NCERT One Liner | भारत का भूगोल (Geography of India) | ऊर्जा (Energy)
ऊर्जा (Energy)

NCERT One Liner | भारत का भूगोल (Geography of India) | ऊर्जा (Energy)
भारत में स्थित ताप - विद्युत केन्द्र (स्टेशन)
क्र. | राज्य | ताप - विद्युत केन्द्र (स्टेशन) |
1. | आंध्र प्रदेश | नेल्लौर, विजयवाड़ा |
2. | तेलंगाना | रामागुंडम, भद्राचलम, कोट्टागुदेम, मानुगुरू |
3. | असम | बोंगाईगाँव, चन्द्रपुर, कामरूप |
4. | बिहार | बरौनी, कहलगाँव |
5. | छत्तीसगढ़ | कोरबा |
6. | दिल्ली | बदरपुर, इन्द्रप्रस्थ, राजघाट |
7. | गुजरात | अहमदाबाद, बनास, धुवारम, गाँधीनगर, कच्छ, कांडला, महुवा, पोरबंदर, साबरमती, शाहपुर, सिक्का, उकाई उतारन, वाशंकबोरी |
8. | हरियाणा | फरीदाबाद, पानीपत, यमुनानगर |
9. | जम्मू-कश्मीर | कालाकोट |
10. | झारखण्ड | बोकारो, सतपुड़ा, स्वर्ण रेखा |
11. | मध्य प्रदेश | अमरकंटक, सतपुड़ा, सिंगरौली |
12. | महाराष्ट्र | बल्लारशाह, भुसावल, चन्द्रपुर, चोला, खापर-खेड़ा, कोराडी, नासिक, पारस, पारले, ट्रॉम्बे, उज्जैनी, उरान |
13. | मणिपुर | लोकटक (इम्फाल) |
14. | पंजाब | भटिंडा, रूपनगर |
15. | राजस्थान | अंटा, बाँसवाड़ा, कोटा, पालन, सवाई माधोपुर |
16. | ओडिशा | बाली मेला, तलचर |
17. | तमिलनाडु | एन्नौर, मेट्टर, नेवेली, तूतीकोरिन |
18. | उत्तर प्रदेश | बहराइच, दोहरीघाट, गोरखपुर, हरदुआगंज, जवाहरपुर, कानपुर, मऊ, मुरादाबाद, ओबरा, पनकी, परिछा, टुंडला |
19. | पश्चिम बंगाल | बीरभूम, बुंदेल, दुर्गापुर, फरक्का, गौरीपुर, कालीघाट, कोलकाता, मुर्शिदाबाद, टीटागढ़, |
कोयले के प्रकार
क्र. | कोयले के प्रकार | उपनाम | स्वरूप व कार्बन की मात्रा | क्षेत्र |
1. | पीट कोयला (Peat Coal) | निम्न कोयला | नमी की अधिक मात्रा व 40% से कम कार्बन | |
2. | लिग्नाइट कोयला (Lignite Coal) | भूरा कोयला | जलने पर धुआँ अधिक व 40-60% कार्बन |
तमिलनाडुः अर्काट (नेवेली)
असम: लखीमपुर
पश्चिम बंगाल: दार्जिलिंग
कश्मीर: करेवा क्षेत्र
|
3. | बिटुमिनस कोयला (Bituminous Coal) | काला कोयला | 60-80% कार्बन | झारखण्ड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश |
4. | एन्थ्रासाइट कोयला (Anthracite Coal) | कठोर (उच्च) कोयला | जलते समय धुआँ रहित व 80-90% कार्बन | जम्मू-कश्मीर: रियासी जिला |
भारत के प्रमुख कोयला उत्पादक क्षेत्र
झारखण्ड | झरिया, बोकारो, करनपुरा, गिरिडीह। |
पश्चिम बंगाल | रानीगंज, बरजोरा, बीरभूम |
ओडिशा | तलचर, संबलपुर, इब नदी घाटी । |
मध्य प्रदेश | उमरिया, सिंगरौली। |
छत्तीसगढ़ | कोरबा, सोहागपुर, सोनहट, सेन्दुरगढ़, मांद - रायगढ़, बिश्रामपुर |
तेलंगाना | गोदावरी घाटी, सिंगरैनी । |
महाराष्ट्र | वर्द्धाघाटी, काम्पटी बांदेर । |
भारत में पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस की खोज निम्नलिखित बेसिनों में हुई है-
क्र. | तेल क्षेत्र | विस्तार |
1. | ऊपरी असम बेसिन | (60,000 वर्ग किमी.) |
2. | पश्चिमी बंगाल बेसिन | (60,000 वर्ग किमी.) |
3. | पश्चिमी हिमालय बेसिन | (100,000 वर्ग किमी.) |
4. | राजस्थान - सौराष्ट्र-कच्छ बेसिन | (95,000 वर्ग किमी.) |
5. | उत्तरी गुजरात बेसिन | (140,000 वर्ग किमी.) |
6. | गंगा घाटी बेसिन | (385,000 वर्ग किमी.) |
7. | तटीय तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश तथा केरल बेसिन | (75,000 वर्ग किमी.) |
8. | अण्डमान एवं निकोबार तटीय बेसिन | (2,000 वर्ग किमी.) |
9. | खम्भात, बॉम्बे हाई अपतटीय क्षेत्र | (2,000 वर्ग किमी.) |
पेट्रोलियम उत्पादक क्षेत्र
- भारत में तेल की अन्वेषण ( Oil Exploration ) का कार्य ऑयल इण्डिया लिमिटेड द्वारा किया जाता है।
विद्युतीकरण से सम्बद्ध संस्थान / उपक्रम
क्र. | संस्थान मुख्यालय | स्थापना | वर्ष |
1. | राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम (NTPC) (महारत्न कंपनी) | नई दिल्ली | 1975 |
2. | राष्ट्रीय पन बिजली निगम (NHPC) (मिनीरत्न कंपनी) | फरीदाबाद | 1975 |
3. | ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड (REC) | नई दिल्ली | 1969 |
4. | भारतीय विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (PTC India) | नई दिल्ली | 1999 |
5. | राष्ट्रीय विद्युत प्रशिक्षण संस्थान (NPTI) | फरीदाबाद | 1965 |
6. | ऊर्जा दक्षता ब्यूरो | नई दिल्ली | 2002 |
7. | भारतीय गैस प्राधिकरण लि. (GAIL) | दिल्ली | 1984 |
8. | तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) | नई दिल्ली | 1956 |
9. | भारतीय विद्युत ग्रिड लि. (PGCIL) | गुरुग्राम | 1989 |
10. | इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) | नई दिल्ली | 1964 |
11. | ऑयल इंडिया लि. ( OIL) | नोएडा | 1959 |
शीर्ष 5 पवन उर्जा उत्पादन क्षमता वाले राज्य (जून, 2022 )
राज्य | उत्पादन (मेगावाट) |
तमिलनाडु | 9,867 |
गुजरात | 9,419 |
महाराष्ट्र | 5,182 |
कर्नाटक | 5,012 |
राजस्थान | 4,495 |
भारत | 40,788 |
देश का प्रथम सोलर थर्मल पॉवर स्टेशन |
देश का प्रथम सोलर थर्मल पॉवर स्टेशन राजस्थान में स्थापित किया जा रहा है। जैसलमेर के नोख में बनने वाले पावर प्लांट की क्षमता 50 मेगावाट होगी और इसमें टावर हीटिंग टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाएगा। इस तकनीक से बिजली का वाणिज्यिक उत्पादन वर्तमान समय में केवल अमेरिका में हो रहा है। भारत विश्व का दूसरा ऐसा देश होगा जो इस टेक्नोलॉजी से विद्युत का वाणिज्यिक उत्पादन करेगा। |
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