिक हो जाती है?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड 
(b) जल 
(c) हीमोग्लोबिन
(d) ऑक्सीजन
उत्तर - (a)
23. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है ?
(a) जीव समय के साथ वृद्धि करते हैं
(b) जीवों को अपने शरीर में होने वाली टूट-फूट की मरम्मत करते रहना चाहिए तथा उसे अपनी संरचना को बनाए रखना चाहिए।
(c) कोशिकाओं में अणुओं की गति नहीं होती है
(d) ऊर्जा जैव प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है
उत्तर - (c)
24. स्वपोषी में निश्चित रहने वाली आंतरिक (कोशिकीय) ऊर्जा किस रूप में होती है?
(a) ग्लाइकोजन
(b) प्रोटीन
(c) स्टार्च
(d) वसा अम्ल 
उत्तर - (c)
25. उस घटना का चयन कीजिए जो प्रकाश-संश्लेषण में नहीं होती है: 
(a) क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश ऊर्जा का अवशोषण 
(b) कार्बन डाइऑक्साइड का कार्बोहाइड्रेटों में अपयचन 
(c) कार्बन का कार्बन डाइऑक्साइड में उपचयन 
(d) प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तन 
उत्तर - (c)
26. पौधों में रंध्रों का खुलना तथा बंद होना निर्भर होता है
(a) ऑक्सीजन पर
(b) तापमान पर
(c) द्वार- कोशिकाओं के अंदर उपस्थित जल पर 
(d) रंध्रों में CO2 की सांद्रता पर 
उत्तर - (c)
27. अधिकांश पौधे नाइट्रोजन को किस रूप में अवशोषित करते हैं? 
(i) प्रोटीन
(ii) नाइट्रेट एवं नाइट्राइट
(iii) यूरिया/Urea
(iv) वायुमंडलीय नाइट्रोजन
(a) (i) और (ii)
(b) (ii) और (iii)
(c) (iii) और (iv)
(d) (i) और (iv) 
उत्तर - (b)
28. पाचन क्षेत्र में भोजन के साथ मिलने वाला पहला एंजाइम कौन-सा है?
(a) पेप्सिन
(b) सेलुलोज 
(c) ऐमाइज
(d) ट्रिप्सिन
उत्तर - (c)
29. निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सही हैं?
(i) पायरूवेट को यीस्ट की सहायता से ईथेनॉल और कार्बन डाइऑक्साइड में बदला जा सकता है 
(ii) वायवीय जीवाणुओं में किण्वन होता है
(iii) माइटोकॉन्ड्रिया में किण्वन होता है 
(iv) किण्वन अवायवीय श्वसन का ही एक रूप है। 
(a) (i) और (iii)
(b) (ii) और (iv)
(c) (i) और (iv)
(d) (ii) और (iii)
उत्तर - (c)
30. ऑक्सीजन की कमी से क्रिकेट के खिलाड़ियों की पेशियों में प्रायः खिंचाव उत्पन्न होने लगता है। ऐसा  इस कारण होता है-
(a) पायरूवेट के ईथेनॉल में बदलने के कारण 
(b) पायरूवेट के ग्लूकोज में बदलने के कारण 
(c) ग्लूकोज का पायरुवेट में न बदलने के कारण
(d) पायरूवेट का लैक्टिक अम्ल में बदलने के कारण
उत्तर - (d)
31. हमारे शरीर में मूत्र का सही मार्ग चुनिए-
(a) वृक्क → मूत्रनली → मूत्रमार्ग → मूत्राशय
(b) वृक्क → मूत्राशय → मूत्रमार्ग → मूत्रनली
(c) वृक्क → मूत्रनलियाँ → मूत्राशय → मूत्रमार्ग
(d) मूत्राशय → वृक्क → मूत्रनली → मूत्रमार्ग
उत्तर - (c)
32. मानवों के ऊत्तकों में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण पायरूवेट अम्ल किस कोशिकांग के भीतर लैक्टिक अम्ल में बदल जाता है ?
(a) कोशिका द्रव्य
(b) क्लोरोप्लास्ट
(c) माइटोकॉन्ड्रिया
(d) गॉल्जी काय 
उत्तर - (a)

ANSWERS

DISCUSSION

1. (c) स्वपोषी जीव भोजन का निर्माण CO2 तथा H2O से सूर्य के प्रकाश एवं क्लोरोफिल के मौजूदगी में करते हैं।
  • आहार श्रृंखला में स्वपोषी प्रथम पोषी स्तर माने जाते हैं।
  • स्वपोषी जीव भोजन के निर्माण के समय CO2 वायु से प्राप्त करते हैं ।
  • पौधे ऑक्सीजन तत्व H2O से प्राप्त करते हैं।
  • पौधे कार्बोहाइड्रेट का संग्रह स्टार्च के रूप में जड़ में करते हैं ।
  • पौधे सौर ऊर्जा को रासायनिक क्रिया के फलस्वरूप भोजन का निर्माण करते हैं।
  • प्रकाश संश्लेषण में पौधा CO2 का अवशोषण तथा O2 का उत्सर्जन करते हैं, यह विधि विसरण कहलाती है।
2. (b) यीस्ट, मशरूम, फफूँद मृत कार्बनिक पदार्थ को पचाकर अवशोषीत करते हैं।
  • पैरामीशियम, एक अमीबा एककोशिकीय प्रोटिस्टा (Protista) जीव है।
  • अमर बेल एक तना परजीवी का उदाहरण है, यह दूसरे पौधे से भोजन प्राप्त करता है।
  • फीताकृमि एक परजीवी जन्तु है। यह मनुष्य तथा जानवरों में रोग उत्पन्न करते हैं।
  • यीस्ट एक कोशिकीय कवक है, जो किण्वन क्रिया द्वारा अल्कोहल का निर्माण करता है।
  • अमीबा एक कोशिकीय प्राणी है, जो पेचिश रोग उत्पन्न करता है।
  • मशरूम बहुकोशकीय कवक है, जिसमें 80 – 85% प्रोटीन पाया जाता है।
3. (a) मानव आहार नाल का सही क्रम इस प्रकार होता है।
         मुख - ग्रसिका - अमाशय - छोटी आँत - बड़ी आँत 
  • सबसे पहले भोजन का पाचन मुख से होता है। अर्थात् कार्बोहाइड्रेट को प्रथम पाचन मुख से शुरू होता है।
  • ग्रसिका भोजन को निगलने में मदद करता है।
  • ग्रासनली से भोजन अमाशय में पहुँचता है, अर्थात् प्रोटीन का प्रथम पाचन अमाशय में होता है।
  • अमाशय से जठर रस निकलता है, इसकी प्रकृति अम्लीय होती है।
  • भोजन का पूर्ण पाचन छोटी आँत में होता हैं इसके तीन भाग होते हैं, जिसे जेजुनम, इलियम, ड्रयोडेनम कहते हैं।
  • भोजन पाचन की क्रिया बड़ी आँत में नहीं होती है। यहाँ सिर्फ जल का अवशोषण होता है। 
4. (d) आहार नाल का सही क्रम - मुख – ग्रसिका – अमाशय – छोटी आँत – बड़ी आँत 
  • मुख से भोजन पाचन की क्रिया शुरू होती है।
  • अमाशय में प्रोटीन का पाचन होता है। पेप्सिन (Pepsine) तथा रेनिन एन्जाइम (Renine enzyme) का स्राव होता है।
  • ग्रसिका भोजन को निगलने में मदद करता है।
  • छोटी आँत में भोजन की पूर्ण क्रिया होती है।
  • बड़ी आँत में जल का अवशोषण होता है।
5. (b) लार में एमाइलेज (Amylase) की कमी होने पर स्टार्च का शर्करा में विघटित नहीं हो पाएगा।
  • प्रोटीन अमीनो अम्ल अमाशय में विघटन होता है।
  • वसा को Fatty acid तथा ग्लिसरॉल तोड़ने का काम लाइपेज enzyme करता है ।
  • विटामिन का निर्माण शरीर में नहीं होता है। इसका अवशोषण यकृत के द्वारा होता है।
  • विटामिन का खोज फंक ने किया था। ADEK वसा तथा BE जल में घुलनशील होते हैं ।
6. (b) अमाशय से निकलने वाले जठर रस में HCI पाए जाते हैं। श्लेष्मा अमाशय की दिवार का HCl से सुरक्षा प्रदान करता है।
  • पेप्सिन (Pepsin) enzyme प्रोटीन को तोड़कर पेप्टोन (Peptone) में बदल देता है। यह घटना अमाशय में होती है। 
  • लार का एमाइलेज enzyme स्टार्च का पाचन करता है।
  • पित्त रस क्षारीय होती है। इसका निर्माण यकृत में होता है।
  • पित्त रस जमा पित्ताशय में होती है और छोटी आँत में जाती हैं।
7. (b) आहार नाल का छोटी आँत यकृत से पित्त रस प्राप्त करता है ।
  • पित्त रस पित्तवाहिनि से छोटी आँत के ड्योडेनम में प्रवेश करता है ।
  • अमाशय में प्रोट का प्रथम पाचन होता है।
  • ग्रसिका भोजन को निगलने में मदद करता है।
  • बड़ी आँत में सिर्फ जल का अवशोषण होता है।
8. (d) स्टार्च का सम्पर्क आयोडीन घोल होने पर इसका रंग नीले-काले रंग का हो जाता है।
  • प्रोटीन 20 प्रकार के Amino acid से भरपूर होता है।
  • वसा ऊर्जा का भरपूर स्रोत है। 1g Fat में 9.2 Cal ऊर्जा प्राप्त होता है।
  • प्रोटीन शरीर के निर्माण में मदद करता है।
  • सबसे ज्यादा प्रोटीन 80 – 85% मशरुम में होता है। 
9. (d) आहार नाल में भोजन पाचन की क्रिया शुरू मुख से होती है |
  • अमाशय में प्रोटीन का प्रथम पाचन होता है। इसमें पेप्सिन (Pepsine) तथा Renine enzyme का स्राव होता है।
  • भोजन अंतिम रूप से तथा पूर्ण पाचन छोटी आँत में होता है।
  • बड़ी आँत में अपशिष्ट भोजन का निष्कासन होता है।
  • बड़ी आँत में सिर्फ जल का अवशोषण होता है।
10. (d) अग्न्याशय रस को पूर्ण पाचक रस कहा जाता है।
  • इसके रस में ट्रिप्सिन प्रोटीन का पाचन करता है।
  • लाइपेज Enzyme वसा का पायसीकरण करता है ।
  • Amylase enzyme स्टार्च का पाचन करता है ।
  • अग्न्याशय को मिश्रित ग्रंथि कहते हैं ।
  • अग्न्याशय के बाह्य भाग से enzyme तथा अंतः भाग Hormone का स्राव होता है।
11. (b) ऑक्सीजन को जीवन दायनी गैस कहा गया है। मनुष्य प्राणी ऑक्सीजन को हवा (Air) से प्राप्त करते हैं।
  • कार्बन डाई ऑक्साइड पौधे के लिए आवश्यक है। इनके बिना प्रकाश संश्लेषण की क्रिया संभव नहीं है।
  • नाइट्रोजन पौधे के विकास के लिए अति आवश्यक है।
  • जलवाष्प एक ग्रीन हाउस गैस है।
12. (d) श्वसन क्रिया के दौरान कूपिकाओं के भीतर गैसों का विनिमय होता है और कूपिकाओं की वायु की आम्लीजन विसरित होकर रक्त में पहुँच जाती है और रक्त की CO2 विसरित होकर कूपिकाओं की वायु में चली जाती है।
  • कूपिकाओं के कारण गैसों के विनियम के लिए अधिक सतही क्षेत्रफल उपलब्ध हो जाता है।
  • हीमोग्लोबिन O2 का स्थानांतरण पूरे शरीर में करता है।
  • गैसों के निष्कासन में फेफड़ा का अहम योगदान होता है।
13. (d) अन्तः श्वसन के दौरान वायु का प्रवाह नासा द्वार से ग्रसनी, कंठ श्वास नली, कूपिकाए में पहुँचती है। 
  • फेफड़ा में हवा कूपिकाएँ में जमा रहती है। जहाँ रक्त हवा (Air) के ऑक्सीजन के साथ संयोग कर शुद्ध होता है।
  • फेफड़ा मनुष्य का सबसे महत्वपूर्ण श्वसन अंग कहलाता है।
  • लेरिंगक्स (Larynx) को ध्वनि वॉक्स के नाम से जाना जाता है।
14. (b) श्वसन क्रिया के दौरान गैसों का आदान प्रदान फेफड़ों की कूपिकाओं में होती है।
  • सिगरेट तथा गांजा पीने पर फेफड़ा की कूपिकाओं का स्थान नष्ट हो जाता है।
  • श्वसन नली तथा कंठ उपास्थि का बना होता है।
15. (c) हृदय कोष्ठों की संख्या मुनष्य में चार होती है। जिसे आलिंद तथा निलय के नाम से जाना जाता है।
  • अशुद्ध रक्त शिरा के माध्यम से शरीर की ओर से दायाँ आलिंद में प्रवेश करता है। दायाँ आदि से अशुद्ध रक्त दायाँ निलय में प्रवेश करता है। यह अशुद्ध रक्त फुफसीय धमनी के द्वारा फेफड़ा में प्रवेश करता है, जहाँ रक्त का शुद्धीकरण होता है।
  • शुद्ध रक्त फेफड़ा से फुफुसीय शिरा के द्वारा बायाँ अलिंद में प्रवेश करता है। बायाँ आलिंद से शुद्ध रक्त बायाँ निलय में प्रवेश करता है। बायाँ निलय से शुद्ध रक्त धमनी के द्वारा शरीर में चला जाता है।
16. (a) संकुचन के दौरान हृदय के भीतर रक्त को वापस विपरीत दिशा में रोकने का काम हृदय के भीतर स्थित कपाट के कारण होता है।
  • बायाँ आलिंद तथा बायाँ निलय के बीच द्विदलीय कपाट पाया जाता है।
  • दायाँ आलिंद तथा दायाँ निलय के बीच त्रिदलीय कपाट पाया जाता है।
  • हृदय के चारों कोष्ठों को अलग करने वाली दिवार को सेप्टम (Septum) कहते हैं।
17. (b) एकल परिसंचरण तंत्र हिप्पोकैम्पस, एक्लोसीतम, ऐनाबस में होता है। अर्थात् शरीर में होकर एकचक्र के दौरान रक्त का हृदय में होकर केवल एक बार प्रवाहित होता है।
  • डॉल्फिन एक स्तनधारी प्राणी है जबकि कछुआ सरीसृप (Reptile) के अन्तर्गत आता है।
  • लैवियो रोहिता को रोहु के नाम से जाना जाता है। मछली में हृदय कोष्ठ की संख्या 2 होती है।
18. (d) मछली कशेरुकी समूह में हृदय ऑक्सीजनित रक्त को शरीर के विभिन्न भागों में पंप नहीं करता है।
  • उभयचर प्राणी में हृदय कोष्ठों की संख्या 3 होती है। इसके अन्तर्गत मेढ़क आता है।
  • Reptile के अन्तर्गत रेंगने वाला जीव आता है। जिसमें हृदय कोष्ठों की संख्या की 3 होती है।
19. (d) धमनी शुद्ध रक्त ले जाने वाली नहीं है। इसकी भित्तियाँ मोटी होती है। इनमें रक्त उच्च दाब के साथ बहता है और रक्त को हृदय दूर शरीर के विभिन्न भागों तक ले जाती है।
  • फुफुसीय धमनी हृदय से अशुद्ध रक्त फेफड़ा में पहुँचती है जबकि फुफुसीय शिरा शुद्ध रक्त को फेफड़ा से हृदय के बायाँ आलिंद में पहुँचाता है।
20. (d) वृक्क को किडनी कहते है। इसके क्रियात्मक खंड को नेफ्रॉन कहते है। इसका अध्ययन नेफ्रॉलॉजी कहलाता है।
  • किडनी शरीर का मुख्य उत्सर्जी अंग कहलाता है। मूत्र का निर्माण किडनी के द्वारा होता है।
  • मूत्र का संग्रह मूत्राशय में होता है जबकि निष्कासन मूत्रवाहिनी के द्वारा होता है।
  • मूत्र में यूरिया 2% तथा गंध होने का मुख्य कारण अमोनिया होता है।
21. (a) प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के दौरान उत्पन्न होने वाला ऑक्सीजन जल से प्राप्त होता है।
  • प्रकाश संश्लेषण की क्रिया क्लोरोफिल के बिना संभव नहीं है।
  • प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के समय पौधे CO2 वायु मंडल से प्राप्त करते हैं। इस दौरान पौधा C6H12O6 का निर्माण करता है।
  • प्रकाश संश्लेषण के दौरान सौर ऊर्जा से रासायनिक क्रिया का एक चक्र सम्पन्न होता है।

22. (a) ऊत्तकों से बाहर आने वाले रक्त में अपेक्षाकृत CO2 की मात्रा अधिक होती है।
  • ऊत्तकों का अध्ययन Histology कहलाता है। कई कोशिका के मिलने से उत्तक का निर्माण होता है।
  • हीमोग्लोबिन का निर्माण RBC में होता है। इसका मुख्य कार्य O2 का परिवहन करना।
  • ऑक्सीजन सजीव प्राणी के लिए जीवन दायनी गैस कहलाता है।
23. (c) जीव समय के साथ वृद्धि करते है। अर्थात इनके कोशिका में वृद्धि होता है। 
  • जीव के शरीर में टूट-फूट के मरम्मत करते हैं ताकि वे अपनी शरीर की संरचना बनाए रखे।
  • ऊर्जा जैव प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है। 
  • कोशिकाओं में अणुओं गति हमेशा होती रहती है । 
24. (c) स्वपोषी जीवों में ऊर्जा का संचय स्टार्च के रूप में होता है।
  • परपोषी जीवों में ऊर्जा का संचय जलवाष्प के रूप में होता है।
  • स्वपोषी जीव भोजन का निर्माण स्वंय करते हैं ।
  • हरे पेड़, पौधे, शैवाल स्वपोषी जीव के उदाहरण है।
25. (c) प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के समय कार्बन का कार्बन ऑक्साइड में उपचयन नहीं होता है।
  • प्रकाश संश्लेषण में CO2 से C6H12O6 का बनना कहलाता है जबकि H2O से O2 का बनना ऑक्सीकरण कहलाता है।
26. (c) रन्ध्रों का खुलना तथा बंद होना कोशिकाओं के अंदर उपस्थित जल पर निर्भर करता है।
  • स्टोमेटा (Stomata) से H2O का बाहर निकलाना तथा CO2 का अंदर जाना विसरण क्रिया कहलाता है।
  • Stomata प्रकाश संश्लेषण क्रिया के समय खुल जाता है, जबकि रात्रि के समय आंशिक रूप से बंद हो जाता है।
27. (b) अधिकांश पौधे नाइट्रोजन नाइट्रेट तथा वायुमंडलीय नाइट्रोजन •का अवशोषण करते हैं।
  • नाइट्रोजन पौधे के विकास में सर्वाधिक मदद करते हैं।
  • यूरिया में नाइट्रोजन की मात्रा 46% होती है। यूरिया का इस्तेमाल पौधे के विकास के लिए किया जाता है।
  • प्रोटीन Amino Acid से भरपूर होता है।
28. (c) पाचन क्षेत्र में भोजन के साथ मिलने वाला पहला एंजाइम Amylase होता है, जो लार में पाया जाता है और स्टार्च का पाचन करता है।
  • Pepsin enzyme प्रोटीन को Peptone में बदलता है। यह क्रिया अमाशय में होता है।
  • ट्रिप्सिन enzyme का स्राव अग्न्याशय के द्वारा होता है। यह Protein का पाचन करता है।
29. (c) पायरुवेट के अणु को यीस्ट कवक के द्वारा अवायवीय श्वसन की सहायता से C2H5OH तथा CO2 का निर्माण किया जाता है।
  • किण्वन क्रिया यीस्ट के द्वारा होता है। इसे अवायवीय श्वसन की क्रिया भी कहते है। इस क्रिया में C2H5OH तथा CO2 का निर्माण होता है।
  • यीस्ट एक कोशकीय कवक है।
  • माइट्रोकॉन्ड्रिया में क्रेब्सचक्र की क्रिया सम्पन्न होती है जबकि किण्वन की क्रिया कोशिका द्रव्य में सम्पन्न होती है।
30. (d) ऑक्सीजन की कमी के कारण मांसपेशियों में पायरुवेट के अणु Lactic acid में बदल जाते हैं। जिसके कारण मांसपेशियों में दर्द होता है।
  • ऑक्सीजन के उपस्थिति में माइटोकॉन्ड्रिया के अंदर C6H12O6 के अणु का पूर्ण विखण्डन होता है और ऊर्जा, CO2, जलवाष्प का निर्माण होता है।
31. (c) हमारे शरीर का मुख्य उत्सर्जी अंग किडनी होता है, जहाँ मूत्र का निर्माण होता है।
  • किडनी से मूत्र नलियाँ - मूत्राशय - मूत्र मार्ग से मूत्र शरीर के बाहर निकल जाता है। 
  • मूत्र का संग्रह मूत्राशय में होता है।
32. (a) मानव उत्तकों में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण पायरुवेट अम्ल कोशिका द्रव्य के भीतर Lactic acid में बदल जाता है।
  • क्लोरोप्लास्ट के मौजूदगी में प्रकाश संश्लेषण क्रिया सम्पन्न होती है।
  • माइटोकॉण्ड्रिया के अंदर ऑक्सीश्वसन की क्रिया सम्पन्न होती है।
  • गॉल्जी बॉडी को कोशिका का ट्रेफिक पुलिस कहा जाता है।
  • गॉल्जी बॉडी कोशिका के Cell Plate के निर्माण में मदद करता है।
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